क्या बिटकॉइन भारत में वैध है?

इस करेंसी की अस्थिरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक ही दिन में इसकी कीमत $11,434 के सर्वोच्च स्तर को छूने के बाद $9,009 तक भी लुढ़क गई. अमेरिकी बाजार पर काफी समय तक इसकी कीमतों में कोई फेरबदल देखने को नहीं मिला.
Crypto Currency क्रिप्टो करेंसी पर केंद्र सरकार की दो टूक; बिटकॉइन या एथेरियम को नहीं कोई मान्यता, कहा- नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने भारत में चल रही प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? स्थिति स्पष्ट कर दी है। सरकार ने दो टूक कह दिया है कि, बिटकॉइन, एथेरियम या एनएफटी को क़ानूनी मान्यता नहीं मिलेगी। बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने यह जानकारी दी। इसी के साथ सरकार ने यह भी साफ़ कर दिया है कि, बिटकॉइन या किसी भी निजी क्रिप्टोकरेंसी में जनता निवेश करेगी और उसमें नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की नहीं होगी।
समाचार एजेंसी एनएनआई से बात करते हुए वित्त क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? सचिव ने कहा, “बिटकॉइन या एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी कभी भी कानूनी निविदा नहीं बनेंगी, केवल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी डिजिटल रुपया ही कानूनी निविदा होगा।”
भारत में बिटकॉइन वैध है या नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से स्पष्ट करने को कहा
नई दिल्ली, 25 फरवरी । सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा है कि भारत में बिटकॉइन वैध है या नहीं। 2018 में सामने आए बिटकॉइन फ्रॉड के एक मामले के आरोपितों को जांच में सहयोग करने का निर्देश देते हुए कोर्ट ने यह सवाल पूछा है। चार हफ्ते बाद मामले की अगली सुनवाई होगी।
सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से वकील ऐश्वर्या भाटी ने गेन बिटकॉइन घोटाले के आरोपित अजय भारद्वाज पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। इस पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच के सदस्य जस्टिस सूर्यकांत ने केंद्र से पूछा कि आप ये बताएं कि बिटकॉइन वैध है या नहीं।
Cryptocurrency: भारत की संसद में क्रिप्टोकरेंसी पर नकेल कसने की तैयारी, बैन लगाने का विधेयक पेश होगा, इसके पहले ही धराशायी हुई कई करेंसी
Cryptocurrency News in Hindi Today: भारत की मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर नकेल कसने की तैयारी में है. संसद में इसे बैन करने का विधेयक पेश किया जाएगा.
Cryptocurrency News in Hindi Today: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालो के लिए बुरी खबर है. पहली बुरी खबर तो यह कि कई क्रिप्टो कॉइन के रेट धराशाई हो चुके हैं, दूसरी यह कि भारत में मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन कराने के लिए संसद में विधेयक पेश करने जा रही है.
दुनिया भर में तहलका मचाने वाली क्रिप्टोकरेंसी को भारत में बैन करने का मूड मोदी सरकार ने बना लिया है. 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र क्रिप्टोकरेंसी को बैन कराए जाने के लिए सरकार 'क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021' पेश करने जा रही है. इसके पहले बुधवार को होने वाली केबिनेट बैठक में इस पर फैंसला लिया जाएगा.
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर क्या कहा था पीएम मोदी ने
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी थी. पीएम मोदी ने कहा था कि, देश के लोगों को क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? यह तय करना होगा कि क्रिप्टो किसी ग़लत हाथ में ना पड़े, वरना हमारे युवाओं को यह तबाह कर देगा, पहला मौका था जब पीएम क्रिप्टो (Crypto) को लेकर कुछ कहा है.
पीएम मोदी के कहा कि हम बदलाव के वक़्त में चल रहे हैं, डिजिटल युग हमारे आसपास की हर चीज़ को बदल रहा है, डिजिटलाइज़ेशन इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन, सत्ता, लीडरशिप को नया अकार दे रही है लेकिन इसके साथ हम नए तरह के खतरों और विवादों का भी सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक लोकतंत्र और डिटिटल लीडर के रूप में भारत अपनी साझा समृद्धि और सुरक्षा के भागीदारों करने के लिए तैयार है.
संसद में पेश होगा 'क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021'
पीएम मोदी के बयान के बाद यह तो साफ़ हो गया था कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी (PM Modi on Cryptocurrency) को लेकर कुछ सख्त एक्शन लेने वाली है. अब मीडिया ख़बरों के अनुसार 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में भारत सरकार क्रिप्टो को लेकर 'क्रिप्टो करेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021' पेश करने के मूड में है.
इस विधेयक के जरिए सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन कराने का पक्ष रखेगी. हांलाकि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अभी तक किसी भी देश में कोई क़ानून नहीं है. न ही देशों ने इसे कानूनी रूप से वैध किया है और न ही अवैध. फिलहाल भारत में भी ऐसा ही है, भारत में भी न तो क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबन्ध है और न ही इसे वैध किया गया है. अब आगे की स्थिति कुछ ही दिनों में सामने आ जाएगी.
जानिए क्या है बिटकॉइन और क्यों चढ़ रही है कीमत?
दुनिया के कई बाजारों में नियमों में कड़ाई के चलते कई एक्सचेंजों ने बिटकॉइन में कारोबार पर रोक लगा दी है. इसमें चीन का प्रमुख और शांघाई आधारित एक्सचेंज बीटीसीचाइना समेत युन्बी, वायाबीटीसी औऱ योबीटीसी भी शामिल हैं. इसकी कीमतों में तेजी की सबसे बड़ी वजह इससे मिलने वाला भारी रिटर्न है.
भारत में भी नियामक संस्थाएं बिटकॉइन से खुश नहीं हैं. आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारी सुदर्शन सेन ने सितंबर में कहा था कि केंद्रीय बैंक इस तरह की 'गैर-व्यवस्थित' क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार से सहज नहीं है. मगर सवाल उठना लाजमी है कि बिटकॉइन क्या है और यह कैसे काम करता है?
कभी भी Legal Tender नहीं बनेंगी बिटकॉइन या इथेरियम
डिजिटल रुपया या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) डिजिटल अर्थव्यवस्था को एक बड़ा बढ़ावा देगा और भारत इस तरह से आधिकारिक तौर पर अपनी मुद्रा लॉन्च करने वाला पहला बड़ा देश होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार, “डिजिटल मुद्रा देश को एक अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली की ओर ले जाएगी।” इसलिए, भारत वास्तव में डिजिटल मुद्रा को अपनाने की ओर अग्रसर है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? से किसी भी आय पर 30 प्रतिशत कर की घोषणा भी की है। आप को बता दें कि इस मामले में भारत सरकार ने कहा है कि बिटकॉइन या इथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी कभी भी Legal Tender नहीं बनेंगी।
इसी मुद्दे को लेकर वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी डिजिटल रुपया ही legal tender होगा। वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा, “डिजिटल रुपया RBI द्वारा समर्थित होगा, जो कभी भी डिफ़ॉल्ट नहीं होगा। पैसा आरबीआई का होगा लेकिन वो डिजिटल होगा। RBI द्वारा जारी डिजिटल रुपया legal tender होगा। हम गैर-डिजिटल संपत्ति के साथ डिजिटल संपत्ति जैसे वॉलेट का उपयोग करके कोई चीजें खरीदते हैं या यूपीआई प्लेटफॉर्म के माध्यम से भुगतान करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “बाकी सभी गैर सरकारी क्रिप्टो legal tender नहीं हैं और कभी कानूनी निविदा नहीं बनेंगे।” भारत में बिटकॉइन की कीमत 30.84 लाख रूपए, जबकि एथेरियम की कीमत 2.23 लाख रुपये है।
बिटकॉइन और इथेरियम की तरह नहीं होगा CBDC
सोमनाथन ने आगे कहा कि विनियमन KYC विक्रेता के लाइसेंस की मांग कर सकता है, लेकिन सरकार द्वारा बाद में हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के साथ निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, हम यह भी देखेंगे कि दूसरे देशों में क्या हो रहा है। डिजिटल रुपये के बारे में अधिक विस्तार से बताते हुए, सोमनाथन ने कहा कि डिजिटल रुपया बिटकॉइन और इथेरियम की तरह नहीं होगा। उन्होंने कहा,“डिजिटल रुपये के माध्यम से, आप अपना लेन-देन करते हैं जैसे आप वर्तमान में अपने डिजिटल वॉलेट जैसे पेटीएम, यूपीआई के माध्यम से कर रहे हैं। डिजिटल रुपया एक legal tender है और नकद भुगतान के समान है।”
वित्त सचिव ने डिजिटल संपत्ति हस्तांतरण पर 30 प्रतिशत कर की दर के बारे में भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि कृषि को छोड़कर किसी भी अन्य आय पर सरकार की नीति क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? के अनुसार कर लगता है। उन्होंने कहा, “वर्तमान में हमारे पास क्रिप्टोकरेंसी पर स्पष्टता नहीं है, चाहे वह व्यावसायिक आय हो, पूंजीगत लाभ हो या यह एक सट्टा आय हो। कुछ लोग अपनी क्रिप्टो संपत्ति घोषित करते हैं, कुछ नहीं करते हैं। अब 1 अप्रैल, 2022 से, प्रति माह 30 की एक समान दर डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण पर शत-प्रतिशत कर क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? लागू होगा।”
भारत में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या 10.7 करोड़ के करीब
गौरतलब है कि भारत समेत दुनियाभर में क्रिप्टो का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। हालांकि, इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेश भारत में मौजूद हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या करीब 10.7 करोड़ हो चुकी है और 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी में भारतीयों द्वारा निवेश बढ़कर 24.1 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है।
ध्यान देने वाली बात है कि क्रिप्टो के लिए वर्ष 2022 अब तक उचित प्रतीत नहीं हुआ है, क्योंकि क्रिप्टो में गिरावट के ट्रेंड को जारी रखते हुए बिटकॉइन की कीमत बीते शनिवार को 9.4% की गिरावट के साथ 36,436.88 डॉलर हो गई है। वहीं, इस साल की शुरुआत से ही इसमें 14 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। यह फैसला निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रस्तावित प्रतिबंध से RBI समर्थित क्रिप्टो को बढ़ावा देने के लिए भी है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार केवल सरकार द्वारा आधिकारिक क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? रूप से मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म और एक्सचेंजों के माध्यम से क्रिप्टो एक्सचेंज की अनुमति दे सकती है।