फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है

निफ्टी 1 सितंबर एक्सपायरी; फ्यूचर्स '120 पॉइंट्स' प्रीमियम पर!
निफ्टी अगस्त की समाप्ति महीने के अधिकांश भाग के दौरान एक सहज अपट्रेंड के बावजूद, एक अस्थिर नोट पर समाप्त हुई। अब ट्रेडर्स की निगाहें 1 सितंबर 2022 को निफ्टी 50 के एक्सपायरी पर टिकी हैं। यहां कुछ प्रमुख डेटा बिंदु दिए गए हैं जो आपको अगले सप्ताह तक आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं
सबसे पहले वैश्विक सेटअप सकारात्मक पक्ष के प्रति कुछ हद तक तटस्थ दिख रहा है। डॉव जोन्स ने कल के सत्र को तेजी के साथ समाप्त किया, 0.98% ऊपर 33,291.78 पर बंद हुआ जो कि दिन के उच्चतम स्तर के आसपास है। S&P 500 और NASDAQ 100 भी क्रमश: 1.41% और 1.61% ऊपर बंद हुए। हालांकि, आज अमेरिकी बाजारों में बिकवाली का थोड़ा दबाव देखने को मिल रहा है और रातोंरात डॉव और S&P 500 फ्यूचर्स मामूली कटौती के साथ कारोबार कर रहे हैं।
हालांकि, अधिकांश कार्रवाई सोमवार को होगी क्योंकि बाजार जैक्सन होल संगोष्ठी पर प्रतिक्रिया करेगा, जो 27 अगस्त 2022 को समाप्त होगा। यूएस फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के बयान के रूप में वह 4 दशक की उच्च मुद्रास्फीति के मुद्दों को फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है संबोधित करते हैं। , ब्याज दरों में वृद्धि पर रुख, विकास में सेंध की संभावना आदि अगले सप्ताह के लिए बाजार की व्यापक दिशा तय करेंगे।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया अभी पिछले कुछ सत्रों की तरह स्थिर दिख रहा है। ब्रेंट ऑयल की कीमतें भी लगभग 100 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर अपनी मजबूती बनाए हुए हैं, जिस पर हमारे बाजारों ने भी छूट दी है। इसलिए, वैश्विक मोर्चे पर कोई भी मुद्दा हमारे बाजारों के लिए बड़ी चिंता का विषय नहीं लगता है।
हमारे स्थानीय संकेतों के अनुसार, सौभाग्य से, एफआईआई से कोई गंभीर बिक्री दबाव नहीं देखा गया है। पिछले तीन सत्रों से, एफआईआई नकद बाजार में शुद्ध खरीदार रहे हैं, जिसमें 25 अगस्त 2022 को नकद बाजार में 396 करोड़ रुपये की खरीदारी शामिल है। हालांकि पिछले कुछ सत्रों से डीआईआई शुद्ध विक्रेता बने रहे, लेकिन बिक्री ज्यादा चिंताजनक नहीं है। उदाहरण के लिए, DII ने पिछले 3 दिनों में केवल INR 334.3 करोड़, INR 322.3 करोड़ और INR 215.2 करोड़ की फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है बिक्री की है, जिसे आसानी से FII द्वारा अवशोषित कर लिया गया था। हालांकि, एफआईआई पिछले कुछ दिनों में इंडेक्स फ्यूचर्स पर शुद्ध बिकवाली कर रहे हैं। आज के आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं।
दिलचस्प बात यह है कि निफ्टी सितंबर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट करीब 120 अंकों के बेहद ऊंचे प्रीमियम पर बंद हुआ है। निफ्टी हाजिर 17,558.9 पर बंद हुआ, जबकि चालू माह फ्यूचर्स 17,678 पर बंद हुआ। हालांकि नए अनुबंध की शुरुआत में प्रीमियम आम तौर पर अधिक होता है, 120 अंक बहुत अधिक होता है और यह संकेत दे रहा है कि अगले सप्ताह में निफ्टी की दिशा में व्यापारी काफी उत्साहित हैं। फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट पर यह बहुत अधिक प्रीमियम इस महीने कॉल ऑप्शन विक्रेताओं के पक्ष में काम करेगा क्योंकि समाप्ति तक अनुबंध पर प्रीमियम पूरी तरह से समाप्त हो जाता है और फ्यूचर्स की कीमत स्पॉट प्राइस के बराबर हो जाती है।
चार्ट की बात करें तो अगले हफ्ते निफ्टी का रेंज 17,720 - 17,730 (स्पॉट) ऊपर की तरफ है, जबकि 17,450 के आसपास अच्छा सपोर्ट है। हालांकि, चूंकि फ्यूचर्स पर काफी अधिक प्रीमियम है, प्रतिरोध के ऊपर एक ब्रेक अधिक होने की संभावना हो सकती है।
विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति - forex hedging strategy
विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति - forex hedging strategy
विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति चार भागों में विकसित होती है, जिसमें विदेशी मुद्रा व्यापारी के जोखिम जोखिम, जोखिम सहिष्णुता के विश्लेषण और रणनीति की वरीयता ये घटक विदेशी मुद्रा बचाव बनाते हैं: 1. जोखिम का विश्लेषण: व्यापारी को यह पता होना चाहिए कि मौजूदा या प्रस्तावित स्थिति में वह किस
प्रकार के जोखिम (जोखिम) ले रहा है। वहां से, व्यापारी को यह अवश्य पहचानना चाहिए कि इस खतरे को अनफिट करने पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, और यह निर्धारित करें कि मौजूदा विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार में जोखिम उच्च या निम्न है या नहीं।
2. जोखिम सहिष्णुता निर्धारित करें: इस कदम में, व्यापारी अपने जोखिम जोखिम स्तर का उपयोग करता है,
यह निर्धारित करने के लिए कि स्थिति के जोखिम को कितना ढीला होना चाहिए। कोई भी व्यापार कभी शून्य जोखिम नहीं होगा; यह जोखिम लेने वाले जोखिम के स्तर को निर्धारित करने के लिए व्यापारी पर निर्भर है, और अधिक जोखिम को हटाने के लिए वे कितना भुगतान करने के इच्छुक हैं।
3. विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति निर्धारित करें: यदि विदेशी मुद्रा विकल्पों का उपयोग मुद्रा व्यापार के जोखिम को सुरक्षित रखने के लिए करता है, तो व्यापारी को यह निर्धारित करना होगा कि कौन सी रणनीति सबसे अधिक लागत प्रभावी है
4. रणनीति को लागू करें और निगरानी करें: यह सुनिश्चित करके कि रणनीति उस तरह से काम करती है जिस तरह से, जोखिम कम से कम रहेगा
विदेशी मुद्रा मुद्रा व्यापार बाजार एक जोखिम भरा है, और हेजिंग केवल एक तरीका है कि एक व्यापारी जोखिम की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। एक व्यापारी होने का इतना पैसा और जोखिम प्रबंधन है, जो शस्त्रागार में हेजिंग जैसे अन्य टूल को अविश्वसनीय रूप से उपयोगी है। सभी खुदरा विदेशी मुद्रा दलालों उनके प्लेटफार्मों में हेजिंग की अनुमति नहीं देते हैं। ब्रोकर को पूरी तरह से अनुसंधान करना सुनिश्चित करें जो आप व्यापार से पहले शुरू करते हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से निर्यातकों को फायदा हुआ, क्योंकि उन्हें डॉलर में भुगतान होता है। वहीं, आयातकों को नुकसान झेलना पड़ा, क्योंकि उन्हें डॉलर में पेमेंट करने के लिए बाजार से महंगा डॉलर खरीदना होता है। इस नुकसान को मुद्रा बाजार का जोखिम कहते हैं। इसे हेजिंग के जरिये कम किया जाता है।
क्या होती है हेजिंग:
हेजिंग को हम एक तरह के बीमा की तरह समझ सकते हैं, जिसमें किसी भी नकारात्मक असर को कम करने की कोशिश की जाती है। हेजिंग से जोखिम होने का खतरा कम नहीं होता। लेकिन अगर सही तरीके से हेजिंग की जाए तो किसी भी नकारात्मक परिस्थिति का असर जरूर कम हो सकता है। साधारण तौर पर आप समझ लें कि हेजिंग में आप वायदा बाजार में वह पोजिशन लेते हैं, जो हाजिर बाजार से बिल्कुल विपरीत होती है। इस तरह से आप मुद्रा बाजार में किसी भी उतार-चढ़ाव के फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है असर को कम कर सकते हैं।
क्या तरीके हैं हेजिंग के:
मुद्रा बाजार में तीन तरीकों से हेजिंग की जाती है। पहला तरीका है फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट का। इस तरीके में कारोबारी पहले से तय की गई विनिमय दर पर पूर्व निर्धारित समयसीमा में करार करते हैं। इस तरीके में आप अपने फायदे और नुकसान दोनों पर लगाम लगा कर पहले से ही चलते हैं। दूसरा तरीका करेंसी फ्यूचर्स का है। इस तरीके में किसी भी दो खास करेंसी का तय समय और तय दर पर आपस में आदान प्रदान होता है। करेंसी ऑप्शन तीसरा तरीका है। इसे एक तरह का बीमा कह सकते हैं जो मुद्रा बाजार के आपके पक्ष में आने से फायदा देता है और आपके विपरीत जाने में आपकी सुरक्षा भी करता है।
निर्यातक करेंसी का फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट बेचते हैं। उदाहरण के तौर पर किसी निर्यातक को एक लाख डॉलर का सामान सप्लाई करना है। मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने के लिए वह वायदा बाजार में डॉलर बेचता है। इसके उलटे अगर किसी आयातक को माल के लिए एक लाख डॉलर चुकाना है तो वह वायदा बाजार में जाकर डॉलर खरीद जोखिम को कम कर सकता है। आयातक कॉल ऑप्शन के जरिये विदेशी मुद्रा की खरीद की कीमत को पहले से ही तय कर अपने जोखिम को कम करता है। इसके उलट निर्यातक पुट ऑप्शन के जरिये विदेशी मुद्रा की बिक्री की कीमत को पहले से तय करके जोखिम को कम करता है।
ITR Full Form In Hindi|ITR क्या है ?|ITR के फायदे|ITR के बारे में पूरी जानकारी.
ITR Full Form In Hindi: नमस्कर दोस्तो ! आज के आर्टिकल में हम बात करेंगे Income Tax Return(ITR) के बारे.और जानेंगे आखिर ITR क्या होता है ?ITR क्यू फाइल करनी चाहिए ? इसके फायदे क्या होते है ? इन इन सब सवाल के जवाब आज आपको मिलने वाले है.तो चलिए आर्टिकल शुरू करते है.
Table फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है of Contents
ITR Full Form In Hindi
ITR का फुल फॉर्म होता है Income Tax Return,और हिंदी में इसे आय कर रिटर्न बोला जाता है.
What Is ITR In Hindi (ITR क्या है ?)
दोस्तो ITR फाइल करना मतलब पिछले Financial Year का सरकार को डिटेल में ओवरव्यू देना जैसे की,पिछले Financial Year आपने कितने पैसे कमाए ?,कहा कहा से कमाए ?,कितने खर्च किए ? कितन बचाए ?,कितने पैसे इन्वेस्ट किए इन सब चीजों की सरकार को डिटेल में इनफॉर्मेशन देनी पड़ती है,एक फॉर्म पर उसे ITR फाइल करना बोला जाता है.
लेकिन कुछ लोगो को लगता है ITR फाइल करना मतलब टैक्स जमा कराना.तो ऐसा नहीं है,टैक्स जमा कराना और ITR फाइल करना दोनो अलग अलग चीज़े होती है.
ITR फाइल करने के बाद,अगर आप पर किसी तरह की कोई Tax Liability बन जाती है,तब फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है जाकर आपको वो टैक्स पे करना होता है.
ITR कोन फाइल कर सकता है ?
भारत में आईटीआर फाइल करने को लेकर नॉर्मल सिटीजन,सीनियर सिटीजन और सुपर सीनियर सिटीजन के बीच कुछ नियम बनाए गए है.जैसे की,
- किसी नॉर्मल सिटीजन की सालाना इनकम 2,50,000 रुपए से ज्यादा है,तो उसे आईटीआर फाइल करना जरूरी है.
- किसी सीनियर सिटीजन की सालाना इनकम 3,00,000 रुपए से ज्यादा है,तो उसे आईटीआर फाइल करना जरूरी है.
- वही अगर किसी सुपर सीनियर सिटीजन की सालाना इनकम 5,00,000 रुपए से ज्यादा है,तो उसे आईटीआर फाइल करना जरूरी है.
मान लो दोस्तो अगर किसी नॉर्मल/सीनियर/सुपर सीनियर सिटीजन की इनकम आईटीआर फाइल करने के रेंज में नहीं आती ? तो भी वो पर्सन आईटीआर फाइल कर सकता है.
For Example:अगर किसी नॉर्मल सिटीजन की सालाना इनकम 2,50,000 रुपए से कम है,तब भी वो चाहे तो अपनी आईटीआर फाइल कर सकता है.और इसके कई सारे बेनिफिट भी उनको मिलते है.
ITR फाइल करने के क्या फायदे होते है ?
ITR क्या है ? और ITR कोन फाइल कर सकता है ? ये समझ ने के बाद,अब ITR फाइल करने के क्या फायदे होते है ? इसके बारे में बात करते है.(What Are The Benefits Of ITR Filing?)
1.लोन मिलने में आसानी.
बैंक में लोन के लिए अप्लाई करते वक्त आपका इनकम प्रूफ देखा जाता है.और खास कर होम लोन के लिए अप्लाई कर रहे हो,तो पिछले तीन साल की ITR प्रूफ के तौर पर मांगी जाती है.
अगर आप बिना ITR के लोन के लिए अप्लाई करते हो,तो बैंक इस केस में साफ साफ मना भी कर सकता है.वही अगर आप टाइम टू टाइम ITR फाइल करते हो,तो वहा पर लोन मिलने के चांस बढ़ जाता है.
2.ITR Certificate.
भारत में जो भी पर्सन इनकम टैक्स फाइल करता है.उन्हे एक सर्टिफिकेट दिया जाता है.और वो सर्टिफिकेट गवर्मेंट के तरफ से प्रूफ होता,जिससे किसी पर्सन की सालाना इनकम का पता चल जाता है.जिस से भविष्य में आपको क्रेडिट कार्ड या फिर लोन की सुविधा मिलने में आसानी होती है.
3.रिफंड क्लेम कर सकते हो.
कई बार क्या होता है,जो जॉब करने वाले आम आदमी होते है,वो टैक्स स्लैब के रेंज में नहीं आते,फिर भी कुछ कारणों के चलते उनका TDS कट जाता है.
तो डरो मत ITR फाइल करो.और अपना रिफंड क्लेम करो.इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपके ITR का एसेसमेंट करता है,अगर रिफंड बन रहा है,तो डिपार्टमेंट उस रिफंड अमाउंट आपके रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में डाल देता है.
4.Viza मिलने में आसानी.
विदेश में घूमने शौक है या फिर पढ़ाई के लिए आपको विदेश जाना है,तो वहा जाने के लिए आपको वीजा की जरूरत पड़ती है.
तो ऐसे में जब आप वीजा अथॉरिटीज में वीजा के लिए अप्लाई करते हो,तो वहा आपसे पिछले 3 से 5 साल का ITR मांग सकती है.
वीजा अथॉरिटीज ITR के जरिए ये चेक करती है,की जो पर्सन उनके देश में जा रहा है,उसका फाइनेंशियल स्टेटस कैसे है?और इसके लिए सबसे बेस्ट प्रूफ होता है,किसी पर्सन की ITR.
5.कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए
अगर फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है आप बिजनेसमैन हो,और किसी डिपार्टमेंट या सेक्टर से अपने बिजनेस के लिए कॉन्ट्रैक्ट हासिल करना चाहते हो,तो वहा ITR बहुत काम आएगा.और खास तौर पर किसी गवर्मेंट डिपार्टमेंट से कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए आपके पास पिछले 5 पाच साल का ITR होना जरूरी है.
6 Insurance
अगर आपको को बड़ा Insurance Cover (1 करोड़ या 1 करोड़ से ज्यादा) लेना है.तो ऐसे में Insurance कंपनी आपका ITR जरूर चेक करती है.क्युकी इस से इंश्योरेंस कंपनियों को आपके इनकम का अंदाजा लग जाता है.
7.लॉस को कैरी फॉरवर्ड करने के लिए.
अगर आप शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते है और आपको लॉस हो जाता है,तो उस लॉस को अगले साल कैरी फॉरवर्ड करने के लिए दिए गए टाइम लिमिट के अंदर आपको ITR फाइल करना जरूरी है.
क्युकी अगले साल आपको अगर कैपिटल गेन होता है,तो वो लॉस जो आपको पिछले साल हुआ था,उसे इस साल के फायदे के साथ Adjust किया जाता है.
जिस से आपको टैक्स छूट का फायदा मिल जाता है. लेकिन याद रखे ये बड़ा फायदा आपको तभी मिलेगा,जब आप अपनी ITR टाइम पर फाइल करोगे.
8 पेनल्टी से बचने के लिए
भारत का कोई भी पर्सन अगर टैक्स स्लैब के रेंज में आता है.और दिए गए टाइम पर ITR फाइल नहीं करता है,तो उस टाइम उसे 5 से 10,000 की पेनल्टी लग सकती है.तो उस पेनल्टी/फाइन से बचने के लिए आपको ITR जरूर फाइल करनी चाहिए.
9.नोटिस आने का खतरा नहीं रहता.
रेगुलर और टाइम टू टाइम ITR फाइल करने का सबसे बड़ा फायदा ये है की,अगर आप बड़ी बड़ी अमाउंट में बैंक में पैसा डिपोजिट करते हो,या फिर म्यूचुअल फंड में बड़ी अमाउंट में पैसे इन्वेस्ट करते हो,तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस आने का खतरा नहीं रहता.
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ITR के बारे में कुछ सवाल जवाब
ITR का मतलब क्या होता है?
आईटीआर एक फॉर्म होता जिस में एक पर्सन अपने पिछले फाइनेंशियल ईयर का हिसाब किताब सरकार फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है को देता है.
ITR फुल फॉर्म क्या है ?
ITR का फुल फॉर्म है,Income Tax Return
आईटीआर भरने का क्या फायदा है?
ITR फाइल करने के कई सारे फायदे है,जिसके बारे में हम ने उपर डिटेल में बात की है.
What is the last date of ITR for AY 2022-23?
सीनियर सिटीजन मतलब क्या ?
जिन लोगो की उमर 60 साल या 60 साल से उपर होती है उन्हे सीनियर सिटीजन बोला जाता है.
सुपर सीनियर सिटीजन मतलब क्या ?
भारत में जिन लोगो की उमर 80 साल या 80 साल से उपर होती है,उन्हे सुपर सीनियर सिटीजन कहा जाता है.
आखरी बात
दोस्तो जितना हो सके उतने आसान भाषा में मैने ITR को समझाने की कोशिश की है.उम्मीद करता हु आज का हमारा आर्टिकल (ITR Full Form In Hindi) आपको पसंद आया होगा.
आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है हमे नीचे कमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे ब्लॉग पर दोबारा जरूर विजिट करे.
स्पेन के वर्ल्ड कप से बाहर होने बाद स्टार फॉरवर्ड इनिएस्ता ने लिया संन्यास
रूस के खिलाफ खेला गया प्री-क्वार्टर फाइनल मैच स्पेन के दिग्गज खिलाड़ी आंद्रेस इनिएस्ता के करियर का आखिरी फुटबाल मैच रहा.
Published: July 2, 2018 1:39 PM IST
नई दिल्ली. फीफा विश्व कप में रूस के खिलाफ खेला गया प्री-क्वार्टर फाइनल मैच स्पेन के फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट क्या है दिग्गज खिलाड़ी आंद्रेस इनिएस्ता के करियर का आखिरी फुटबाल मैच रहा. इस मैच के साथ ही उन्होंने फुटबाल जगत से संन्यास ले लिया. हालांकि, इसमें मिली हार से उन्हें निराशा हुई है.
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समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, लुज्निकी स्टेडियम में रविवार रात खेले गए इस मैच में दोनों टीमों के बीच प्री-क्वार्टर फाइनल का मैच पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचा. एक-एक से बराबरी के बाद दोनों को चार-चार पेनाल्टी शूटआउट का मौका मिला, जिसमें स्पेन को 4-3 (1-1) से हराकर रूस ने टूर्नामेंट से बाहर कर दिया.
इनिएस्ता ने 2010 में हुए विश्व कप में भी स्पेन की टीम का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने कहा, “यह सच्चाई है कि यह मैच राष्ट्रीय टीम के साथ मेरा आखिरी मैच था.” उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक है कि हम इसमें जीत हासिल नहीं कर पाए. पेनाल्टी सबसे खराब थी. यह हार खिलाड़ियों को सताएगी और हर कोई इसके लिए जिम्मेदार है.” इनिएस्ता ने कहा कि यह उनके करियर का सबसे निराशाजनक दिन था. वह हार का स्वाद लिए फुटबाल जगत से अलग हो रहे हैं.
स्पेन के लिए अपने करियर में अब तक खेले गए 131 मैचों में इनिएस्ता ने 13 गोल दागे हैं.
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