भारतीय विदेशी मुद्रा बाजार

DSO क्या है?

DSO क्या है?

लुन्करणसर से देशनोक के लिए ट्रेन

लुन्करणसर से देशनोक तक की ट्रेन सर्च करें - लुन्करणसर-देशनोक रुट पर लगभग 7 ट्रेनें चलती हैं और 111 किमी. की दूरी तय करती हैं। ixigo द्वारा लुन्करणसर से देशनोक तक की ट्रेन टिकट बुक करें और एक सुखद यात्रा का अनुभव करें।आप ixigo पर लाइव ट्रेन रनिंग स्टेटस (train running status) भी देख सकते हैं।

लुन्करणसर से देशनोक तक चलने वाली सबसे तेज़ ट्रेन:

लुन्करणसर से देशनोक तक पहुँचने के लिए, 22998 Sgnr Jlwc Exp सबसे तेज़ ट्रेन है। लुन्करणसर से देशनोक पहुंचने में 2घंटे 27मिनट का समय लगता है। यह ट्रेन लुन्करणसर से 21:28:00 बजे प्रस्थान करके देशनोक में 23:55:00 बजे पहुँचती है। यह ट्रेन Tues, Wed, Sat को चलती है।

लुन्करणसर से देशनोक तक चलने वाली सबसे सस्ती ट्रेन:

लुन्करणसर से देशनोक के लिए सबसे सस्ती ट्रेन 22982 Sgnr Kota Sf. है। लुन्करणसर से देशनोक जाने के लिए ट्रेन को Sgnr Kota Sf का समय लगता है। यह ट्रेन लुन्करणसर से 21:28:00 बजे निकलती है और 23:55:00 बजे देशनोक पहुँचती है। यह ट्रेन Mon, Thur, Fri, Sun को चलती है।

लुन्करणसर से देशनोक के लिए अंतिम ट्रेन:

लुन्करणसर से, 22998 Sgnr Jlwc Exp अंतिम ट्रेन है जिससे आप देशनोक पहुँच सकते हैं। लुन्करणसर से देशनोक जाने में इस ट्रेन को 2घंटे 27मिनट का समय लगता है। यह ट्रेन लुन्करणसर से 21:28:00 बजे छूटकर 23:55:00 बजे देशनोक पहुँचती है। 22998 Sgnr Jlwc Exp Tues, Wed, Sat को चलती है।

लुन्करणसर से देशनोक के लिए पहली ट्रेन:

लुन्करणसर से देशनोक के लिए सबसे पहले चलने वाली ट्रेन 14722 Abs Ju Express है। यह ट्रेन लुन्करणसर से लगभग 3घंटे 26मिनट में देशनोक पहुंचती है। यह ट्रेन लुन्करणसर से 01:46:00 बजे निकलती DSO क्या है? है और 05:12:00 बजे देशनोक पहुँचती है। यह ट्रेन Mon, Tues, Wed, Thur, Fri, Sat, Sun को चलती है।

लुन्करणसर से देशनोक तक चलने वाली मेरी ट्रेन अभी कहाँ है?

लुन्करणसर से देशनोक के लिए ऑनलाइन PNR स्टेटस देखें:

अगर यात्रा लुन्करणसर से शुरू होती DSO क्या है? है और देशनोक पर समाप्त होती है, तो यूज़र PNR स्टेटस ixigo पर ऑनलाइन देख सकते हैं। यह अपडेटेड PNR की जानकारी प्रदान करता है।

लुन्करणसर से देशनोक ट्रेन सीट उपलब्धता

ixigo पर लुन्करणसर से देशनोक की ट्रेन के लिए सीट की उपलब्धता (train seat availability) देख सकते हैं। ट्रेन का नाम या नंबर दर्ज करें और सर्च बटन दबायें। आपको अगले 120 दिनों के किराये के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों के लिए सीट की उपलब्धता मिल जायेगी। आप DSO क्या है? विभिन्न कोटा के लिए उपलब्धता की जाँच भी कर सकते हैं।

पढ़िए, आखिर क्यों अल्मोड़ा के DSO पर लगा 10 हजार रुपए का जुर्माना

अल्मोड़ा के जिलापूर्ति अधिकारी पर सूचना आयोग ने 10 हजार का जुर्माना लगाया है. जरा सोचिए राशन न मिलने की शिकायत पर जो अधिकारी आपको डांटता हो और राशन कार्ड न बनने की शिकायत पर भौंहे तरेरता हो, उस पर दूसरे किसी विभाग का हंटर चले तो आपको कैसा लगेगा. देहरादून में ऐसा ही कुछ हुआ है.

अल्मोड़ा के जिलापूर्ति अधिकारी पर सूचना आयोग ने 10 हजार का जुर्माना लगाया है. जरा सोचिए राशन न मिलने की शिकायत पर जो अधिकारी आपको डांटता हो और राशन कार्ड न बनने की शिकायत पर भौंहे तरेरता हो, उस पर दूसरे किसी विभाग का हंटर चले तो आपको कैसा लगेगा. देहरादून में ऐसा ही कुछ हुआ है.

अल्मोड़ा के जिलापूर्ति अधिकारी पर सूचना आयोग ने 10 हजार का जुर्माना लगाया है. जरा सोचिए राशन न मिलने की शिकायत पर जो अध . अधिक पढ़ें

  • ETV UP/Uttarakhand
  • Last Updated : August 17, 2015, 22:51 IST

अल्मोड़ा के जिलापूर्ति अधिकारी पर सूचना आयोग ने 10 हजार का जुर्माना लगाया है. जरा सोचिए राशन न मिलने की शिकायत DSO क्या है? पर जो अधिकारी आपको डांटता हो और राशन कार्ड न बनने की शिकायत पर भौंहे तरेरता हो, उस पर दूसरे किसी विभाग का हंटर चले तो आपको कैसा लगेगा. देहरादून में ऐसा ही कुछ हुआ है.

अल्मोड़ा के जिला पूर्ति अधिकारी का सीधा सच से सामना हो गया है. कलतक जो अफसर जनता पर रौब झाड़ता था, आज राज्य सूचना आयोग ने उसे सबक सिखाया है. आरटीआई एक्ट की अनदेखी करने पर आय़ोग ने इन साहब पर दस हजार रुपए जुर्माना लगाया है.

दरअसल देहरादून के अधोईवाला में रहने वाले कुंदन सिंह रावत ने पांच बिन्दुओं पर लोक सूचना अधिकारी कार्यालय जिला पूर्ति अधिकारी अल्मोड़ा से सूचना मांगी थी. समय रहते सूचना नहीं दी गई. आवेदन करने वाले शख्स ने जिलाधिकारी के समक्ष प्रथम अपील की, लेकिन यहां भी डीएसओ साहब नहीं पहुंचे.

थक हारकर आवेदनकर्ता ने राज्य सूचना आयोग में सेकेंड अपील की. 24 जून 2015 को आयोग में की गई अपील के बाद आरोपी अधिकारी को नोटिस जारी किया गया और जवाब मांगा गया. आयोग को जिला पूर्ति अधिकारी टीएन उपाध्याय संतोषजन जवाब नहीं दे सके.

आयोग में सुनवाई के दौरान लापरवाही के आरोप सही पाए गए, जिसके बाद राज्य सूचना आयुक्त अनिल कुमार शर्मा ने डीएसओ अल्मोड़ा पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाने का आदेश दिया. साथ ही भविष्य के लिए कड़ी चेतावनी भी जारी की. डीएम अल्मोड़ा को जुर्माना वसूलने का आदेश दिया गया है.

आपके शहर से (देहरादून)

पिता के हौसले से दिग्विजय ने बनाए कई रिकॉर्ड, पढ़ें देश के पहले दिव्यांग इंटरनेशनल बाइक राइडर की कहानी

Dehradun: दून अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार अब रात गुजारने के लिए नहीं भटकेंगे इधर-उधर, जानें क्‍यों?

विश्व विकलांग दिवस 2022: परेशानियों से गुजर रहे उत्तराखंड के दिव्यांग, बोले- 1500₹ पेंशन में कैसे हो गुजारा?

उत्तराखंड: कांग्रेस नेताओं पर कब्रिस्तान की जमीन कब्जाने का आरोप, जानें पूरा मामला

Sarkari naukri: 12वीं पास हैं, हिंदी आती है तो मिलेगी जेल वार्डर की नौकरी, जल्द करें अप्लाई

उत्तराखंड में जल्द शुरू होगा मदरसों का सर्वे, मॉडर्न एजुकेशन सिस्टम लागू करने की तैयारी, कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों ने उठाया सवाल

उत्तराखंड पुलिस 588 कुख्यात अपराधियों की प्रॉपर्टी अटैच करेगी, 2 महीने तक चलेगा अभियान

उत्तराखंड में अफसरशाही हावी? सरकार और विधायकों की बात नहीं सुनती पुलिस!

Ankita Murder Case: नार्को टेस्ट के बाद ही कोर्ट में लगेगी अंकिता हत्याकांड मामले की चार्जशीट, तैयारी में जुटी SIT

VIDEO: हिमालय की गोद में भारतीय सेना और US Army का रॉक कॉन्सर्ट, गिटार से बांधा समां

असिस्टेंट प्रोसिक्यूशन ऑफिसर मेन एग्जाम में 213 क्वालीफाई, इंटरव्यू में चुने जाएंगे 63

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

DSO रीना कुमारी ने BJP सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष की निकाली हेकड़ी

प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में जिला पूर्ति अधिकारी रीना कुमारी ने भाजपा के सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष की हेकड़ी निकाल दी। यह मामला जिले में सुर्खियों में है। जिला पूर्ति अधिकारी पर कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता, विधायक राजेंद्र मौर्य और जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्र ने जिलाधिकारी से मुलाकात DSO क्या है? की और जिला पूर्ति अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की।

जिलाधिकारी ने इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी को बुलाकर पूछा तो जिला पूर्ति अधिकारी ने हकीकत सामने रख दी। इसके बाद जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच करने की बात कह कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस कर दिया। भाजपा सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष यह समझ रहे थे कि उनकी शिकायत करते ही जिलाधिकारी फौरन जिला पूर्ति अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही कर देंगे।

जानें क्या है मामला

17 सितंबर 2022 को भाजपा नेता रामजी मिश्रा और मनीष शुक्ला जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय गए हुए थे। यह दोनों लोग बाघराय के रामपुर कोटवा स्थित ओम नारायण किसान पैट्रोल पंप के पार्टनरशिप की पत्रावली लेकर पहुंचे थे और उस पर एनओसी चाह रहे थे। इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं और जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के लिपिक से काफी कहासुनी भी हुई। इसके बाद भाजपा नेताओं ने जिला पूर्ति अधिकारी रीना कुमारी पर भी दबाव बनाकर एनओसी लेना चाह रहे थे किंतु उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया।

इसकी DSO क्या है? जानकारी भाजपा नेताओं ने फोन के जरिए जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा को दी। उस समय जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा, सांसद संगम लाल गुप्ता और विधायक राजेंद्र मौर्य के साथ शादी हाल में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित थे। यह सभी लोग भाजपा नेताओं द्वारा दी गई जानकारी के बाद जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय पर पहुंच गए और जिला पूर्ति अधिकारी पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं भाजपा के सांसद और विधायक ने जिला पूर्ति अधिकारी पर एन ओ सी के लिए पैसे मांगने की बात कही।

इसके बाद जिलाधिकारी डॉ नितिन बंसल ने जिला पूर्ति अधिकारी को अपने कार्यालय बुलाया और पूरे मामले की जानकारी ली। जिला पूर्ति अधिकारी ने जिलाधिकारी के सामने हकीकत को बयां कर दिया। हकीकत जानने के बाद जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच कराने की बात कह कर दोनों पक्ष के लोगों को समझा-बुझाकर वापस कर दिया।

महिला मोर्चा की नेत्री का भाजपा नेताओं ने नहीं दिया था साथ

कुछ माह पहले ही ईट भट्टे के विवाद को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री ने जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा और सांसद संगम लाल गुप्ता से सहयोग मांगा था किंतु इन दोनों नेताओं ने भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री का साथ देने से यह कहकर इंकार कर दिया था कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। किंतु अब इसी तरह के दूसरे DSO क्या है? प्रकरण में भाजपा के जिलाध्यक्ष और सांसद का जिलाधिकारी के पास पहुंचकर हस्तक्षेप करना लोगों की समझ में नहीं आ रहा है।

बाराबंकी (यूपी) जिला पूर्ति कार्यालय से DSO ने की DSO क्या है? अपील, कहा- 15 मई तक अपात्र लोग राशनकार्ड कर दें सरेंडर, नहीं तो होगी कार्यवाही

Local DSO क्या है? Vocal is India's Top News App which delivers latest news and stories from India across all states . We also enable users to create news in most simplistic way and become professional reporter and earn per news basis if news is selected by our editorial team .

रेटिंग: 4.94
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 87
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *