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क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें

क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें
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खतरों का सामना आप कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें

‘खतरा’ शब्द ही ऐसा है जिससे डरना हर किसी के लिए जायज है। खतरा किसी भी चीज़ से कभी भी और कहीं भी हो सकता है। हम खुद को खतरों से बचाने की लाख कोशिश कर लें, लेकिन कहीं न कहीं कुछ खतरे हम पर हावी हो ही जाते हैं। जिससे हमारी जान तक जा सकती है। बहरी खतरों से बचने के लिए आप घर में रहने का विक्प्ल चुनते हैं। लेकिन क्या हो अगर आपको ये पता चल जाए कि आप जिस घर के अंदर हैं, उसी घर के अंदर हर तरफ खतरा ही ख़तरा हो? तो आप घबराइए मत, आज का ये विशेष लेख आपको घर के अंदर के खतरों के बारे में बताएंगे, और ये भी बताएंगे कि इन खतरों का सामना आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें कैसे करें, और खुद को कैसे सुरक्षित रखें।

1. स्मोक डिटेक्टर– बदलते समय के साथ-साथ घर बनने की पद्यतियों में भी बदलाव हुए हैं। ऐसे में घर के हर कमरे में स्मोक डिटेक्टर लगाया जाता है। जो धुवां होने पर अलार्म बजाता है। लेकिन क्या हो अगर आपको उस अलार्म की आवाज सुनाई ही न दें या धुंवा होने पर स्मोक डिटेक्टर अलार्म बजाए ही न। फिर तो आग का फैलना तय है। ऐसे में जरूरत है तो अपने स्मोक डिटेक्टर को दुरुस्त रखने की। इसके लिए आपको महीने में एक बार स्मोक अलार्म टेस्ट करना होगा। और हर 6 महीने में डिटेक्टर की बैट्री जरुर बदलें। हालांकि आप सुरक्षित रहने के लिए हर 10 साल में डिवाइस बदल भी सकते हैं।

Phishing क्या है?

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Phishing (फिशिंग) एक cyber crime या fraud क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें है। इसमें हमारी निजी जानकारियों पर अटैक किया जाता है। बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जानकारी को प्राप्त करने की कोशिश की जाती है।

अगर सरल शब्दों में कहें तो जैसे कि आपने देखा होगा कि समुद्र तट पर मछलियों को पकड़ने के लिए एक नुकीले काटे में छोटे-छोटे कीड़ों को फसाया जाता है। जिससे मछलियां अपना भोजन करने के लिए आए और उस कांटे में फंस जाएं। इसी तरह hackers आपको ईमेल आईडी, सोशल मीडिया, वेबसाइट आदि के द्वारा फंसा कर निजी जानकारी प्राप्त करते हैं इसी को Phishing कहा जाता है।

Phishing करके कैसे फसाया जाता है?

दोस्तों जैसे कि आप फिशिंग के बारे में जान ही गए होंगे। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि हैकर्स कैसे आप को लुभाने की कोशिश करते हैं। जिससे आपको उन पर भरोसा हो जाए तो चलिए जानते हैं।

1. फिशिंग मतलब आपकी निजी जानकारी को चुराकर और उसे गलत तरीके से उपयोग करने को कहा जाता है।

2. आपको ईमेल आईडी में एक फेक ईमेल आईडी से मैसेज भेजा जाता है।

3. इसके बाद उस मैसेज में एक लिंक भेजी जाती है जिसे आप को क्लिक करने को कहा जाता है। साथ ही आप को लुभाने के लिए अच्छा खासा इनाम देने की बात की जाती है और आपको डराने के लिए या मना करने के लिए पेनाल्टी लगाने की चेतावनी भी देते हैं।

3. उस लिंक पर जैसे ही क्लिक क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें करोगे आप एक वास्तविक साइट की तरह दिखने वाली फर्जी वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं।

4. आपसे आपकी निजी जानकारी जैसे कि बैंक अकाउंट नंबर, पासवर्ड, यूजर आईडी इत्यादि भरने को कहा जाता है।

Phishing Attack से कैसे बचें?

Phishing Attack से कैसे बचा जाए यह सवाल अब आपके मन में जरूर आ रहा होगा। साथ ही इसके बारे में जानने के बाद आपको अंदर से डर लग रहा होगा की क्या आपका डाटा सुरक्षित है। इसलिए इस तरह के अटैक से बचने के लिए आपको कुछ पॉइंट्स के बारे में बताने जा रहा हूं जिसका हमेशा ध्यान देना क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें है। किसी भी पॉइंट को अगर धोखे से भी आप भूल गए तो शायद फिशिंग अटैक के शिकार हो सकते हैं। चलिए अब मैं आपको कुछ पॉइंट्स के बारे में बताता हूं जिससे आप फिशिंग अटैक से अपने आप को सुरक्षित का सकें।

1. Phishing attack से बचने के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि किसी अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें जैसे कि अनजान सोर्स से प्राप्त ईमेल में लिंक इत्यादि।

2. किसी भी अनएक्सपेक्टेड अनुरोध पर अपना ईमेल और पासवर्ड ना बताएं।

3. Popup window पर किसी तरह की जानकारी देने से बचें यह फिशिंग अटैक भी हो सकता है।

कठिन समय में खुद को कैसे रखें स्ट्रांग, जानें प्रैक्टिकल उपाय

कठिन समय में खुद को रखें स्ट्रांग

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 24, 2021, 11:51 IST

हर किसी की लाइफ में अच्‍छे के साथ बुरा वक्‍त जरूर आता है. हम ना चाहते हुए भी उन मुश्किल हालातों में फंस जाते हैं जिनसे हमेशा से हम भागते आए हैं. चाहे वह हेल्‍थ प्रॉब्‍लम (Health Problem) हो, फाइनेंशल प्रॉब्‍लम (Financial Problem) या पर्सनल प्रॉब्‍लम (Personal Problem). इन हालातों के सामने कई बार ऐसा लगता है कि हम क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें कमजोर पड़ रहे हैं. मुश्किल के इस दौर में आसपास कोई साथ खड़ा नहीं दिखता. ऐसे में खुद को स्ट्रांग बनाए रखना आसान नहीं होता. लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं जिन्‍हें हम अपनाकर इन बुरे वक्‍त में भी खुद को मजबूत रख सकते हैं. आइए जानते हैं कि वह कौन सी प्रैक्टिल बातें हैं जिन्‍हें हम अपनाकर इनसे उबर सकते हैं.

बेबी के लिए शूज खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

Kishori Mishra

Written by: Kishori Mishra Updated at: Jun 03, 2022 15:20 क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें IST

बेबी के लिए शूज खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप अपने शिशु के लिए पहली बार शूज खरीदने जा रहे हैं, तो शायद क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें इसे खरीदने के लिए काफी ज्यादा उत्सुक हों। खासतौर पर अगर आपका बच्चा पहली बार अपने पैरों से चलने वाला हो, तो माता-पिता की खुशी का अनदाजा नहीं होता है। जब आप अपने बच्चे को नन्हे-मुन्ने पैरों से चलते देखने हैं,तो उनके लिए बेस्ट जूते खरीदने का प्लान करते हैं। इसके लिए कई माता-पिता पहले से ही तैयार करने में जुट जाते हैं। ऐसे में कई माता-पिता अपने बच्चों को जड़ी-बूटियों से जड़े हुए जूते पहना देते हैं। लेकिन क्या इस तरह के जूते बच्चे के लिए सही होता है? क्या पहले से जूते खरीदकर रखना बच्चे के लिए सही है? शायद नहीं, क्योंकि पहले से बच्चे के साइज के बारे में जानना मुश्किल होता है। इसलिए कोशिश करें कि बच्चों के लिए जूते पैरों के सही से विकसित होने के बाद ही खरीदें या फिर उम्र के हिसाब से बच्चों के लिए जूते लें।

बच्चों के लिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें जूते खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

कई माता-पिता बाजार बच्चों के लिए खूबसूरत और प्यारे जूते खरीद लेते हैं, लेकिन हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने बच्चे के लिए ऐसे जूते चुनें, तो बच्चे के लिए एकदम सही हों। क्योंकि आपको अपने पसंदीदा जूतों को अलमारियों में सजाना नहीं है और न ही पहले कदम के लिए लुक्स मायने रखता है। जूतों की खूबसूरती और डिजाइन से बचें और अच्छे और सॉफ्ट जूते बच्चों के लिए खरीदें।

शिशु या फिर अपने बढ़ते बच्चों के लिए जूते खरीदते समय सही साइज का ध्यान रखें। जिस तरह आप वयस्कों के लिए जूते लेते हैं, उसी तरह शिशु के लिए जूते खरीदेँ। हमेशा ऐसे जूते होने चाहिएं, जो आरामदायक और लचीला हो।

एक बच्चे के लिए जूते बिल्कुल फिट होने चाहिए। अगर जूते काफी ज्यादा ढीले हैं तो आपका बच्चा गिर सकता है या उसे चलने और भागने में परेशानी हो सकती है। वहीं, अगर जूते बहुत ही ज्यादा टाइट हैं, तो बच्चे के पैरों में छाले या पैर कट भी सकता है। जिसके परिणामस्वरूप पैरों में जलन या दर्द हो सकता क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें है। इससे बच्चे को काफी असगज महसूस हो सकता है।

बच्चों को जूते पहनाते समय निम्न बातों का रखें ध्यान (Precautions to be taken)

जब आप अपने बच्चों के लिए सही साइज के जूते खरीद लें, तो उसके बाद भी आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं इन जरूरी बातों के बारे में-

बच्चे को कभी भी बदबूदार जूते न पहनाएं। वहीं, उनके पैरों को भी चेक करें। कुछ शिशुओं में जूते पहनने के बाद दुर्गंध आती है। इसलिए जूते उतारने के बाद बच्चों के पैरों को अच्छे से धोएं। साथ ही जूते को भी समय-समय पर धोते रहें।

पैरों और अंगूठों को संक्रमण से बचाने के लिए जूतों या सैंडल के अंदर से रेत या कीचड़ को साफ करें।

बच्चों को ऊंचे टखने वाले जूते न पहनाएं। इससे बच्चों को परेशानी हो सकती है।

इसके अलावा बच्चों पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि शुरुआत में जूते पहनने के बाद बच्चे कंफर्ट नहीं होते हैं, जिसके कारण वे क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें जूते पहनने के बाद गिर सकते हैं। साथ ही बच्चों के लेस वाले जूते खुल सकते हैं, जिसे आपको बार-बार बांधने की जरूरत पड़ सकती है। आपकी जरा सी लापरवाही आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे आपके बच्चे के पैरों में चोट आ सकती है।

बच्चों को जूते पहनाते समय निम्न बातों का रखें ध्यान (Precautions to be taken)

जब आप अपने बच्चों के लिए सही साइज के जूते खरीद लें, तो उसके बाद भी आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं इन जरूरी बातों के बारे में-

बच्चे को कभी क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें भी बदबूदार जूते न पहनाएं। वहीं, उनके पैरों को भी चेक करें। कुछ शिशुओं में जूते पहनने के बाद दुर्गंध आती है। इसलिए जूते उतारने के बाद बच्चों के पैरों को अच्छे से धोएं। साथ ही जूते को भी समय-समय पर धोते रहें।

पैरों और अंगूठों को संक्रमण से बचाने के लिए जूतों या सैंडल के अंदर से रेत या कीचड़ को साफ करें।

बच्चों को ऊंचे टखने वाले जूते न पहनाएं। इससे बच्चों को परेशानी हो सकती है।

इसके अलावा बच्चों पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि शुरुआत में जूते पहनने के बाद बच्चे कंफर्ट नहीं होते क्रिप्टोकरेंसी खरीदते समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें हैं, जिसके कारण वे जूते पहनने के बाद गिर सकते हैं। साथ ही बच्चों के लेस वाले जूते खुल सकते हैं, जिसे आपको बार-बार बांधने की जरूरत पड़ सकती है। आपकी जरा सी लापरवाही आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे आपके बच्चे के पैरों में चोट आ सकती है।

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