क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास

इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ रचा इतिहास, टेस्ट के पहले दिन बनाए रिकॉर्ड 506 रन
पाकिस्तान क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट में बल्लेबाजों के अविश्वसनीय प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड ने ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में मैच के पहले दिन 500 से अधिक रन बनाने वाली पहली टीम बन गई है। रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में मेहमान टीम से जैक क्रॉली, बेन डकेट, ओली पोप और हैरी ब्रूक ने शतक लगाकर इस रिकॉर्ड में अहम भूमिका निभाई है।
इंग्लैंड ने 112 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
इंग्लैंड ने पहले दिन के खेल की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 506 रन बना लिए हैं। स्टंप्स तक ब्रूक (101*) और बेन स्टोक्स (34*) क्रीज पर मौजूद हैं। इसके साथ ही इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने का 112 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम दर्ज था, जब 1910 में कंगारू टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के पहले दिन 494 रन बनाए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पहले दिन के खेल में चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए हों। आज इंग्लैंड टीम से क्रॉली (122), डकेट (107), पोप (108) और ब्रूक (101*) ने शतक लगाए हैं।
डकेट और क्रॉली ने दिलाई शानदार शुरुआत
पारी की शुरुआत करने आए क्रॉली ने 86 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक पूरा किया। उन्होंने 111 गेंदों में 122 रन बनाए, जिसमें 21 चौके भी शामिल थे। दूसरे छोर से बाएं हाथ के बल्लेबाज डकेट ने एक छोर संभाले रखा और अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 110 गेंदों में 15 चौकों की मदद से 107 रन बनाए। वह जाहिद महमूद की गेंद पर पहले विकेट के रूप में आउट हुए।
पोप ने लगाया अपना तीसरा शतक
नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए आए पोप ने 104 गेंदों में 108 रन बनाए और चौथे विकेट के रूप में आउट होने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने अपनी शतकीय पारी में 14 चौके लगाए। उन्होंने ब्रूक के साथ चौथे विकेट के लिए 176 रनों की उपयोगी पारी खेली। इससे पूर्व उन्होंने तीसरे विकेट के लिए जो रूट से साथ 51 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी निभाकर इंग्लिश टीम को मजबूती दी थी।
ब्रूक ने लगाया तेज शतक
ब्रुक, इंग्लिश बल्लेबाजों में सबसे तेज टेस्ट शतक (80 गेंद) जमाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं। इंग्लैंड क्रिकेट टीम की ओर से गिलबर्ट जोसेफ ने साल 1902 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द ओवल में खेले गए एक टेस्ट मैच में 76 गेंदों में शतक जमाया था। इस सूची में दूसरे नंबर पर विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का नाम है, जिन्होंने इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट में 77 गेंदों में शतक ठोका था।
डकेट और क्रॉली की जोड़ी ने किया कमाल
डकेट और क्रॉली की जोड़ी, पाकिस्तान में 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी करने वाली इंग्लैंड की पहली सलामी जोड़ी बन गई है। इसके अलावा यह पाकिस्तान की धरती पर 200 से अधिक रन जोड़ने वाली सिर्फ दूसरी मेहमान ओपनिंग जोड़ी भी बनी है। बता दें राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग की भारत की प्रतिष्ठित सलामी जोड़ी ने 2006 में पहले विकेट के लिए 410 रन जोड़े थे।
डकेट और क्रॉली की जोड़ी द्वारा बनाए गए अन्य रिकॉर्ड्स
डकेट और क्रॉली ने पाकिस्तान के गेंदबाजों की खूब पिटाई की। इस जोड़ी ने सिर्फ 13.4 ओवर में टीम का आंकड़ा 100 तक पहुंचा दिया। यह किसी टेस्ट की शुरुआती पारी में किसी टीम द्वारा सबसे तेज 100 रन के स्कोर बनाने का रिकॉर्ड बन गया है। इस सलामी जोड़ी ने पहले सत्र में 174 रन जोड़ डाले। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले सत्र में सबसे ज्यादा स्कोर करने का नया रिकॉर्ड है।
विश्व रिकॉर्ड से चूकि इंग्लैंड क्रिकेट टीम
किसी एक टीम द्वारा टेस्ट के एक दिन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम दर्ज है। श्रीलंका ने 2002 में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे दिन 509 रन बनाए थे। इंग्लिश क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास टीम आज इस विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गई है।
Twitter Hack: जल शक्ति मंत्रालय का Twitter हैंडल हैक, जांच में जुटी सिक्योरिटी एजेंसी और साइबर एक्सपर्ट
नई दिल्ली। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल हैक हो गया। इसके बाद से ही सिक्योरिटी एजेंसी और साइबर एक्सपर्ट जांच में जुट गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब अकाउंट को रिस्टोर कर लिया गया है। पिछले हफ्ते दिल्ली AIIMS का सर्वर हैक होने के बाद किसी सरकारी साइट पर यह दूसरा बड़ा साइबर अटैक है।
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दरअसल, मंत्रालय के ट्विटर हैंड से क्रिप्टो वॉलेट सुई वॉलेट को बढ़ावा देने वाला एक ट्वीट किया गया। सुई का लोगो और नाम दिखाने के लिए कवर फोटो के साथ अकाउंट की प्रोफाइल फोटो को तिरंगे से सुई के लोगो में भी बदल दिया गया था। ट्वीट में कई अज्ञात खातों को भी टैग किया गया था। हालांकि, कुछ समय बाद अकाउंट को रिस्टोर कर लिया गया और सारे ट्वीट डिलीट कर दिए गए। सुरक्षा एजेंसियां और साइबर एक्सपर्ट इस घटना की जांच कर क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास रहे हैं।
तो वही, बीते दिनों 23 नवंबर को दिल्ली AIIMS के सर्वर पर साइबर अटैक हुआ था। इस दौरान हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी में कथित तौर पर 200 करोड़ रुपए की मांग की, हालांकि दिल्ली पुलिस ने किसी भी फिरौती से इनकार कर दिया। इसके बाद जबरन वसूली और साइबर टेररिज्म का मामला दर्ज किया गया। फिलहाल, इंडिया कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि घटना की जांच कर रहे हैं। अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नहीं चला है। साथ ही इंडसफेस की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर महीने हेल्थकेयर सेक्टर पर लगभग 3 लाख साइबर हमले होते हैं। ये दुनियाभर में दूसरे सबसे अधिक साइबर हमले हैं। अमेरिकी हेल्थ सेक्टर पर हर माह लगभग पांच लाख साइबर अटैक होते हैं।
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Digital Currency: डिजिटल करेंसी को लेकर RBI का बड़ा ऐलान, दो चरणों में इन 9 बैंक द्वारा होगी सीबीडीसी जारी
Digital Currency: भारत आज से डिजिटल इकोनॉमी के क्षेत्र में एक और कदम बढ़ाने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) डिजिटल रुपये के खुदरा इस्तेमाल से जुड़ा पहला पायलट प्रोजेक्ट एक दिसंबर को शुरू करने जा रहा है। इसमें सरकारी एवं निजी क्षेत्र के चार बैंक शामिल होंगे। बता दें कि रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर से डिजिटल रुपये के थोक खंड की शुरुआत की थी।
Digital Currency के लिए किया गया इन बैंकों का चुनाव
इसके लिए कुल 9 बैंकों का चुनाव किया गया है. इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB), यूनियन बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और HSBC बैंक शामिल होंगे.पहले चरण में भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक देश के चार शहरों में खुदरा डिजिटल रुपया जारी करेंगे। अगले चरण में बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक को भी इस पायलट प्रोजेक्ट से जोड़ दिया जाएगा।
डिजिटल रुपये की खासियत
डिजिटल रुपये का उपयोग यूपीआई, एनईएफटी, आरटीजीएस, आईएमपीएस, डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से किए गए भुगतानों के समान डिजिटल भुगतान करने के लिए किया जाएगा। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) या डिजिटल रुपये का उपयोग यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT), रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) की तरह ही डिजिटल पेमेंट के लिए करने के लिए किया जाएगा।
डिजिटल करेंसी 3 प्रकार की होती है
1. क्रिप्टोकरेंसी:- यह डिजिटल करेंसी है जो नेटवर्क में लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास इसपर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं होता है। बिटकॉइन और एथेरियम इसके उदाहरण हैं।
2. वर्चुअल करेंसी: वर्चुअल करेंसी डेवलपर्स या प्रक्रिया में शामिल विभिन्न हितधारकों से मिलकर एक संगठन द्वारा नियंत्रित अनियमित डिजिटल करेंसी है।
3. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC): सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी किसी देश के सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की जाती हैं। आरबीआई ने इस करेंसी को ही जारी करने की बात कही है।
Digital Currency को लेकर RBI का बड़ा ऐलान
रिजर्व बैंक की तरफ से दी गई क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास जानकारी के अनुसार, इसका इस्तेमाल पहले सरकारी सिक्योरिटीज़ यानि सरकारी बॉन्ड आदि की खरीद बिक्री पर होने वाले निपटारे की रकम के तौर पर होगा. रिजर्व बैंक ने इसके साथ ये भी कहा है कि महीने भर के भीतर खुदरा लेनदेन के लिए भी डिजिटल रु का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च होगा.आपको बता दें कि डिजिटल रुपये का इस्तेमाल पहले बड़े पेमेंट और सेटलमेंट के लिए किया जाएगा.