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सामूहिक निवेश क्या है?

सामूहिक निवेश क्या है?

शारदा समूह की अनियमितताओं की जांच शुरू

पश्चिम बंगाल में शारदा समूह द्वारा कथित तौर पर धोखाधड़ी से चलाई जा रही निवेश योजना के खिलाफ जनाक्रोश के बीच भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस कंपनी धन जुटाने की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।

नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में शारदा समूह द्वारा कथित तौर पर धोखाधड़ी से चलाई जा रही निवेश योजना के खिलाफ जनाक्रोश के बीच भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस कंपनी धन जुटाने की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूंजी बाजार नियामक इस बात की जांच कर रहा है कि जनता से धन जुटाने के दौरान क्या सामूहिक निवेश योजना (सीआईएस) नियमन का उल्लंघन किया गया।
सूत्रों ने बताया कि सेबी ने ताजा दौर की यह जांच उसे कुछ शिकायतें मिलने के बाद शुरू की है। नियामक समूह द्वारा बिना आवश्यक मंजूरी के भारी मात्रा में धन जुटाने के मामले की जांच कर रहा है।
सीआईएस कारोबार का नियमन सेबी द्वारा किया जाता है और इस मार्ग से किसी इकाई द्वारा धन जुटाने के लिए नियामक की मंजूरी जरूरी होती है। इस तरह की योजनाओं में आम निवेशकों से धन जुटाया जाता है और इसे पहले से तय निवेश में लगाया जाता है।
सीआईएस का विनियमन तो सेबी के हाथ में है पर चिटफंड फर्में उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आतीं। चिटफंड व्यवसाय में गड़बडी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार राज्य सरकारों के पास है। (एजेंसी)

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Best SIP in Mutual Funds 2022 जाने, समझे फिर निवेश शुरू करें ।

हमें Mutual Funds, SIP में निवेश करना है या नहीं करना है यह तो बाद की बात है। पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर यह है क्या?

Mutual Funds, SIP क्या है? Mutual Funds, SIP किसे कहते हैं? इसमें निवेश किस प्रकार किया जाता है? इत्यादि। सभी सवालों का जवाब जान लेते हैं। यदि हम बिना इन सवालों का जवाब जाने निवेश कर लेते हैं तो वह एक दो महीने बाद हमारे लिए घातक साबित होता है और हम उसे घाटा में बंद करना पड़ता है।

इसलिए मेहनत की कमाई को कहीं भी निवेश ना करें। पहले सोचे, समझे कि आखिर Mutual Funds, SIP है क्याा? फिर यदि अच्छा लगे तो उसमें अपनी मेहनत की कमाई लगा है ना अच्छा लगे तो और भी कई इन्वेस्टमेंट विकल्प है उसमें पैसे जमा करे।

हमें कभी भी किसी के कहने मात्र से इसमें इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहिए। आज मैं आपको Mutual Funds, SIP संबंधी पूरी जानकारी सामूहिक निवेश क्या है? बता रहा हूं। अच्छा लगे तो निवेश करो ना लगे तो मत करो।

Mutual Funds क्या है?

Mutual Funds जिसे हिंदी में पारस्परिक निधि कहते हैं। यह एक प्रकार का सामूहिक निवेश होता है। निवेशकों के समूह मिलकर किसी फंड हाउस को पैसा देते हैं।

Mutual Funds में एक फंड मैनेजर होता है जो फंड के निवेशकों का पैसा विभिन्न कंपनियों में इन्वेस्ट करते हैं और लाभ हानि को निवेशकों में बांट देते हैं।

इसमें सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि निवेश को इस बात की चिंता नहीं रहती है कि कौन सा शेयर कब खरीदे और कब बेचें।क्योंकि यह काम फंड मैनेजर का होता है।

स्टॉक मार्केट का ज्ञान नही रखने वाले निवेशक भी यदि स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहता है एक अच्छा माध्यम है। Mutual Funds द्वारा हम अप्रत्यक्ष रूप से अपना निवेश स्टॉक मार्केट में लगाते हैं।

Mutual Funds का दूसरा लाभ यह है क्या इसमें छोटे निवेशक भी ₹100 प्रति माह से निवेश की शुरुआत कर सकता है। आज के समय में भारत में कुल 44 Mutual Funds कंपनियां जैसे एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एसबीआई, एक्सेस, मिराए ऐसेट इत्यादि।

Mutual Funds काम कैसे करता है?

Mutual Funds काम कैसे करता है? यह बताने से पहले आपको मैं एक छोटा सा कहानी बता रहा हूं। हम लोग करीब 100 आदमी ट्रेन से सोनपुर मेला देखने निकले। ट्रेन पर चढ़ने से पहले जो हमारे टीम के हेड थे उन्हें सभी को आदेश दिया कि सभी दोस्त अपना पैसा अलग अलग जगह पर रख ले। यानी कुछ पैसे बैग में, कुछ पैसे पीछे वाली जेब में, कुछ पैसे आगे वाले जेब सामूहिक निवेश क्या है? में।

उनका मानना था कि ट्रेन या मेला में जब भी किसी का पॉकेट मार लिया जाए है तो एक जगह का पैसा ही कट जाएगा बाकी पैसा बच जाएगा। ठीक इसी सिद्धांत पर Mutual Funds काम करता है।

जब हम Mutual Funds में अपना पैसा जमा करते हैं तो Mutual Funds मैनेजर उसे 70 से 80 कंपनियों में इन्वेस्ट करती है। यदि 70-80 कंपनियों में 10-20 कंपनिया को नुकसान हुआ और बाकी पर कंपनियों को लाभ हुआ तो हमारा पैसा मुनाफा में रहेेेगा। इस प्रकार इसमें नुकसान की संभावना बहुत कम होती हैं।

Mutual Funds सामूहिक निवेश क्या है? में कितने प्रकार निवेश करें?

Mutual Funds में दो प्रकार से निवेश किया जाता है

1. एकमुुश्त (लम्पसम)

एकमुश्त (लम्पसम) निवेश क्या है?

जब आप किसी Mutual Funds में कुछ पैसे एक बार में ही निवेश करते हैं तो उन्हें एकमुश्त निवेश कहते हैं। यानी आप अपना पैसा जब मर्जी हो तब इसमें निवेश कर सकते हैं कोई पाबंदी नहीं और कोई समय का भी पाबंदी नहीं। यदि मार्केट हमेशा बढ़ता रहता है तो यह निवेश में ज्यादा मुनाफा होता है।

इसमें आप न्यूनतम ₹5000 से अपना निवेश शुरू कर सकते हैं। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

एसआईपी (SIP) क्या है?

आज के समय में सबसे लोकप्रिय निवेश माना गया है। एसआईपी (SIP) का पूरा नाम सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है। शेयर मार्केट चाहे ऊपर जाए या फिर नीचे आए दोनों स्थिति में एसआईपी करने वाले निवेशक को लाभ मिलता है।

एसआईपी (SIP) द्वारा निवेश करने पर प्रत्येक महीना हमारे बैंक खाता से निश्चित रुपया जो हम चाहते हैं वह अपने आप मुचल फंड में निवेश हो जाता है। शेयर बाजार के उतार चढ़ाव पर नजर ना रखने वालों के लिए यह सबसे अच्छा निवेश माना गया है।

यदि शेयर मार्केट नीचे चला जाता है तो उस समय हम को ज्यादा यूनिट प्राप्त हो जाता है क्योंकि NAV कम रहता है और जब शेयर मार्केट ऊपर उठता है उस समय हमारे पैसे की value पहले ज्यादा हो जाती है क्योंकि NAV ज्यादा होता है। इस प्रकार शेयर मार्केट की गिरने या बढ़ने दोोनों स्थिति में एसआईपी निवेशक लाभ कमाता है।

एसआईपी में न्यूनतम ₹100 प्रति महीना से आप अपना निवेश शुरू कर सामूहिक निवेश क्या है? सकते हैं। इसमें समय की कोई पाबंदी नहीं होती। जब मन चाहे निवेश बंद कर दो या जब मन चाहे अपना पैसा निकाल लो। इसमें कोई बंदिश नहीं रहता।

कौन सा Mutual Funds फंड में निवेश करें?

Mutual Funds में निवेश करनेे वाल निवेशकों के पास सबसे बड़ी समस्या यह है कि किस Mutual Funds में निवेश करें। आज के समय में 44 Mutual Funds कंपनी कंपनी हैै जिसके पास 2500 से ज्यादा स्कीम है।

आम निवेशक यह निर्णय नहीं ले पाता है कि हमें किस फंड में निवेश करना चाहिए और किस में नही।

मैं आपको टॉप 10 Mutual Funds स्कीम बता रहा हूं आपको जो अच्छा लगे उसमें आप निवेश कर सकते हैं। निवेश करने से पहले थोड़ा सा टाइम निकाल कर जिस Mutual Funds में निवेश कर रहे हैं उसके बारे में पूरी जानकारी जरूर हासिल कर लें।

Top 10 Mutual Funds For 2022

मैं आपको Top 10 Mutual Funds के बारे में बता रहा हूं जो पिछले 1 साल में 20% से भी ज्यादा सामूहिक निवेश क्या है? return दिया है। एक बात मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ना तो मैं किसी कंपनी का प्रचार कर रहा हूं और ना ही मैं किसी का एजेंट हूं।

1. PGIM India Diversified Equity Fund – 38.84%

2. Canara Rebeco Equity Tax Saver Fund – 31.40%

3. IIFL Focus Equity Fund- 28.14%

4. Mirae Asset Emerging Blue chip Fund- 26.12%

5. Mirae Asset Tax Saver Fund- 25.70%

6. Canara Robeco Blue chip Equity Fund- 25.62%

7. Invesco India Contra Fund – 24.85%

8. Canara Robeco Equity Diversified Fund- 24.16%

9. Union Long Term Equity Fund- 22.66%

10. Invesco India Infrastructure Fund – 19.75%

संक्षेप में

मुचल फंड में निवेश के साथ ही रिस्क भी हैं। आप किसी के कहने पर कई भी निवेश ना करें। निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच समझ ले।

आपके मेहनत की कमाई पर पहला अधिकार आपका ही है। इसलिए निवेश करने से पहले सोच समझकर निर्णय ले। वित्तीय सलाहकार से सलाह ले सकते हैं।

HUL के डिस्ट्रीब्यूटरों ने मध्य प्रदेश में सामूहिक इस्तीफा देने का किया ऐलान, कंपनी के एक हायरिंग विज्ञापन से हैं नाराज

HUL ने मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में नए डिस्ट्रीब्यूटर्स की तलाश में विज्ञापन निकाला था जिसे लेकर डिस्ट्रीब्यूटरों में नाराजगी है

एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) के डिस्ट्रीब्यूटरों ने मध्य प्रदेश में सामूहिक इस्तीफा देने का ऐलान किया है। यह ऐलान कंपनी के एक विज्ञापन के बाद दिया गया है, जिसमें HUL ने राज्य के प्रमुख शहरों में नए डिस्ट्रीब्यूटर्स की तलाश में विज्ञापन निकाला था। हालांकि HUL ने एक बयान जारी कर सफाई दी है कि उसका विज्ञापन मौजूदा डिस्ट्रीब्यूटरों को निकालने के बारे में बारे में नहीं है, बल्कि यह जनरल ट्रेड डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ उसके काम के विस्तार से जुड़ा है।

28 अगस्त को कुछ अखबारों में छपे विज्ञापन में ऐसे अनुभवी डिस्ट्रीब्यूटरों को कंपनी से संपर्क करने को कहा था, जो 1-3 करोड़ रुपये के बीच निवेश करने और जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ गोदाम की व्यवस्था करने में सक्षम हों।

इस विज्ञापन के जवाब में, सामूहिक निवेश क्या है? 4 लाख से अधिक ऑफलाइन डिस्ट्रीब्यूटरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) ने एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश में कंपनी के वितरक बड़े पैमाने पर इस्तीफे के लिए जाएंगे। AICPDF ने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि इस विज्ञापन ने वितरकों के बीच बिजनेस में भारी नुकसान की आशंका से दहशत पैदा कर दी है।

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AICPDF ने एक बयान में कहा, “FMCG सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी होने के नाते, HUL डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में खासतौर से जोखिम वाले व्यवसायों को बनाए रखने और विकसित करने के लिए रिटेल ट्रेडर्स को लोन सुविधाएं मुहैया करने में करोड़ों के निवेश की गारंटी देता है। यदि नए डिस्ट्रीब्यूटरों को नियुक्त करने का प्रस्ताव किया जाता है, तो सभी मौजूदा डिस्ट्रीब्यूटर रिटेल बिजनेस में अपने निवेश का न्यूनतम 50 फीसदी खो देंगे।"

हालांकि, HUL ने हमारे सहयोगी चैनल CNBC-TV18 को दिए एक बयान में साफ किया कि वह डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और उनके साथ सीधे जुड़ना जारी रखेगा। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम मानते हैं कि इस सेक्टर में जनरल ट्रेड बिजनेस की संभावनाएं उज्ज्वल हैं और हम अवसरों का लाभ उठाने के लिए डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ साझेदारी करना चाहते हैं। हम अपने व्यापार को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चलाते हैं, और हमारे डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ हमारे संबंध द्विपक्षीय हैं। हम इन रिश्तों को महत्व देते हैं और उनसे सीधे जुड़ना जारी रखेंगे।”

शॉर्ट टर्म कॉर्पोरेट एफडी में करना चाहते हैं निवेश? क्या है फायदा और किन बातों का रखें ख्याल

कॉर्पोरेट एफडी में शॉर्ट टर्म मुनाफा कमाकर आप दोबारा उसे निवेश कर सकते हैं.

कॉर्पोरेट एफडी में शॉर्ट टर्म मुनाफा कमाकर आप दोबारा उसे निवेश कर सकते हैं.

बैंकों की तरह की कुछ कंपनियों व एनबीएफसी को भी तय ब्याज के वादे के साथ निवेशकों से डिपॉजिट कलेक्ट करने की अनुमति होती ह . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 30, 2022, 08:00 IST

हाइलाइट्स

कॉर्पोरेट एफडी में आपको बैंक एफडी से अधिक ब्याज मिलता है.
बढ़ती ब्याज दरों के बीच शॉर्ट टर्म एफडी आपको अधिक मुनाफा कमाने में मदद कर सकती है.
निवेश से पहले आपको कंपनियों की रेटिंग देख लेनी चाहिए और सुरक्षित निवेश करना चाहिए.

नई दिल्ली. ब्याज दरों में जिस तरह से वृद्धि हो रही है ग्राहक अब अधिक रिटर्न प्राप्त करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट का रुख कर रहे हैं. ऐसे में कॉर्पोरेट एफडी निवेश का एक अच्छा विकल्प हो सकती है. हालांकि, निवेशकों को सोच-समझकर कॉर्पोरेट एफडी का चुनाव करना चाहिए और ट्रिपल-ए रेटेड कंपनियों में ही निवेश करना चाहिए.

बैंकों की तरह कुछ कंपनियों और एनबीएफसी को भी तय समय के लिए एक ब्याज दर पर लोगों से डिपॉजिट कलेक्ट करने की अनुमति होती है. इसे ही कॉर्पोरेट फिक्सड डिपॉजिट कहा जाता है. बैंकों की तरह ही यहां भी गारंटीड रिटर्न दिया जाता है. वहीं, कॉर्पोरेट एफडी में बैंकों से अधिक ब्याज मिलता है. कॉर्पोरेट एफडी लेते वक्त आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.

क्रेडिट रेटिंग
कॉर्पोरेट एफडी लेने से पहले सबसे जरूरी है कि आप उस कंपनी की क्रेडिट रेटिंग देख लें. जिन कंपनियों की रेटिंग बेहतर होगी वे आपको ब्याज दर कम देंगी हालांकि आपका सामूहिक निवेश क्या है? पैसा अधिक सुरक्षित रहेगा. वहीं, दूसरी ओर जिन कंपनियों की रेटिंग कम होगी उनसे आपको अधिक रिटर्न मिलेगा. मसलन, ट्रिपल-ए रेटिंग वाली कॉर्पोरेट एफडी अधिक सुरक्षित होंगी लेकिन रिटर्न कम देंगी. जानकार मानते हैं कि लोगों को अधिक सुरक्षित एफडी में निवेश करना चाहिए.

छोटे टर्म की एफडी चुनें
आरबीआई लगातार रेपो रेट बढ़ा रहा है और इसकी वजह से ब्याज दरों में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इसलिए सामूहिक निवेश क्या है? निवेशकों छोटी अवधि की एफडी पर फोकस करना चाहिए. ताकि वह जल्दी मैच्योर हों और वही रकम मुनाफे के साथ एक बार फिर ऊंचे रिटर्न के लिए एफडी में निवेश की जा सके.

एफडी पर टैक्स
यह ध्यान रखें कि एफडी को अन्य स्रोत से आय की श्रेणी में रखा जाता है और इस पर टैक्स लगता है. कॉर्पोरेट एफडी से एक साल में आप अगर 5,00 रुपये अधिक का रिटर्न प्राप्त करते हैं तो 10 फीसदी टीडीएस लगेगा.

डिपॉजिट को करें डायवर्सिफाई
आपको कई बैंकों व कॉर्पोरेट की अलग-अलग टेन्योर की एफडी में निवेश करना चाहिए। इससे आपका पैसा अधिक सुरक्षित रहता है. आप 180 दिन से 5 साल तक की एफडी में निवेश कर सकते हैं. वहीं, अगर आपको कुछ दिनों में पैसों की जरूरत है तो 15 दिन या 45 दिन वाली एफडी का भी विकल्प है.

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