कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं

आप नीचे दी गई तालिका में NetTradeX, MetaTrader 4 और MetaTrader 5 की तुलनात्मक विशेषताओं पा सकते हैं:
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तुलना करें
वे कार्यक्षमता में काफी समान हैं, लेकिन NetTradeX जो मंच MetaTrader 4 और 5 से भेद सुविधाओं की एक संख्या है। IFC मार्केट्स के ग्राहकों NetTradeX, MetaTrader 4 और MetaTrader 5 प्लेटफार्मों पर एक ही समय में व्यापार के अवसर है.
NetTradeX मंच पर ,उपकरणों की एक विस्तृत सेट व्यापार के आदेश की स्थापना और तकनीकी विश्लेषण के संचालन के साथ-साथ आप भी काम कर सकते हैं अतिरिक्त आदेश प्रकार के साथ, अपनी खुद की ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट और कई और अधिक बना सकते हैं
- आधार मुद्रा में वैकल्पिक व्यापार की मात्रा सेट करें ;
- व्यापार संतुलन , जिसमें दो विपरीत स्थितियों को बीजगणित की पद्धति से जोड़ा हैं ;
शेष व्यापार से अलग , “लॉक करना ” भी संभव है जिसका अर्थ है कि दो विपरीत स्थितियों एक साथ मौजूद कर सकते हैं .
ट्रेडिंग विकल्प
स्वत: बंद करना व्यापारिक जब बाजार बनाने के लाभ या नुकसान को न्यूनतम करने के लिए निर्दिष्ट कीमत तक पहुँचता है.
खोलने की स्थितियां ट्रेडिंग की जब निर्दिष्ट कीमत बाजार तक पहुँचता है.
OCO आदेश (एक दूसरे को रद्द करता है )
दो आदेश OCO मोड द्वारा जुड़े हुए हैं और एक आदेश के क्रियान्वयन के मामले में एक और स्वचालित रूप से हटाया जाता है
जब मूल्य एक निर्दिष्ट स्तर तक पहुँचते है एक या दो आदेशों के स्वत: स्थापना . आदेश OCO मोड द्वारा लिंक किया जा सकता है
सर्वर-बेस्ड ट्रेलिंग स्टॉप
ट्रेलिंग स्टॉप मोड से पीछे चल रहे सर्वर पर सक्रिय है (यहां तक कि जब क्लाइंट टर्मिनल बंद हो जाता है )
ट्रेडिंग सिग्नल्स सर्विस
आधार मुद्रा इकाइयों में प्रमुख मुद्रा जोड़े के लिए स्थिति और क्रम संस्करणों की शुद्धता
पोजीशन और आर्डर एक्यूरेसी
एनालिटिकल विकल्प
डिस्प्लेयिंग मल्टीप्ल इंस्ट्रूमेंट्स ओन शामे चार्ट
उसी चार्ट पर कई वित्तीय साधनों की (10 तक) की गतिशीलता में बदलाव भी प्रतिशत में प्रदर्शित करने का अवसर
जाल में से एक में पदों के संयोजन के साथ व्यापार मोड
तकनीकी विश्लेषण उपकरण
विस्तृत तकनीकी विश्लेषण और प्रदर्शन बेहतर तकनीकी विश्लेषण के लिए कई तकनीकी संकेतकों का उपयोग
बाजार की धारणा आकलन और सही मौलिक विश्लेषण के लिए व्यापार मंच में सीधे थॉमसन रायटर से नवीनतम समाचार फ़ीड
स्पेशल विकल्प
व्यापार मंच और अधिक सुविधा और कार्यात्मक की पहुँच के लिए इसकी मुख्य खिड़की के बाहर की खिड़कियों का प्लेसमेंट
मल्टी मॉनीटर समर्थन
कार्यात्मक के और अधिक सुविधा और पहुंच के लिए कई स्क्रीन पर व्यापार मंच के कुछ हिस्सों की नियुक्ति
इंटरनेट से सीधे कनेक्शन के बिना भी टर्मिनल के साथ काम करने की क्षमता
कॉन्फ़िगर करना और किसी भी संख्या की बचत आप के लिए सुविधाजनक सेटिंग्स , रूप में भी काम विंडोज और चार्ट्स का स्थान
मिट्रेड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
ग्राहक ऐप स्टोर या Google Play Store पर "Mitrade" खोज सकते हैं, या ऐप डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और वेब-आधारित संस्करण जैसी सुविधाओं का आनंद ले सकते हैं।.
Customers can search for “Mitrade”in the App Store or download directly by clicking the button below to enjoy the same professional features as the web version
मुख्य विशेषताएं
ट्रेडिंग कभी भी, कहीं भी
हमारे उन्नत वेब-आधारित प्लेटफ़ॉर्म और मोबाइल ऐप नवीनतम Html5 और क्लाउड तकनीक का उपयोग करते हैं, और प्रमुख ब्राउज़रों और मोबाइल फ़ोन सिस्टम के साथ संगत हैं
सुपीरियर ट्रेडिंग प्रदर्शन
व्यावसायिक चार्ट विश्लेषण
उत्पाद प्रवृत्तियों का विश्लेषण करने में आपकी सहायता के लिए हम कई सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले तकनीकी संकेतक और लोकप्रिय चार्ट कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं शामिल करते हैं
मुफ़्त जोखिम प्रबंधन उपकरण
रीयल-टाइम सूचनाएं
वास्तविक समय में वैश्विक समाचार और आर्थिक कैलेंडर तक पहुंचें और मूल्य अलर्ट और समाचार प्राप्त करें जैसे कि बाजार बंद होना
सुरक्षित जरिए SSL
वन-स्टॉप खाता प्रबंधन
शक्तिशाली कार्यक्षमता जिसमें बाजार अद्यतन, व्यापार, सूचना, खाता प्रबंधन और जोखिम प्रबंधन का एकीकरण शामिल है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
ट्रेडिंग के मुख्य 4 प्रकार हैं जिनके नाम और जानकारी निम्नानुसार है।
Intraday trading
शेयर मार्केट जब ओपन होता है और जब बंद होता है तो इसके बीच के दरमियान आप जो शेयर खरीद लेते हैं या फिर जिस शेयर को आप बेच देते हैं उसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
यह ट्रेडिंग सेम डे में होती है। जैसे कि आपने किसी शेयर को सोमवार को खरीदा और आपने सोमवार को ही शेयर मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच दिया तो यह इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाएगा।
Swing trading
ट्रेडिंग के ऐसे प्रकार जिसमें स्टोक को खरीद कर उसे कुछ ही दिनों में या फिर कुछ ही सप्ताह में बेच सकते हो उसे ही स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। स्विंग ट्रेडिंग को ट्रेडिंग किंग भी कहते हैं।
Short term trading
ऐसी ट्रेडिंग जो छोटी अवधि के लिए होती है उसे ही शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग कुछ सप्ताह के लिए होती है या फिर कुछ महीने के लिए होती है।
ट्रेडिंग कैसे सीखे?
ट्रेडिंग सीखने के लिए आप ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो देख सकते हैं, ऑनलाइन कोर्स कर कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं सकते हैं, ट्रेडिंग से संबंधित ब्लाग को पढ़ सकते हैं अथवा ट्रेनिंग से संबंधित किताबों को पढ़ सकते हैं। यूट्यूब पर बहुत सारे ट्रेडिंग वीडियो मौजूद है, आप उन्हें देख कर के ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन बहुत सारे कोर्स भी है जिसे करके आप ट्रेडिंग की अच्छी जानकारी हासिल कर सकते हैं, साथ ही आप ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए किसी ट्रेडिंग ब्लॉग को जाकर के विजिट कर सकते हैं।
इसके अलावा ट्रेडिंग सीखने के लिए आप शेयर मार्केट के एक्सपर्ट से मिल सकते हैं या फिर जो व्यक्ति शेयर मार्केट में काम कर रहा है उसके साथ कुछ दिन तक काम कर सकते हैं।
ट्रेडिंग कैसे करते हैं यह कैसे काम करती है?
ट्रेडिंग करने के कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं लिए ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकारों में से आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उसका सिलेक्शन कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं करना होता है।
बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
इंडिया में विभिन्न ट्रेडिंग कंपनी और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कस्टमर को आसान सी प्रक्रिया का पालन करते हुए ट्रेडिंग करने की सुविधा देते हैं।
आपको बस उन ट्रेडिंग कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट अथवा और एप्लीकेशन पर जा करके अपना ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट बनाना होता है, उसके पश्चात आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उस प्रकार की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
नीचे भारत में मौजूद कुछ प्रमुख और बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी की लिस्ट आपको दी गई है। इनमें से कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं किसी भी कंपनी के साथ अटैच हो करके आप ट्रेडिंग कर सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कहां उपयोगी हैं ?
यह एक ऐसा ट्रेडिंग सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते निवेशक और ब्रोकिंग व्यापारियों को वितीय मध्यस्थ के माध्यम से व्यापार यानि शेयर ट्रेडिंग करने और उनसे जुड़े खातो की निगरानी करने में मदद करता है
आमतौर पर ट्रेडिंग प्लेटफार्म सिर्फ शेयरों की ट्रेडिंग के लिए ही नहीं बल्कि दूसरे बहोत से उपयोग के लिए है जैसे की; रियल – टाइम रिकॉर्ड देखने, कंपनीयों के स्टॉक कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं चार्जिंग टूल्स, व्यापार जगत के सभी प्रकार के न्यूज़ फीड देखने और स्टॉक ट्रेडिंग से सबंधित सभी प्रकार की सेवाएँ प्रदान करता हैं
स्टॉक मार्केट के निवेश प्लेटफार्म
इसके जरिये बहोत से ट्रेडिंग प्लेटफार्म में निवेश किया जा सकता है जैसे की; स्टॉक, बांड, करेंसी, कमोडिटी, डेरिवेटिव और अन्य कई प्रकार के कारोबार (ट्रेडिंग) कर सकते हैं
वितीय मध्यस्थ के रूप में ब्रोकर्स, निवेश बैंकिंग और स्टॉक एक्सचेंजीस जैसी संस्थाए इस प्रकार के कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म का उपयोग करने की अनुमति देते हैं
ट्रेडिंग प्लेटफार्म एक प्रकार का सोफ्टवेयर उपकरण हैं कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं जिस की मदद से हम बाज़ार की स्थिति को प्रबंधित कर सकते है और साथ ही उन्हें निष्पादित करने के लिए भी किया जाता है
यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म स्टॉक मार्केट के शुरुआती निवेशकों के लिए निवेश का एक सरल और सुरक्षित स्थान प्रदान करता है उनके निवेश सेवाओं में स्टॉक्स की लाइव स्ट्रीमिंग और उनके चार्ट के जरिये उनको बेहतर समजने का जरिया हैं
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की बुनियादी बातें
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की कुछ बुनियादी बातोँ को समजते है, इनके जरिये शेयरों में ट्रेडिंग की शुरुआत वर्ष 1970 के दशक से मार्केट के कुछ बड़े हिस्सों के द्वारा‘ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम’ की रचना की यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के जरिए ही पहलीबार ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ की शुरुआत की थी
भारतीय शेयर बाजार का समयकाल जेसे कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं – जेसे बीतता गया वेसे – वेसे शेयरों के ट्रेडिंग सिस्टम में ओर सुधार और विकास होता गया, एक दिन ऐसा भी आया जब कम्प्यूटर के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करके स्टॉक ट्रेडिंग सिस्टम को कीमतों की लाइव स्ट्रीमिंग और ऑर्डर के तत्काल निष्पादन के साथ – साथ अंतर्निहित नेटवर्क के रूप में इंटरनेट का प्रयोग किया जाने लगा
ट्रेडिंग करके पैसा कैसे कमाएं?
ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आप किसी भी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीदे और जब उस कंपनी के शेयर के दामों में बढ़ोतरी हो तब आप उस कंपनी के शेयर को बेच दें। इस प्रकार से आप मुनाफा कमा सकते हैं।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि आपको किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद लेना है बल्कि पूरी सावधानी के साथ आपको इस बात का एनालिसिस करना है। कि कौन सी कंपनी भविष्य में तरक्की कर सकती है और कौन सी कंपनी के शेयर भविष्य में बढ़ सकते हैं।
आपको उसी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहिए जो कंपनी लगातार तरक्की कर रही है क्योंकि अगर आप बिना सोचे समझे किसी भी कंपनी में पैसा लगा देंगे तो हो सकता है कि कंपनी की परफॉर्मेंस अच्छी ना हो और कंपनी घाटे में चली जाए।
इससे आपके पैसे डूब जाएंगे। स्टार्टिंग में शेयर बाजार से पैसा कमाने के लिए आप किसी ट्रेडर की सहायता ले सकते हैं जो अनुभवी हो।
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या कई प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं अंतर होता है?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर के आप काफी अधिक पैसे कमा सकते हैं क्योंकि यहां पर पैसे कमाने की कोई भी लिमिट नहीं होती है। ट्रेडिंग 1 साल से कम की अवधि के लिए की जाती है।
कुछ ट्रेडिंग रोजाना होती है तो कुछ ट्रेडिंग कुछ महीने के लिए या फिर कुछ सप्ताह के लिए होती है, वही जो इन्वेस्टमेंट होता है वह 1 साल से अधिक के लिए होता है और लंबे समय के लिए होता है। इन्वेस्टमेंट को लंबे समय के लिए होल्ड करके रखा जाता है।
एक अच्छा ट्रेडर कैसे बनें?
कहा जाता है कि किसी काम को अगर सीखना है तो उस काम के साथ जुड़ना पड़ता है या फिर उस काम को कर चुके अथवा कर रहे व्यक्ति के साथ दैनिक तौर पर कुछ समय व्यतीत करने होते हैं।
इसलिए एक बेहतरीन ट्रेडर बनने के लिए आपको पहले से ही शेयर मार्केट में काम कर रहे अनुभवी लोगों का साथ करना है और उनके साथ लगातार शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखना है।
क्योंकि जो व्यक्ति पहले से ही इस फील्ड में है उससे बेहतर आपको शेयर मार्केट की जानकारी अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं दे सकता है।
आप अपने एक्स्ट्रा समय में चाहे तो यूट्यूब वीडियो अथवा ब्लॉग के द्वारा अपने शेयर मार्केट के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।