ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं

Learn Intraday Trading in Hindi 2022
अगर आपको स्मार्ट तरिके से जल्दी अमीर होना हैं तो आज के वक्त शेअर मार्केट हि एकमात्र करियर हैं जहां आप यह आसानी से Rich बन सकते हों | आज हम शेअर मार्केट से जुड़े ऐसे हि एक विषय यानी 'ट्रेडिंग कैसे सीखें' इस विषय के बारे में जानकारी देने वाले हैं। तो चलिये जानते हैं इसके बारे में विस्तार सें।
ट्रेडिंग क्या होती हैं?
फायदा पाने के हेतु खरिदी और बिक्री करते हैं इसे हि ट्रेडिंग कहते हैं।
अलग अलग जगह पर यह ट्रेडिंग चलती रहती हैं लेकिन आज हम यह शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे करते हैं इसकी बात करेंगे।
ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं?
शेअर मार्केट,
जैसे और भी कई चींजों में ज्यादातर लोग ट्रेडिंग करते हैं।
शेअर मार्केट में ट्रेडिंग करना कैसे सीखे?
शेअर मार्केट को कई लोग आज भी ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं गैमलींग की तरह देखते हैं लेकिन शेअर मार्केट कोई गैमलिंग नहीं होती अगर आप उसका पुरा अभ्यास करके उसमें रिसर्च करके वह करते हैं तो।
कुछ साल में हमारे देश में इंटरनेट गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है ऊपर से बीच बीच में लाॅकडाऊन लगता रहता है वैसे में बहुत सारे वर्क फ्राॅम होम भी कर रहे हैं इस दौरान Demat Account निकालने वालो कि संख्या बहुत बढ़ गई है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में पहला सवाल यही आता है कि Share Market Shikhe Kahase ? तो आज हम आपको इसी के जवाब देंगे।
- अच्छी जगह से ट्रेंडिंग कोर्स करना:
शेयर मार्केट के ऊपर आपको ऑनलाईन और ऑफलाईन हजारो ट्रेडिंग कोर्सेस मिल जायेंगे जहां से आप इसे सीख सकते हों। यह बिल्कुल भी कोई राॅकेट सायंन्स नहीं हैं ना हि बहुत आसान हैं। अगर आप ट्रेडिंग कोर्स करना चाहते हैं तो पहले जिसी भी इंस्टिट्यूट या जिसी भी व्यक्ती से आप यह सिखना चाहतें हैं इसका इतिहास यानी वह व्यक्ती या इंस्टिट्यूट कितने प्रोफिटेबल है यह जान लें, उनकी Rating और Review आपको मिल जायेंगे वह देखकर आप एक अच्छा सा Trading Course Complete कर सकते हों। यह तरिका बहुत सीधा सीधा है और ज्यादातर लोग यही करते हैं।
- फ्रि में ट्रेडिंग कोर्स कैसे सीखें?
ऐसा हि नहीं है कि आपको ट्रेडिंग के लिये पैसे देकर ही कही जाकर ही आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं बल्कि आपको बहुत जगह फ्रि भी यह सीख सकते हैं लेकिन आपको इसे प्रोपर तरिके से करना होगा कोर्सेस का यही फायदा रहता है कि आपको वह एक पाथ से सिखाते हैं लेकिन अगर आप YouTube, Udemy जैसे प्लॅटफाॅर्म पर बहुत सारे Free Online Trading Courses मिल जायेंगें। लेकिन आपको इसमें भी अच्छे और उपयोगी चींजे हि देखनी है। आज के तारिख में देखा जाते तो अनेक Video's Platform पर सब चींजे आपको मिल जाती है लेकिन कौन सी चीज देखनी है यह आपको छान के निकलना पड़ेगा।
- बुक से ट्रेंडिंग सीख सकते हैं?
अगर आप किसी कोर्स कि मदत से ट्रेंडिंग सीखने जाते हैं तो आपको बहुत सारे महंगे महंगे कोर्स बाजार में मिलेंगी जिनकी फिस 7000 रुपयों से चालु होकर देढ़ लाख तक भी हैं। लेकिन जो लोग ट्रेंडिंग में सफल होकर आगे जाके अपनी किताबों में उनके द्वारा इस्तमाल कि गई ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बताते हैं और उनकी बुक या ई-बुक खरिदने जायेंगे तो वह 500 से 1000 रुपयें यानी काफी सस्ते में मिल जाती हैं इसलियें यह सबसे अच्छा तरिका है ट्रेडिंग को सीखने का। अधिक जानकारी के लिये आप हमारा इनेवेस्टमेंट और शेअर मार्केट पर से 6 बेहतरिन किताबें यह आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।
और ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं आप बुक खरिदना नहीं चाहते तो आप ई-बुक के रुप में भी सस्ते में e-format में मोबाईल या कंप्यूटर द्वारा पढ़ सकते हैं।
आजकल आपके आसपास या मित्रों में से कई सारे शेअर मार्केट करते होंगे अगर आप उनसे थोड़ी थोड़ी जानकारी हासिल करके एक छोटी राशी से शेअर मार्केट को चालु करते हैं तो भी आप जल्दी नहीं लेकिन थोड़े दिनों बाद शेअर मार्केट का गणित अथवा ज्ञान अर्जित कर सकेंगें।
इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं?
इसमें ट्रेडिंग अवधी होने के बाद आपका कोई पैसा मार्केट में अटका नहीं रहता इसलिये क्लियारिटी आती है और फियर भी कम रहता हैं।
इंट्राडे में आपको कई ब्रोकर द्वारा कई गुना मार्जिन अथवा लिवरेज दिया जाता है इससे आप कम पैसों में भी ज्यादा शेयर खरिद अथवा बेच सकते हों।
इंट्राडे में आप ऊपर जाते वक्त और साथ ही नीचे आते वक्त भी दोनों तरफ भी पैसा बना सकते हों।
इंट्राडे के क्या-क्या नुकसान हैं?
इसे आप जब चाहें सीख तो सकते हैं लेकिन इसे रियल टाईम यानी मार्केट चालु रहने के समय ही कर सकते हैं, इसलिये इसे समय कि मांग चाहियें।
यह काफी नुकसान देह भी होता है कई लोगों ने पहले भी इसमें अकांउट के अकाउंट खाली करा दिये हैं इसलिये आप पहले पेपर ट्रेंडिंग करके प्रॅक्टिस करें तो जाके ही आप इंट्राडे सीख कर पैसा बना सकते हैं।
अगर आप ट्रेंड करते समय थोड़ी राशी गवाते हैं और वह रिकवर करने के चक्कर में आप अगर बार बार ट्रेंड लेने जाते हैं तो आप जल्दी ही अपना अकांउट खाली करा सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में दो चीज़ें कभी नहीं चलती भय और लालच, आपको ट्रेडिंग में मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट सही तरिके से नहीं आता तो भी एक न एक दिन आप इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।
आपने क्या सीखा ?
इस आर्टिकल में हमने पुरे विस्तार से देखा कि ट्रेडिंग कैसे सीखें? और इसके क्या-क्या रस्ते है जहां से आप ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।
हमने देखा कि इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं और क्या क्या नुकसान हो सकते हैं इसके बारे में भी पुरी चर्चा की।
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने मित्रों से जरुर शेअर करे और कोई सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें।
Stock Market में Invest करने से पहले इन Factors को रखें ध्यान में, इन Tools की ले सकते हैं मदद
स्टॉक मार्केट में 2020-21 में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। इसी दौरान बड़ी संख्या में नए निवेशकों ने डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाए और शेयर मार्केट में निवेश शुरू किया है। BSE Sensex में 100 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है।
नई दिल्ली, निराली शाह। स्टॉक मार्केट में 2020-21 में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। इसी दौरान बड़ी संख्या में नए निवेशकों ने डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाए और शेयर मार्केट में निवेश शुरू किया है। BSE Sensex में 100 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है और महज 139 दिन में रजिस्टर्ड यूजर्स की तादाद छह करोड़ से सात करोड़ हो गई। ऐतिहासिक आंकड़ों को देखें तो निवेशकों की संख्या तीन से चार करोड़ होने में 939 दिन लगे। वहीं चार से पांच करोड़ होने में 652 दिन का समय लगा। इस तरह निवेशकों की तादाद पांच करोड़ से छह करोड़ होने में 241 दिन का समय लगा।
इन आंकड़ों से स्पष्ट तौर पर यह पता चलता है कि फिनटेक के ग्रोथ के साथ स्टॉक मार्केट में निवेश करने का रास्ता सुलभ होने से खुदरा निवेशक (रिटेल इंवेस्टर्स) काफी बड़े पैमाने पर दलाल स्ट्रीट के तरफ आकर्षित हुए हैं।
BSE पर रजिस्टर्ड यूजर्स का डेमोग्राफिक्स भी यह दिखाता है कि बड़ी संख्या में 20 से 40 वर्ष की आयुवर्ग वाले लोगों स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इस की बदौलत ही रजिस्टर्ड यूजर्स का आंकड़ा इतनी तेजी से सात करोड़ तक पहुंच गया है।
हालांकि, अब भी सवाल पहले की तरह ही बना हुआ है कि कि क्या ये नए निवेशक बाजार से संपत्ति बना पाए हैं? या शक्तिशाली मार्केट द्वारा प्रसारित बहुत अधिक सूचनाओं के शिकार हो गए हैं? चूंकि केवल दो प्रतिशत स्टॉक से 99 प्रतिशत धन का सृजन होता है। ऐसे में एक सफल निवेशक बनने के लिए जरूरी स्किल विकसित करने तक मिलेनियल्स (युवा पीढ़ी) के लिए बाजारों में प्रवेश करना बेहद मुश्किल है। अधिकतर स्टॉक से प्राप्त होने वाला रिटर्न फिक्स्ड डिपोजिट से प्राप्त होने वाले रिटर्न से भी कम है। यह आज के समय की दुखद सच्चाई है। हालांकि, आज के समय में टेक्नोलॉजी का विकास बहुत तेजी से हो रहा है। ऐसे समय में कई ऐसे फिनटेक टूल मौजूद हैं, जिसकी मदद से इंवेस्टर किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले सही विकल्प का चुनाव कर सकते हैं।
अपने काम में लगातार व्यस्त रहने की वजह से किसी स्टॉक या इंडस्ट्री से जुड़े हरे छोटे-बड़े डेवलपमेंट के बारे में जानकारी रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे समय में ये टूल इंवेस्टर्स को गाइड करते हैं कि वे ऐसे स्टॉक में निवेश ना करें, जिसमें पैसे डूबने की आशंका है।
पुराने दिनों में हम ट्रेडिंग या इंवेस्टमेंट के लिए 'एक्सपर्ट्स' या 'Hot Tips' पर निर्भर हुआ करते थे। लेकिन Y और Z Generation इस मामले में काफी स्मार्ट हैं क्योंकि वे DIY अप्रोच को ज्यादा तरजीह देते हैं। यह अप्रोच ज्यादा विश्वसनीय होता है क्योंकि रिसर्च इधर-उधर की बातों पर नहीं बल्कि फाइनेंशियल और टेक्निकल आंकड़ों पर आधारित होता है।
सही स्टॉक के चुनाव में ये लेटेस्ट टूल्स इंवेस्टर्स के लिए साबित हो सकते हैं ज्यादा हेल्पफुल:
- फाइनेंशियल स्क्रीनर्स: कंपनियों के ऐतिहासिक डेटा के आधार पर सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाले स्टॉक के चुनाव के लिए फंडामेंटल पैरामीटर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। आम तौर पर इन स्टॉक स्क्रीनर्स से इंवेस्टर्स को हजारों स्टॉक में से अपने क्राइटेरिया के हिसाब से उपयुक्त स्टॉक को जल्दी से चुनने में मदद मिलती है। हालांकि, इस तरह के स्क्रीनर की निगेटिव चीज यह है कि ये पूर्व के प्रदर्शन पर आधारित होते हैं और इसमें संभव है कि किसी भी स्टॉक के भविष्य से जुड़ी संभावनाओं को शामिल नहीं किया गया हो।
- टेक्निकल स्क्रीनर्सः कुछ ऐसे टूल्स भी हैं, जिनकी मदद से इंवेस्टर्स वॉल्यूम और मोमेंटम इंडिकेटर की मदद से क्राइटेरिया का चयन कर पाते हैं। इस तरह के टूट प्रायः स्टॉक के फंडामेंटल्स पर गौर नहीं करते हैं। इस तरह इंवेस्टर को तब तक फंडामेंटल्स का पता नहीं चलता जबतक भाव खुद वास्तविक तस्वीर पेश नहीं करता है।
- स्टॉक रेटिंग्स की तरह के टेक्नो फंडा स्क्रीनर्स: सैमको सिक्योरिटीज का स्टॉक रेटिंग्स मैट्रिक्स फंडामेंटल्स, टेक्निकल पहलुओं, न्यूज, वैल्यूएशन और सुरक्षित मार्जिन को ध्यान में रखता है। इसमें हर स्टॉक के आकलन के लिए दो करोड़ से ज्यादा डेटा प्वाइंट्स होते हैं। सबसे अच्छी चीज ये है कि यह GiGa ट्रेडिंग इंजन पर काम करता है, जो बिना किसी इंसान के हस्तक्षेप के आपके लिए स्टॉक का विश्लेषण करता है।
किसी भी इंवेस्टर को इस चीज को लेकर ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है कि उसे कौन से पैरामीटर्स को चुनना है। यह टूल खुद-ब-खुद 4500 से ज्यादा स्टॉक के लिए 0.5 से 5 (पांच सबसे बेहतर) की रेटिंग दे देता है। म्युचुअल फंड्स को रेट करने वाले RankMF की तरह अब निवेशकों के लिए स्टॉक रेटिंग्स भी उपलब्ध होंगे। वास्तव में 3 स्टार रेटिंग वाले शेयरों को अगर पांच साल तक होल्ड किया जाता है तो मिड-टीन सीएजीआर रिटर्न्स के साथ उनका सक्सेस रेट 95% पाया गया है।
इस तरह के नए टूल और स्क्रीनर्स डिजिटाइजेशन के साथ और बेहतर हुए हैं और इनके माध्यम से इंवेस्टमेंट और ट्रेडिंग अधिक सुविधाजनक हुआ है, खासकर शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत करने वालों के लिए।
हालांकि, शेयर का चुनाव करना एक कठिन काम है क्योंकि इसमें सफलता का अनुपात 20 फीसदी से भी कम होता है लेकिन इस तरह के ऊपर बताए गए टूल इंवेस्टमेंट को काफी आसान बना देते हैं और आप महज एक बटन क्लिक करके या एक ऐप में स्वाइप करके यह काम कर सकते हैं। केवल बुद्धिमान व्यक्ति ही वेल्थ क्रिएट करने के लिए हर 45 में से एक स्टॉक को सेलेक्ट कर सकता है। वास्तव में स्टॉक मार्केट पर 45 में से एक स्टॉक से ही संपत्ति का वास्तविक मायने में सृजन होता है।
ऐसे में इंतजार किस बात का है। इस तरह के नई पीढ़ी के टेक्नो फंडा टूल्स का इस्तेमाल कीजिए और बढ़िया रेटिंग वाले स्टॉक सेलेक्ट करिए। इससे आपकी गलतियों की आशंका कम हो जाएगी।
(लेखिका Samco Securities में प्रमुख (इक्विटी रिसर्च) हैं। प्रस्तुत विचार लेखिका के निजी हैं।)
Trading क्या है – Trading कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग किसे कहते है
बाज़ार में कम समय के अन्दर मुनाफा कमाने के लिए लोग ट्रेडिंग करते है और यह Trading कई प्रकार कि चीजों पर कि जाती है. मुख्य रूप से ट्रेडिंग में लोग सबसे ज्यादा शेयर पर ट्रेडिंग करते है और स्टॉक पर ट्रेडिंग करके एक ही दिन में लाखों और हजारों रूपये कमा लेते है.
अगर आप भी ट्रेडिंग कि मदद से हजारों और लाखों रूपये कमाना चाहते है तो उसके लिए आपको ट्रेडिंग को समझना होगा तो चलिए जानते है Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai है.
Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai
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Trading Kya Hai
ट्रेडिंग क्या है: Trading में हम शेयर मार्केट से शेयर को खरीदने और बेचने का काम करते है. जहाँ हम शेयर को stock exchange से कम price पर buy कर लेते है और उस शेयर की price high होने पर उसे sell कर देते है. इस प्रक्रिया को हम ट्रेडिंग कहते है.
ट्रेडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वास्तु या सेवा को खरीद व बैच कर कम समय में लाभ कमाना होता है. यही कारण है कि Trading Share Market में सबसे ज्यादा कि जाती है और लोग हर रोज शेयर पर ट्रेडिंग ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते है.
Trading Kya Hoti Hai
What Is Trading in Hindi: Trading का मतलब Buy और Sell करना होता है जहाँ हम किसी भी चीज को कम भाव में खरीद लेते है और उसके बाद जब उसका भाव बढ़ जाता है तो उसे बैच देते है.
इस प्रकार कम पैसे में खरीदी गई चीज़ को जब ज्यादा दम में बेचा जाता है तो हमे उस पर कुछ पैसों का मुनाफा होता ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं है जिसे हम ट्रेडिंग कहते है.
तो अगर आप Share पर ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते है तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग को समझना होगा चलिए जानते है शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है ?.
Share Market Trading Kya Hai
शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट ट्रेडिंग, शेयर पर होने वाली ट्रेडिंग को कहते है. जब सुबह 9:15 AM पर शेयर मार्केट खुलती है तब ट्रेडर कम दाम में शेयर को खरीद लेते है.
और दोपहर के 3:30 PM के पहले शेयर को बेच देते है . क्योंकि शेयर मार्केट सुबह 9:15 AM पर खुलती है और 3:30 PM पर बंद हो जाती है. इस बीच ट्रेडर अपने ख़रीदे हुए शेयर पर अनुमानित मुनाफे को देख कर शेयर को बेच के मुनाफा कमा लेते है.
लेकिन शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अलग-अलग प्रकार कि होती है और ट्रेडर अपनी सुविधा और जोखिम के अनुसार ट्रेडिंग करते है.
Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं: Trading तीन प्रकार की होती है जिसे हम Intraday Trading, Scalping Trading, Swing Trading कहते है. शेयर मार्केट में लोग इन्ही तीनो ट्रेडिंग की मदद से शेयर बाज़ार में पैसा लगाते है और रोज हजारों रूपए कमाते है.
Types of Trading
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
Intraday Trading Kya Hai
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट के खुलने से लेकर उसके बंद होने के पहले शेयर को खरीद कर बेचने को Intraday Trading कहते है.
इसमें ट्रेडर 9:15 AM से 3:30 PM के बीच शेयर को खरीदता और बेचता है. जिससे उसे एक ही दिन में शेयर पर ट्रेडिंग करने पर मुनाफा मिलता है और इसी तरह इंट्राडे ट्रेडिंग की जाती है.
Intraday Trading के बारे में और भी अधिक जानने के लिए आप हमारी पोस्ट पड़ सकते है जिसमे इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
Scalping Trading Kya Hai
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है: सकैलपिंग ट्रेडिंग भी शेयर मार्केट के खुलने से उसके बंद होने के बीच में कि जाती है. लेकिन Scalping Trading में पुरे दिन ट्रेडिंग नहीं कि जाती.
यह ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ कुछ ही मिनट या घंटे के लिए कि जाती है. जैसे 9:15 AM पर शेयर को खरीद कर 10:05 AM पर ही शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेना.
Scalping Trading के बारे में और भी अच्छे से जानने के लिए आप हमारी टॉप क्लास स्काल्पिंग ट्रेडिंग की पोस्ट पढ़े उसमे आपको विस्तार से जानकरी मिलेगी.
Swing Trading Kya Hai
स्विंग ट्रेडिंग क्या है: Swing Trading बाकि दोनों सकैलपिंग, ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग से अलग है यह कुछ दिन और हफ़्तों के लिए की जाती है. लेकिन इसमें भी शेयर को खरीदना और बेचना का काम शेयर मार्केट के खुलने और बंद होने के बीच ही किया जाता है .
स्विंग ट्रेडर पहले शेयर मार्केट में कम दाम पर शेयर खरीद लेते है और फिर उन्हें hold करके रख लेते है. उसके बाद जब कुछ दिन या हफ्ते में उनके शेयर कि price ज्यादा हो जाती है. तो उन्हें बेच कर मुनाफा कमा लेते है.
Swing Trading के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए आप हमारी स्विंग ट्रेडिंग पर लिखी पोस्ट को पड़े इसमें आपको विस्तार से जानकारी मिलेगी स्विंग ट्रेडिंग के बारे में.
Trading Kise Kahate Hain
Trading को समझना बहुत ही आसान है हम नीचे एक उदहारण की मदद से ट्रेडिंग को समझेंगे.
उदहारण: मान लेते है आप शेयर बाज़ार में शेयर मार्केट में से SBI का 1 share खरीदना चाहते है. मार्केट के 9:15 AM पर खुलते ही शेयर की कीमत 99 रूपए रहती है और दिन में 1 PM तक शेयर की price 100 रूपए हो जाती है.
अब ऐसे में अगर आप शेयर को सुबह खरीद लेते तो 99 रूपए का आपको 1 शेयर मिलता जिसे आप 100 रूपए में बैच सकते थे. अगर आप ऐसा करते तो आपको 1 रूपए का मुनाफा होता जिसे हम profit कहते है और इस पूरी प्रोसेस को हम ट्रेडिंग कहते है.
Trading Account Kya Hai
Trading account वह account होता है जिसकी मदद से आप शेयर मार्केट में शेयर की ट्रेडिंग करते है और शेयर को ख़रीदे और बेचने का काम करते है.
बिना ट्रेडिंग account के आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते न ही आप किसी शेयर पर buy का order लगा सकते और न ही sell का.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबको अपना एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है जो की वह अपने demat account broker से भी खुलवा सकते है.
ट्रेडिंग ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं अकाउंट के बारे में और आधिक जानने के लिए आप हमारी ट्रेडिंग अकाउंट की पोस्ट पढ़े जिसमे हम ने ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले इसके बारे में पूरी जानकारी दी है.
Trading Ke – FAQs
Trading का मतलब हिंदी में “व्यापार” होता है. आसान भाषा में कहे तो Trading Meaning in Hindi = खरीदने और बेचने का व्यापार .
Trading का मतलब (Buy & Sell) होता है जिसे हम खरीदना और बेचना भी कहते है.
अब आप जान गए है Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai . इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ शेयर करे.
अगर आपके मन में कोई सवाल है ट्रेडिंग क्या होती है से लेकर तो आप नीचे अपना सवाल पोस्ट करे हम आपके सभी सवालों के जबाब देंगे.
Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब
पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)
अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.
1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.
2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.
4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)
5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.
6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)
7. कमाई का कुछ हिस्सा करें ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)