निवेश रणनीति

शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज

शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज
Stock Exchange को अंग्रेजी एवं हिंदी भाषा में कई अन्य नामों से जाना जाता है जो आपके लिए निम्नलिखित हैं. स्टॉक एक्सचेंज के पर्यायवाची शब्दों को नीचे लिखा गया है.

डेली न्यूज़

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India-SEBI) द्वारा गठित कार्यकारी समूह ने गैर-लाभकारी संगठनों (Non-Profit Organisations) को बॉण्ड जारी करके सीधे सोशल स्टॉक एक्सचेंज (Social Stock Exchanges-SSE) पर सीधे सूचीबद्ध होने की अनुमति देने की सिफारिश की है।

Stock Exchange Meaning In Hindi स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या है

Stock Exchange Meaning In Hindi

Stock Exchange को अंग्रेजी एवं हिंदी भाषा में कई अन्य नामों से जाना जाता है जो आपके लिए निम्नलिखित हैं. स्टॉक एक्सचेंज के पर्यायवाची शब्दों को नीचे लिखा गया है.

  • Securities Exchange
  • Bourse Market
  • Share Market
  • Stock Market
  • प्रतिभूति विनिमय
  • सराफा बाजार
  • मुद्रा बाजार
  • शेयर बाजार
  • शेयर बाजार.

ऊपर लिखे गए सभी शब्दों के मीनिंग लगभग एक जैसे हैं. एक शब्द के जगह दूसरे शब्द का प्रयोग ज्यादातर लोग करते हैं. किंतु दैनिक प्रयोग में थोड़ी भिन्नताएं हैं. मेरे ख्याल से आपको इस टेक्निकल डिफरेंस को समझ लेना चाहिए.

स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है?

संक्षिप्त में आपको सबसे पहले शेयर और स्टॉक में थोड़ा सा अंतर समझा देता हूं. किसी भी कंपनी में हिस्सेदारी की सबसे छोटी से छोटी इकाई को शेयर कर सकते हैं. कुछ शेयरों की समूह को स्टॉक कहा जाता है.

क्या आप जानते हैं, भारत में स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है?

अब थोड़ा सा समझते हैं कि शेयर मार्केट और स्टॉक एक्सचेंज में क्या अंतर होता है? शेयर मार्केट उस बाजार को कहा जाता है, जहां पर कोई भी रजिस्टर्ड कंपनी अपने शेयरों, बॉन्ड और डेरिवेटिव आदि को जारी कर सकता है. दूसरी तरफ एक निवेशक इन प्रोडक्ट को खरीद या बेच सकते हैं.

स्टॉक एक्सचेंज उस प्लेटफार्म को कहते हैं, जहां पर शेयर मार्केट का कारोबार होता है. क्या आपको पता है ज्ञान की कमी होने के कारण शेयर मार्केट में पैसा पूरी तरह डूब भी जाता है.

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?

  1. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई), मुंबई.
  2. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई), मुंबई.शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज
  3. कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज, कोलकाता
  4. इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (इंडिया आईएनएक्स), गिफ्ट सिटी.
  5. मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एमएसई), मुंबई.
  6. एनएसई आईएफएससी लिमिटेड (एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज), दिल्ली.

FAQs

1 – आपके शहर में शॉपिंग एरिया कहां पर है?

उत्तर – दलाल स्ट्रीट.

2 – दलाल स्ट्रीट में शॉपिंग करने के लिए क्या है?

उत्तर – वहां पर बड़े बड़े मॉल हैं.

3 – उन बड़े मॉल का क्या नाम है?

उत्तर – उस मॉल का नाम रिलायंस मॉल है.

ऊपर के 3 प्रश्नों के उत्तर को शेयर मार्केट की दुनिया के अनुसार देखते हैं.

1 – आपके देश में शेयरों की खरीद-फरोख्त कहां पर होता है

2 – मुंबई में शेयर बेचने और खरीदने के लिए क्या है?

उत्तर – शेयर मार्केट (स्टॉक एक्सचेंज).

3 – उन स्टॉक एक्सचेंज के क्या नाम है?

उत्तर – मुंबई स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज.

निष्कर्ष

मुझे जहां तक लगता है कि आपको Stock Exchange Meaning In Hindi आप बहुत अच्छे से समझ में आ गया होगा. फिर भी अगर आपके पास स्टॉक एक्सचेंज के मीनिंग से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप बेझिझक होकर के कमेंट बॉक्स में लिख डालिए.

भारतीय शेयर बाज़ार में उतार चढ़ाव क्यूँ और कैसे होता है?

सेंसेक्स (Sensex)नाम का शब्द अंग्रेजी के 'Sensitive Index' से लिया गया है Sens + Ex, इसे हिंदी में संवेदी सूचकांक भी कहा जाता है. जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट होता है कि एक ऐसा सूचकांक जो कि बहुत ही ज्यादा संवेदनशील (Sensitive) हो, उसे ही सेंसेक्स के नाम से पुकारा जाता है. सेंसेक्स बहुत छोटी छोटी घटनाओं या गतिविधियों (जैसे अच्छी बारिस का अनुमान, शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज सरकार की आने वाली नीतियां या फिर देश में स्थिर सरकार बनने की संभावना इत्यादि) के कारण ऊपर नीचे होता रहता है.

Bombay Stock Exchange

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत और एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. इसकी स्थापना 1875 में हुई थी. इसमें विभिन्न सेक्टर्स की कंपनियों के शेयरों की खरीदारी और बिक्री की जाती है.

शेयर का सीधा अर्थ होता होता है “हिस्सा”शेयर बाजार में किसी कंपनी में हिस्से को शेयर कहा जाता है. इन शेयरों को विभिन्न शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज लोगों द्वारा खरीदा और बेचा जाता है. इस मार्केट में भाग लेने वाले निवेशकों, शेयर दलालों और व्यापारियों को व्यापार का संचालन करने के लिए शेयर बाजार और सेबी के साथ स्वयं को पंजीकृत करना पड़ता है. शेयर बाजार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के नियमों के अनुसार चलना पड़ता है.

सेंसेक्स क्या होता है (What is the meaning of Sensex)?

सेंसेक्स नाम का शब्द अंग्रेजी के 'Sensitive Index' से लिया गया है Sens + Ex, इसे हिंदी में संवेदी सूचकांक भी कहा जाता है| जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट होता है कि एक ऐसा सूचकांक जो कि बहुत ही ज्यादा संवेदनशील (Sensitive) हो, उसे ही ‘सेंसेक्स’ नाम से पुकारा जाता है| इसमें 30 बड़ी कम्पनियों के शेयर मूल्यों में होने वाले उतार चढ़ाव को दर्ज किया जाता हैl इसे संवेदी सूचकांक इसलिए कहना ठीक है क्योंकि यह बहुत ही छोटी मोटी घटनाओं के घटित होने पर भी ऊपर नीचे होने लगता है |

उदाहरण: जैसे प्रधानमंत्री मोदी का किसी देश के साथ समझौता करना, अच्छे मानसून की वजह से अच्छी फसल का होना, देश में नयी सरकार का बनना, बाजार से सम्बंधित कोई नया कानून बनना इत्यादि |

सेंसेक्स किन कंपनियों से मिलकर बनता है ?

सेंसेक्स (Sensitive Index), मुम्बई स्टाक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक है जिसे संक्षेप में बीएसई 30 (BSE-30) या बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) भी कहा जाता है l BSE सेंसेक्स 30 सर्वोच्च कंपनियों के शेयरों पर आधारित है। यहाँ पर यह जानना जरूरी शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज है कि यह 30 शेयरों की सूची समय समय पर बदलती रहती है तथा मुम्बई शेयर बाजार जरूरत के अनुसार इस सूची में बदलाव करता रहता है मगर सूचकांक में कुल शेयरों की संख्या 30 ही रहती है।

BSE में से सबसे बड़े और सबसे सक्रिय रूप से कारोबार करने वाले शेयरों में से ऐसी 31 कंपनियों को लिया जाता है जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं.

वर्तमान में इसमें 31 कम्पनियाँ हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं;

HDFC बैंक लिमिटेड

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड

कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स

कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड

लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड

हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड

कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स

एक्सिस बैंक लिमिटेड

भारतीय स्टेट बैंक

इंडसइंड बैंक लिमिटेड

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड

बजाज फाइनेंस लिमिटेड

एशियन पैन्ट्स लिमिटेड

कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स

HCL टेक्नोलॉजीज लिमिटेड

भारती एयरटेल लिमिटेड

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड

सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड

इंडिया लिमिटेड का पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन

टेक महिंद्रा लिमिटेड

हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड

तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड

फैरस धातुएं (Ferrous Metals)

Non - Ferrous Metals

टाटा मोटर्स लिमिटेड DVR

बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) क्या होता है?

इसे Market Cap या बाजार पूँजी भी कह सकते हैंl इसे कंपनी द्वारा कुल जारी शेयरों की संख्या को प्रति शेयर बाजार भाव से गुना करके प्राप्त किया जा सकता हैl

यदि एक कंपनी ने 10 रुपये कीमत के 10,00,00 शेयर जारी किये हैं तो कंपनी की कुल पूँजी हुई दस लाख रुपयेl अब यदि इस कंपनी के 1 शेयर की बाजार में कीमत 50 रुपये है तो कंपनी की Market Cap या बाजार पूँजी 50 लाख होगीl

कौन से शेयर बेचे जाते हैं?

किसी भी कंपनी के बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) का वह हिस्सा जो बिकने के लिए बाजार में उपलब्ध हो सकता है वह फ्री फ्लोट बाजार पूँजी होगी और उसी के आधार पर सेंसेक्स की गणना की जाती हैl आम तौर पर प्रमोटरों का हिस्सा अथवा सरकार का हिस्सा पूँजी में से निकाल दें तो बाकी बची पूँजी बाजार में बिकने के लिए उपलब्ध हो सकती हैl

अब हम सामान्य लोगों की समझ के लिए उन कारणों को जानने का प्रयास करते हैं जिनकी वजह से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आता है|

वैसे तो सामान्य भाषा में यह कहना ही ठीक होगा कि जब किसी कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ जाती है तो उसके शायरों का मूल्य भी बढ़ जाता है| लेकिन यहाँ पर हम आपको उन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके माध्यम से इस बाजार में उतार-चढ़ाव आता है |

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Image source:Zee News

उदाहरण के तौर पर यदि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी अमेरिका की विदेश यात्रा पर जाते हैं तो अमेरिका में रहने वाले विदेशी निवेशक इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि मोदी जी वहां के राष्ट्रपति के साथ कई समझौते कर सकते हैं जिससे कि इन दोनों देशों के बीच सम्बन्ध और भी मधुर होने वाले हैं इसी उम्मीद में अमेरिका के निवेशक भारत में बड़ी मात्रा में पैसा लगा सकते हैं|

ऐसे ही कुछ कारण निम्नलिखित हैं:

1. मानसून की अच्छी बारिस की भविष्यवाणी मौसम विभाग करता है तो भी सेंसेक्स ऊपर चढ़ता है क्योंकि निवेशक यह अनुमान लगते हैं कि अगर कृषि की अच्छी पैदावार होती है तो कृषि आधारित विनिर्माण उद्योगों में भी निवेश बढेगा जिससे कि विनिर्माण उद्योगों में और भी ज्यादा पैसा निवेश किया जायेगा इस कारण निवेशकों के लाभ बढ़ जायेंगे l

2. यदि रिज़र्व बैंक मैद्रिक नीति की घोषणा में ब्याज दर घाटा दे लोन सस्ता हो जायेगा जिससे कि बैंकों से अधिक लोग ऋण लेंगे और बैंकों का लाभ बढेगा और इसी कारण बैंकिंग क्षेत्र से जुडी सभी कंपनियों के शेयरों के दामों में बृद्धि होगी l

3. मौद्रिक नीति(ब्याज दर में कमी या बृद्धि), राजकोषीय नीति(कर की दरों में कमी या बृद्धि), वाणिज्य नीति, औद्योगिक नीति, कृषि नीति आदि में यदि सरकार द्वारा कोई भी परिवर्तन किया जाता है तो इन सभी क्षेत्रों से जुडी सभी कंपनियों के शेयरों के दामों में उतार चढ़ाव आता है|

4. बजट पेश करने के दौरान की गयी सकारात्मक या नकारात्मक घोषणाओं की वजह से भी विभिन्न कंपनियों के शेयरों के दाम भी ऊपर नीचे होते हैं l

5. देश में राजनैतिक स्थिरता (बहुमत की सरकार या गठबंधन की), राजनैतिक वातावरण (वामपंथी या दक्षिणपंथी),जैसे कारण भी निवेशकों के निर्णयों को बहुत हद तक प्रभावित करते हैं | यदि देश में वामपंथी सरकार है तो वह कई क्षेत्रों में विदेशी निवेश का विरोध करती है (जैसे मल्टी ब्रांड रिटेल) जिससे के इस क्षेत्र की कंपनियों (बिग बाजार, विशाल मेगा मार्ट इत्यादि) के शेयरों में गिरावट होगी |

6. झुण्ड प्रभाव (herd effect), इसमें बाजार में अधिक बिकवाली या खरीदारी की क्रिया स्टॉक मार्किट में संचयी रूप से बिकवाली या खरीदारी की क्रिया को जन्म देती है| कभी कभी बाजार में उतार चढ़ाव डर या अनिश्चितता के कारण भी होता है |

तो ऊपर दिए गए विश्लेषण से यह बात साफ हो जाती है कि शेयर बाजार में उतार चढ़ाव की सही-सही भविष्यवाणी करना बहुत ही कठिन है क्योंकि यह सूचकांक बहुत ही संवेदनशील है और बहुत छोटे छोटे मुद्दों की वजह से अपना रुख बदलता रहता है |

मंदी की आहट से शेयर बाजार में हाहाकार! निवेशकों के डूबे पैसे

डिंपल अलावाधी

Share Market News Today (आज का शेयर शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज बाजार), 23 September 2022: शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा। निफ्टी 50 में 295 अंक और निफ्टी बैंक में 1000 से ज्यादा अंकों के गिरावट आई।

Share Market Today: Sensex Nifty Today

  • शुक्रवार को BSE-NSE में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
  • बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,76,65,071.21 करोड़ हो गया।
  • सभी सेक्टर्स लाल निशान पर बंद हुए।

Share Market News Today, 23 Sept 2022: मंदी की आहट, वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोर रूख और महंगाई को शेयर बाजार और स्टॉक एक्सचेंज कंट्रोल करने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US FED) की ओर से नीतिगत दर में 0.75 फीसदी की वृद्धि के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में जबर्दस्त गिरावट आई और निवेशकों के लाखों- करोड़ों रुपये स्वाह हो गए। दिनभर के उतार- चढ़ाव के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 1020.80 अंक या 1.73 फीसदी की गिरावट के साथ 58,098.92 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 302.45 अंक यानी 1.72 फीसदी फिसलकर 17,327.35 के स्तर पर बंद हुआ।

सबसे ज्यादा गिरावट मीडिया और पीएसयू बैंक के शेयरों में आई। ये तीन फीसदी से भी ज्यादा लुढ़क गए। निफ्टी बैंक, फाइनेंस सर्विस, रियल्टी और प्राइवेट बैंक में दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इनके अलावा ऑटो और मेटल 1 फीसदी से ज्यादा लुढ़के। वहीं एफएमसीजी, आईटी और फार्मा के शेयर भी लुढ़के।

कैसा रहा मार्केट का आखिरी दिन? डिटेल में जानने के लिए देखें ये वीडियो -

ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल
बीएसए पर लिस्टेड प्रमुख कंपनियों में से सिर्फ सन फार्मा, टाटा स्टील और आईटीसी के शेयर बढ़त पर बंद हुए। इनके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एसबीआई, पावर ग्रिड, मारुति, टीसीएस, विप्रो, एचसीएल टेक, नेस्ले इंडिया, आदि शामिल हैं।

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भारत के प्रमुख Share Markets और Stock Price Indices in Hindi

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आज हम भारत के प्रमुख शेयर बाजारों (Share Markets) और मूल्य सूचकांकों (Price Index) की बात करेंगे. कुछ रोचक तथ्य (facts) भी आपको बताएंगे. इस पोस्ट में हम भारतीय पूँजी बाजार से सम्बंधित कुछ महत्त्वपूर्ण घटनाओं (important timeline) की लिस्ट आपके सामने रखेंगे.

भारत के प्रमुख शेयर बाजार/Important Share Markets in India:-

राष्ट्रीय शेयर बाजार (National Stock Exchanges) – राष्ट्रीय शेयर बाजार की स्थापना 1992 को हुई. इसकी सिफारिश 1991 में फेर्वानी समिति (M J Pherwani Committee) ने की थी. इसका मुख्यालय दक्षिण मुंबई वर्ली में है.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) – यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. इसकी स्थापना 1875 ई. में स्टॉक एक्सचेंज मुंबई के नाम से की गई थी जिसे 2002 में बदलकर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) कर दिया गया.

ओवर दी काउंटर एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया (OTCEI) – इसकी स्थापना नवम्बर, 1992 में मुंबई में की गयी. इसकी स्थापना भारत में सर्वप्रथम ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधा सम्पन्न Computerized Exchange के रूप में हुई. इसकी अवधारणा USA के स्टॉक एक्सचेंज “NASDAQ” के आधार पर की गयी. जिन लघु या मध्यम औद्योगिक इकाइयों का पूँजी स्तर 30 लाख रु. से 25 करोड़ रु. हो, उन्हीं को OTCEI में सूचीबद्ध किया जाता है.

कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य:-Some Important Facts

1. विश्व का सबसे पहला संगठित शेयर बाजार वर्ष 1602 में Amsterdam, Netherlands में स्थापित किया गया था.

2. भारत में National Commodity & Derivatives Exchange Ltd. (NCDEX) ने कृषिगत उत्पादों (agricultural products) के लिए NCDEXAGRI नामक सूचकांक (Index) 3 मई, 2005 को शुरू किया. यह सूचकांक देश का पहला Commodity Index है.

3. ग्रीनेक्स (GREENEX) देश का पहला पर्यावरण अनुकूल शेयर मूल्य सूचकांक है जिसे देश में हरित निवेश को बढ़ावा (to promote green investment) देने के लिए शुरू किया गया है.

4. रेजिडेक्स (RESIDEX) राष्ट्रीय आवास बैंक (NHB) द्वारा 11 जुलाई, 2007 को लागू किया गया. जमीन की खरीद-बिक्री में अक्सर बेईमानी होती है. कालाबाजारी की निगरानी और रोकथाम के लिए इस इंडेक्स को लांच किया गया.

विश्व के प्रसिद्ध शेयर बाजारों के प्रमुख शेयर मूल्य सूचकांक/Important Stock Price Index in the World Share Market

शेयर मूल्य सूचकांक/Share Price Index स्टॉक एक्सचेंज/Stock Exchanges
डो जोन्स (Dow Jones) न्यूयॉर्क
निक्की (Nikkei) टोकियो
मिड डेक्स (MID DAX) फैंकफर्ट, जर्मनी
हैंग सेंग (HANG SENG) हांगकांग
सिमेक्स (SIMEX) सिंगापुर
कोस्पी (KOSPI) कोरिया
सेट (SET) थाइलैंड
तेन (TAIEN) ताईवान
शंघाई कॉम (Shanghai Com) चीन
नासदाक (NASDAQ) USA
एस.एंड.पी (S.& P.) कनाडा
बोवेस्पा ब्राजील
मिब्टेल इटली
आई.पी.सी. (IPC) मैक्सिको
जकार्ता कम्पोजिट इंडोनेशिया
KLSE कम्पोजिट मलेशिया
सियोल कम्पोजिट दक्षिण कोरिया
FTSE-100 लन्दन

भारत के प्रमुख शेयर मूल्य सूचकांक/ Important Stock Price Indices in India

BSE SENSEX– यह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (The Stock Exchange Mumbai) का संवेदी शेयर सूचकांक है. यह 30 प्रमुख शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है. इसका आधार वर्ष 1978-79 है.
BSE 200–यह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के 200 शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है. इसका आधार वर्ष 1989-90 ई. है. इसका नाम BSE 200 इसलिए है क्योंकि इसमें 200 कंपनी रजिस्टर्ड हैं.
DOLLEX- BSE 200 BSE 200 सूचकांक का ही डॉलर मूल्य सूचकांक डॉलेक्स (DOLLEX) कहलाता है. इसका आधार वर्ष 1989-90 ई. है.
NSE-50–राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दिल्ली से सम्बंधित इस सूचकांक का नाम बदलकर S & P CNX Nifty रखा गया है.

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