मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ

ट्रेडिंग 101: 'सही' पोजीशन साइज कैसे जानें?
पोजीशन साइजिंग एक सफल ट्रेडिंग यात्रा के पीछे सबसे कम आंका गया लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। अधिकांश व्यापारी अक्सर इस बात से चिंतित रहते हैं कि कहां से खरीदें और बेचें, यानी उनकी प्रवेश और निकास दरें, जो आवश्यक है, लेकिन यह जानना कि कितनी मात्रा में लॉन्ग/शॉर्ट जाना है, उतना ही महत्वपूर्ण है (यदि अधिक नहीं)।
सरल शब्दों में, अपने ट्रेडों पर ओवरबोर्ड जाने से आपके पूंजी पर्याप्तता स्तर आसानी से बर्बाद हो सकते हैं, जबकि बहुत कम पोजीशन अच्छे पुरस्कारों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है यदि व्यापार सही हो जाता है।
आपके ट्रेडों को उचित आकार देने के कई तरीके हैं लेकिन यहां मैं सबसे लोकप्रिय में से एक के बारे में बात करने जा रहा हूं। यह एक गतिशील स्थिति आकार देने की तकनीक है और व्यापारियों को अपने जोखिम को बढ़ाने की अनुमति देता है जब वे एक हत्या कर रहे होते हैं (जिसके परिणामस्वरूप उच्च संभावित लाभ होता है) और साथ ही जब वे खोने वाली लकीर से गुजर रहे होते हैं तो उनके जोखिम जोखिम को कम करते हैं।
इसलिए, सबसे पहले, व्यापारियों को उस पूंजी को परिभाषित करने की आवश्यकता है जिस पर वह व्यापार कर रहा है, मान लें कि INR 1,00,000 है। अब, एक सामान्य नियम के रूप में, कभी भी एक व्यापार पर अपनी पूंजी का 1% से अधिक का जोखिम न लें, लेकिन आप इस सीमा स्तर को बढ़ा/घटा सकते हैं।
अब, व्यापार पर आते हैं, मान लीजिए कि आप वर्तमान में एक कंपनी के शेयर खरीदने के लिए तैयार हैं जो INR 100 पर उद्धृत कर रहे हैं और आपका स्टॉप लॉस INR 90 है। यदि आप पहले से SL के बारे में निश्चित नहीं हैं, तो मैं सुझाव दूंगा कि व्यापार न करें। क्योंकि अपने जोखिम को परिभाषित नहीं करना खेल से जल्दी या बाद में बाहर निकलने का एक निश्चित तरीका है।
उदाहरण पर वापस आते हुए, अब आप जानते हैं कि प्रति ट्रेड आपका जोखिम INR 10 है, जिसका अर्थ है कि सबसे खराब स्थिति में, आपके द्वारा खरीदे गए प्रत्येक शेयर पर आपको INR 10 का नुकसान होगा। अब, 1% की हमारी जोखिम सीमा पर वापस आने पर, यह प्रति ट्रेड 1,000 रुपये (1,00,000 रुपये की पूंजी पर) आता है। अब सवाल यह है कि 1,000 रुपये के अपने अधिकतम जोखिम को कम करने के लिए आप कितने शेयर खरीद सकते हैं? बस अधिकतम विभाजित करें। 1% के अपने सेट पैरामीटर के भीतर अपने जोखिम को सीमित करने के लिए आप जो वास्तविक मात्रा खरीद सकते हैं उसे प्राप्त करने के लिए प्रति व्यापार जोखिम से जोखिम।
हमारे उदाहरण में। यह 100 शेयर (1,000/10) निकलता है जो उचित संख्या है। कितने शेयर आपको खरीदने चाहिए। पोजीशन साइजिंग पद्धति के बारे में सबसे अच्छी बात मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ यह है कि यह प्रकृति में गतिशील है, जिसका अर्थ है कि जोखिम पूंजी में भिन्नता के साथ समायोजित होता रहता है।
यदि आप लगातार एक के बाद एक व्यापार पर पैसा बना रहे हैं, तो अंततः आपकी पूंजी में वृद्धि शुरू हो जाएगी और यह वह जगह है जहां आप प्रत्येक व्यापार के लिए अधिक (INR में) जोखिम उठा सकते हैं, जबकि एक ही समय में इसे अभी भी 1% पर सीमित कर सकते हैं। दूसरी ओर, जैसे-जैसे आपकी पूंजी लगातार कुछ नुकसानों के कारण कम होती जाती है, आपका प्रति ट्रेड जोखिम भी कम होता जाएगा जो आपके नुकसान को और कम करेगा।
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ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?पूरी जानकारी | Trading in Hindi
- Post author: ShareMarketIndia
- Post published: March 8, 2022
- Post category: शेयर मार्केट
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ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?पूरी जानकारी | Trading in Hindi
आजकल लोग इंटरनेट से पैसे कमाने के अलग अलग तरीके खोजते रहते है। ट्रेडिंग भी एक ऐसा तरीका है जिससे आप हजारों रुपए कमा सकते है। तो आइये जानते है ट्रेडिंग क्या है? कैसे सीखें?
शेयर मार्केट में कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लिए लोग ट्रेडिंग करते है। ट्रेडिंग करके कुछ लोग दिन के हजारों रुपए कमाते है।लेकिन ज्यादातर लोग ट्रेडिंग में पैसे गवांते है या फिर थोडे ही पैसे कमा पाते है। क्युकी वह लोग ट्रेडिंग क्या है(Trading in Hindi),कैसे सीखें?, ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, इन सबकी जानकारी लिए बिना ही ट्रेडिंग करना शुरू करते है।
इसलिए आपको सबसे पहले ट्रेडिंग क्या है? ये जानना जरूरी है।
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है? | Trading in Hindi
ट्रेडिंग का अर्थ होता है व्यापार। दो व्यक्ति या संस्था के बीच वस्तु और सेवाओं का आदान प्रदान इसी को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहते है। बहुत पुराने समय से दुनिया में ट्रेडिंग यानी व्यापार होता आ रहा है। पुराने समय में लोग एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु देते थे। उसके बाद वस्तु के बदले पैसे देने लगे।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का अर्थ होता है शेयर की खरीदी और बिक्री। जैसे कि हम किसी वस्तु की खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं वैसे ही शेयर मार्केट में कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है।
ट्रेडिंग करने में बहुत जोखिम होता है ऐसा कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि भविष्य में कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अक्सर ऐसा मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ होता कि अगर शेयर से जुड़ी कोई अच्छी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देती है। और अगर शेयर से जुड़ी कुछ बुरी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है? | Online Trading in Hindi
इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदत से शेयर को खरीदने और बेचने की सुविधा को ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading in Hindi) कहा जाता है। शेयर के अलावा आप मच्यूल फंड, करेंसी,कमोडिटी और अन्य वित्तीय सिक्योरिटीज को आप ऑनलाइन खरीद सकते है।
किसी भी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर के साथ घर बैठे अकाउंट खुलवाकर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? | Types of Trading in Hindi
ट्रेडिंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग, पोजिशनल,स्विंग ट्रेडिंग। आइए सबसे पहले जानते है इंत्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi
बहुत से लोग शेयर मार्केट में कम समय में मुनाफा कमाना चाहते है। उनके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदकर बेचना इसी को इंट्राडे ट्रेडिंग कहता है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है। उसी समय के बीच में अगर आप शेयर खरीद कर बीच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख गए तो आप दिन के हजारों रुपए कमा सकत है। लेकिन इसमें नुकसान होने की भी पूरी संभावना होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में रहने वाली जोखिमों से अज्ञात होते हुए कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुक्सान कर बैठते है।
मेरी राय ये है कि अगर आप नए है तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादा पैसे नहीं लगाने चाहिए।
पोजिशनल ट्रेडिंग | Positional Trading in Hindi
यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, लेकिन हर दिन के उतार-चढ़ाव पर नजर नहीं रख सकते हैं, और लंबे समय के लिए भी निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो फिर पोजिशनल ट्रेडिंग आपके लिए अच्छा मार्ग हो सकता है।
पोजीशनल ट्रेडिंग में ट्रेडर अपने शेयर इंट्राडे से ज्यादा समय के लिए होल्ड कर सकते।यह समय एक दिन,एक हफ्ता या एक महीना भी हो सकता है।
जबकि पोजीशन ट्रेडिंग सुनने में आसान लग रही होगी लेकिन, इसके लिए अच्छे फंडामेंटल और टेक्निकल रिसर्च की आवश्यकता होती है। साथ ही शेयर मार्केट के बारे में अच्छी और ठोस जानकारी भी जरूरी होती है।
स्विंग ट्रेडिंग | Swing Trading in Hindi
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है पर जहां ट्रेडर शेयर थोड़े समय के लिए शेयर खरीदते हैताकि उससे मुनाफा कमा सकें। यह समय आमतौर पर कुछ दिनों और कई हफ्तों के बीच होता है।
स्विंग ट्रेडर शेयर की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव और गति के रुझानों को जानने के लिए और शेयर खरीदने या बेचने के लिए ट्रेडिंग गतिविधि में एक पैटर्न का विश्लेषण करता है। स्विंग ट्रेडिंग आम तौर पर लार्ज कैप शेयर पे कि जाती है।
स्विंग ट्रेडर्स आमतौर पर स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनने के लिए तकनीकी विश्लेषण(टेक्निकल एनालिसिस) का उपयोग करते हैं। अगर आपको स्विंग ट्रेडिंग सीखनी है तो आपको टेक्निकल एनालिसिस आना ही चाहिए । स्विंग ट्रेडिंग में भी रिस्क होती है इसलिए बिना समझे पैसे नहीं लगाना चाहिए।
ट्रेडिंग कैसे सीखे | How to Learn Trading in Hindi
आपने ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ये बाते तो जान ली आइए अब जानते जानते है कि ट्रेडिंग कैसे सीखे(How to Learn Trading in Hindi)
यूटयूब एक ऐसा जरिया है जहां से आप ट्रेडिंग सीख सकते है।आपको यूट्यूब के ऊपर बहुत सारे चैनल मिलेंगे जहां से आप फ्री में ट्रेडिंग सीख सकते है। गूगल पर भी ऐसी बहुत वेबसाइट उपलब्ध है जहां से आप मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ ट्रेडिंग के बारे में जानकारी ले सकते है।
ट्रेडिंग सीखनी के लिए आप किसी अच्छी किताब को पढ़ सकते है।दोस्तों अगर आपको किताबे पढ़ना पसंद है तो आप किताब से भी ट्रेडिंग सीख सकते हो।आप ऐसे लोगों की किताब पढ़े जिन्होंने ट्रेडिंग में सफल होकर अच्छा पैसा कमाया है।आपको इंटरनेट पर ट्रेडिंग के ऊपर बहुत सारे ई-बुक भी मिल जाएंगे जिन्हें आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पढ़ सकते है।
दोस्तों आपको शेयर मार्केट के बारे ऑनलाइन और ऑफलाइन बहुत सारे फ्री और पेड कोर्सेस मिल जाएंगे।इन कोर्सेस कि मदद से आप ट्रेडिंग सीख सकते हो।
1 दिन में भी पैसे से बना सकते हैं पैसा, बाजार में ऐसे करें इंट्राडे ट्रेडिंग
क्या कोई ऐसी जगह है, जहां 1 दिन के लिए पैसे लगाकर मोटी कमाई की जा सकती है.
क्या कोई ऐसी जगह है, जहां 1 दिन के लिए पैसे लगाकर मोटी कमाई की जा सकती है.
Tips For Day Trading: क्या कोई ऐसी जगह है, जहां 1 दिन के लिए पैसे लगाकर मोटी कमाई की जा सकती है. अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो इसका जवाब हैं हां. शेयर बाजार ऐसी जगह है, जहां महज कुछ घंटों की ट्रेडिंग में पैसे से पैसा बना सकते हैं. सही और सटीक शेयर चुनने में सफल रहते हैं तो हाथों हाथ जेब में मोटी रकम आ सकती है. ऐसा संभव है इंट्राडे ट्रेडिंग में, जिसमें बाजार निवेशकों को 1 दिन में भी बंपर मुनाफा कमाने का मौका देता है.
बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. ध्यान रहे कि इसमें जरूरी नहीं है कि आपको फायदा ही हो.
कैसे कर सकते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग
अगर शेयर बाजार में डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है. इस अकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फोन पर ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं या ऑनलाइन भी खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं.
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कैसे चुनें सही स्टॉक
- सिर्फ लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करें, 2 या 3 ऐसे स्टॉक चुन सकते हैं.
- वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहें.
- अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों में करें खरीददारी.
- शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देख लें, मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं.
- रिसर्च के बाद जिन शेयरों को लेकर कांफिडेंट हैं, उनमें निवेश करें.
- शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
- जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें.
कितने पैसों की पड़ती है जरूरत
इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.
कैसे मिलता है फायदा
इसका उदाहरण 29 अक्टूबर यानी मंगलवार को शेयर बाजार में होने वाली ट्रेडिंग से ले सकते हैं. टाटा मोटर्स के शेयरों मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ में निवेश करने वालों के लिए मंगलवार का दिन बेहतर साबित हुआ. पॉजिटिव सेंटीमेंट जुड़ने के बाद कंपनी के शेयर में 16 फीसदी तक तेजी आई है. इसके पहले 3 अक्टूबर को पॉजिटिव सेंटीमेंट बनने से ही यस बैंक में करीब 29 फीसदी तेजी आई.
एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
(Discliamer: हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब
पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)
अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.
1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.
2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.
4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)
5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.
6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)
7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)