शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा

विदेशी मुद्रा भंडार में जोरदार उछाल, अब तक के सबसे रिकॉर्ड लेवल पर
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) को लेकर अच्छी खबर है. इसमें लगातार बढ़ोतरी के साथ यह अब तक की सबसे रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीते 16 अक्टूबर 2020 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.615 अरब डॉलर बढ़कर 555.12 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया.
दो साल के निचले स्तर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, देश की अर्थव्यवस्था पर होगा असर?
नवीनतम सप्ताह में गिरावट की मात्रा, 6.687 बिलियन डॉलर है, जो जुलाई के मध्य के बाद सबसे बड़ी थी।
दो साल के निचले स्तर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार (फाइल फोटो)
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो वर्षों में सबसे निचले स्तर पर आ गया। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पेश की गई रिपोर्ट में जानकारी दी गई है। आरबीआई के अनुसार, रुपए 80 प्रति डॉलर के नीचे चला गया है, वहीं आरबीआई ने इसे ऊपर रखने के लिए काफी प्रयास शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा किया था।
आरबीआई के साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 6.687 अरब डॉलर गिरकर 564.053 अरब डॉलर हो गया, जो दो साल में सबसे कम और लगातार तीसरे सप्ताह में गिरावट है। नवीनतम सप्ताह में गिरावट की मात्रा, 6.687 बिलियन डॉलर है, जो जुलाई के मध्य के बाद सबसे बड़ी थी।
इससे पहले के सप्ताह में 12 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का आयात कवर 2.238 डॉलर घटकर 570.74 अरब डॉलर रह गया था। जुलाई के अंतिम सप्ताह में वृद्धि को छोड़कर, जो एक सांख्यिकीय ब्लिप की तरह लगता है, भारत के विदेशी मुद्रा में जुलाई की शुरुआत से हर एक सप्ताह में गिरावट आई है। फरवरी के अंत में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से यह 26 सप्ताहों में से 20 में गिरावट हुई थी।
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यूक्रेन संकट के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 67 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट और पिछले साल के उच्चतम शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा स्तर से करीब 80 अरब डॉलर की गिरावट रुपए में लगभग 74 डॉलर प्रति डॉलर से 80 के करीब है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कच्चे तेल के बढ़ते आयात के शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा कारण, जिस पर देश अपनी तेल जरूरतों के 80 प्रतिशत से अधिक के लिए निर्भर करता है, भारत का व्यापार असंतुलन पिछले महीने बढ़कर 31 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जिससे देश के चालू खाते को बनाए रखने की क्षमता के बारे में चिंता बढ़ गई।
वहीं आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार, नवीनतम दर-निर्धारण बैठक के बाद जब केंद्रीय बैंक ने लगातार तीसरी बार दरों में बढ़ोतरी की, तब भी भारत का विदेशी मुद्रा भंडार वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा रहा है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने गुरुवार को कहा कि एक रिपोर्ट से पता चला है कि क्रेडिट योग्यता पर दबाव का सामना करने के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है।
एक्सपर्ट के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में गिराावट के बाद देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट आने की उम्मीद है। हालांकि आरबीआई की ओर से इसपर कोई जानकारी नहींं दी गई है।
शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा
-पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार में 14.73 अरब डॉलर का इजाफा
नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स)। आर्थिक र्मोचे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। विदेशी मुद्रा भंडार में एक साल से ज्यादा की सबसे तेज बढ़ोतरी दर्ज हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 11 नवंबर को समाप्त हफ्ते के दौरान 14.73 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के जारी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 11 नवंबर को समाप्त हफ्ते के दौरान 14.73 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। विदेशी मुद्रा भंडार में अगस्त 2021 के बाद यह सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रही शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा है। इससे पहले बीते 4 नवंबर को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 529.99 अरब डॅालर रहा था।
आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान मुद्रा भंडार का अहम घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) भी 11.8 अरब डॅालर की वृद्धि के साथ 482.53 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। इसी तरह देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि इस साल की शुरूआत में अपना विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्तर पर था, लेकिन रुपये के मूल्य में गिरावट को रोकने के लिए रिजर्व बैंक को डॉलर खुले बाजार में बेचना पड़ रहा है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिल रहा है। हालांकि, 2022 की शुरुआत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 630 अरब डॉलर था। तब से रुपये में गिरावट का माहौल है।
शुरुआती हफ्ते में घटने के बाद बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 2.229 अरब डॉलर बढ़े
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 जनवरी को खत्म हुए सप्ताह में 2.229 अरब डॉलर बढ़कर 634.965 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले सात जनवरी को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 87.8 करोड़ डॉलर घटकर 632.736 अरब डॉलर पर आ गया था. इसके पहले तीन सितंबर 2021 को भी यह रिकार्ड 642.453 के उच्च स्तर पर पहुंच गया था. आरबीआई के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 14 जनवरी को समाप्त समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में उछाल आने की वजह कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाले एफसीए तथा स्वर्ण आरक्षित भंडार में हुई वृद्धि है.
एफसीए भी 1.345 अरब डॉलर बढ़ा
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार बीते सप्ताह के दौरान एफसीए 1.345 अरब डॉलर बढ़कर 570.737 अरब डॉलर हो गया. डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाले विदेशीमुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्रा के घट -बढ़ को भी शामिल किया जाता है. इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 27.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 39.77 अरब डॉलर हो शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा गया. आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास विशेष आहरण अधिकार 12.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.22 अरब डॉलर हो गया. अंतररराष्ट्रीय मुद्राकोष में देश का मुद्रा भंडार भी 3.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.238 अरब डॉलर हो गया.
इसके पहले लगातार हो रहा था कम
गौरतलब है कि 7 जनवरी 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 87.8 करोड़ डॉलर घटकर 632.736 अरब डॉलर पर आ गया था. इससे पहले 31 दिसंबर 2021 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.466 अरब डॉलर घटकर 633.614 अरब डॉलर रहा था. इसी तरह 24 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 58.7 करोड़ डॉलर घटकर 635.08 अरब डॉलर रह गया था. वहीं, 17 दिसंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में यह 16 करोड़ डॉलर घटकर 635.667 अरब डॉलर था.
शुरुआती हफ्ते में घटने के बाद बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 2.229 अरब डॉलर बढ़े
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 जनवरी को खत्म हुए सप्ताह में 2.229 अरब डॉलर बढ़कर 634.965 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले सात जनवरी को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 87.8 करोड़ डॉलर घटकर 632.736 अरब डॉलर पर आ गया था. इसके पहले तीन सितंबर 2021 को भी यह रिकार्ड 642.453 के उच्च स्तर पर पहुंच गया था. आरबीआई के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 14 जनवरी को समाप्त समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में उछाल आने की वजह कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाले एफसीए तथा स्वर्ण आरक्षित भंडार में हुई वृद्धि है.
एफसीए भी 1.345 अरब डॉलर बढ़ा
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा बीते सप्ताह के दौरान एफसीए 1.345 अरब डॉलर बढ़कर 570.737 अरब डॉलर हो गया. डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाले विदेशीमुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्रा के घट -बढ़ को भी शामिल किया जाता है. इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 27.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 39.77 अरब डॉलर हो गया. आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास विशेष आहरण अधिकार 12.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.22 अरब डॉलर हो गया. अंतररराष्ट्रीय मुद्राकोष में देश का मुद्रा भंडार भी 3.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.238 अरब डॉलर हो गया.
इसके पहले लगातार हो रहा था कम
गौरतलब है कि 7 जनवरी 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 87.8 करोड़ डॉलर घटकर 632.736 अरब डॉलर पर आ गया था. इससे पहले 31 दिसंबर 2021 शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.466 अरब डॉलर घटकर 633.614 अरब डॉलर रहा था. इसी तरह 24 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 58.7 करोड़ डॉलर घटकर 635.08 अरब डॉलर रह गया था. वहीं, 17 दिसंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में यह 16 करोड़ डॉलर घटकर 635.667 अरब डॉलर था.