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आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं

आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं
तीनों का इस्तेमाल बेहतर विकल्प.

वित्तीय धोखाधड़ी से खुद को कैसे रखें सुरक्षित?

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक वर्ष 2020 में भारत में साइबर अपराध के 50,035 मामले सामने आए थे जो एक साल पहले की तुलना में 11.8 फीसदी है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में बैंक उपभोक्ताओं को एक बार फिर धोखाधड़ी को लेकर सजग किया है। असल में, खास तरह की धोखाधड़ी दूसरों की तुलना में अधिक होती हैं और उनको लेकर जागरूक होना खुद को सुरक्षित रखने की दिशा में पहला कदम है।

वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम, निदान एवं जांच से जुड़ी कंपनी इंडियाफॉरेंसिक डॉट कॉम के मुख्य कार्याधिकारी मयूर जोशी कहते हैं, 'इन घोटालों के बारे में जानना एवं पढऩा जरूरी है।' वित्तीय धोखाधड़ी के कुछ तरीकों एवं उनसे बचने के तौर-तरीकों के बारे में जानना मददगार हो सकता है।

महामारी के दौरान कुछ लोगों ने बैंक आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं शाखाओं तक जाना बंद कर दिया जिससे धोखेबाजों को ग्राहक के बारे में जानो (केवाईसी) संबंधी कागजात अद्यतन कराने का बहाना धोखाधड़ी के एक मौके के रूप में मिल गया। साइबर अपराधों की जांच करने वाले एवं साइबर-सुरक्षा सलाहकार रितेश भाटिया कहते हैं, 'जालसाजों का काम करने का तरीका सरल है। वे ग्राहक को एक एसएमएस संदेश भेजकर यह चेतावनी देते हैं कि उसका कार्ड या बैंक खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। यह संदेश पाने वाला ग्राहक उसकी वैधता पर विचार किए बगैर कदम उठा लेता है। जब वह एसएमएस में दिए गए नंबर पर कॉल करता है तो उसे अपनी केवाईसी जानकारी की पुष्टि के नाम पर निजी विवरण देने को कहा जाता है। मसलन, आपसे खाते एवं लॉगिन का ब्यौरा, कार्ड नंबर एवं सीवीवी, पिन नंबर एवं ओटीपी के बारे में पूछा जाता है। जालसाज घबराए ग्राहकों को एक रिमोट एक्सेस ऐप भी अपने फोन पर डाउनलोड करने को कह सकते हैं जिससे उन्हें फोन का पूरा नियंत्रण मिल जाता है।' एक बार फोन पर नियंत्रण होते ही जालसाज उसमें दर्ज सारी बैंक जानकारियों को हैक कर लेता है और फिर खाते में रखी रकम निकाल लेता है। दूसरी तरफ खाताधारक को इसकी जानकारी तब होती है जब उसके फोन पर पैसा निकासी के संदेश आने लगते हैं।

याद रखें कि कभी भी केवाईसी अपडेट किसी थर्ड पार्टी ऐप के जरिये नहीं संचालित होता है। भाटिया कहते हैं, 'आपको अनजान नंबर से एसएमएस मिलने पर बैंक या कार्ड प्रदाता कंपनी से फौरन संपर्क करना चाहिए। इसके लिए कार्ड के पिछले हिस्से पर दर्ज नंबर या कस्टमर केयर पर फोन करना चाहिए। यहां तक कि इंटरनेट पर बैंक के कस्टमर केयर का नंबर भी सर्च नहीं करना चाहिए क्योंकि कई बार जालसाज वेब पर भी फर्जी नंबर डालकर रखते हैं।'

कैशे के मुख्य तकनीकी अधिकारी यश त्यागी कहते हैं, 'केवाईसी के मकसद से जानकारी देते समय बहुत सतर्क रहें, चाहे आप किसी वेबसाइट पर ही ऐसा क्यों न कर रहे हों? कई ऐसी फर्जी साइट भी हैं जो केवाईसी आंकड़े जुटाती रहती हैं। जालसाज केवाईसी विवरण की कई प्रतियां बना सकते हैं और उसका इस्तेमाल कर आपके नाम पर कर्ज भी ले सकते हैं।' इसलिए सिर्फ एसएमएस ही नहीं, केवाईसी अपडेट कराने के लिए कहने वाले कॉल- ईमेल संदेश मिलने के साथ ही वेबसाइट पर भी सजग रहें।

मान लीजिए आपके पास 3जी सिम कार्ड है और आप उसे 4जी में अपडेट कराना चाहते हैं। इसके लिए आप सेवा प्रदाता कंपनी से 3जी सिम के बदले 4जी सिम जारी करने का अनुरोध करते हैं। यह सिम स्वैप करने का प्रामाणिक तरीका है। इसमें आपके अनुरोध पर दूरसंचार कंपनी पुराने सिम को निष्क्रिय कर नया सिम दे देती है जो चंद घंटों के ही भीतर चालू आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं हो जाता है। हमारे मोबाइल फोन में तमाम तरह की जानकारियां मौजूद होती हैं जिनमें हमारे संपर्कों के नंबर, फोटो, ईमेल एवं एसएमएस शामिल हैं। इनमें एटीएम से निकासी और नेटबैंकिंग लेनदेन के दौरान बैंक से आने वाले ओटीपी भी शामिल होते हैं। जोशी कहते हैं, 'महामारी के दौरान सिम स्वैप धोखाधड़ी कई मोबाइल फोन धारकों के लिए दु:स्वप्न साबित हुई। कई लोगों को जब कार्ड स्वैप करने के अनुरोध या कार्ड ब्लॉक होने के संदेश मिले तो वे लॉकडाउन के दौरान अपने घरों के भीतर कैद थे।'

दरअसल जालसाज सिम स्वैप तकनीक का इस्तेमाल आपके सिम को ब्लॉक कर उससे आपकी वित्तीय जानकारियां चुराने में करते हैं। जोशी के मुताबिक, सिम स्वैप से जालसाजी करने वाले फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर सेवा प्रदाता कंपनी से स्वैप के लिए संपर्क करते हैं। पुष्टि के बाद दूरसंचार ऑपरेटर पुराने सिम को निष्क्रिय कर देती है और जालसाज को नया सिम कार्ड मिल जाता है। इसका मतलब है कि एक बार सिम स्वैप हो जाने के बाद आपके ओटीपी, वित्तीय खातों वं कार्ड संबंधित अलर्ट संदेश तक उनकी पहुंच हो जाती है।

लेकिन किसी सेवा प्रदाता से संपर्क करने के पहले जालसाज किसी न किसी तरह से लक्षित व्यक्ति के बारे में निजी जानकारियां जुटाने की भी कोशिश करते हैं ताकि शिकार के मोबाइल नंबर से जुड़े सुरक्षा सवालों के जवाब दिए जा सकें। जोशी कहते हैं, 'पीडि़त के सोशल मीडिया खातों या अन्य सार्वजनिक स्रोतों से उसके बारे में ऐसी जानकारी जुटाई जा सकती है। सिम स्वैप की साजिश करने वाला शख्स संभावित शिकार को फर्जी ईमेल भी भेज सकते हैं जिनमें कुछ निजी जानकारियां देने को कहा गया हो।' इन सूचनाओं का इस्तेमाल उसके मोबाइल फोन नंबर को अनलॉक करने में किया जा सकता है।

किसी को भी अपने बारे में जानकारियां न दें। अगर आपको अपने सिम पर सेवा प्रदाता के सिग्नल न दिखें तो फौरन अपने ऑपरेटर से संपर्क करें। वैसे अगर आपके सिम को आधी रात के समय निष्क्रिय किया गया है तो आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं।


यूपीआई से जुड़ी धोखाधड़ी

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) एक ऐसा फीचर है जिसमें आप या मर्चेंट उपयोगकर्ता को पैसे संग्रह का अनुरोध भेज सकता है। जालसाज इस फीचर का इस्तेमाल सेकंड शॉपिंग साइट पर धोखाधड़ी में कर रहे हैं। इन्फ्रासॉफ्टटेक के नवाचार एवं उत्पाद प्रमुख मनोज चोपड़ा कहते हैं, 'जब आप ऐसी किसी साइट पर कोई सामान बेचना चाहते हैं तो जालसाज उसकी खरीद में दिलचस्पी दिखाते हैं और पैसा भेजने के बजाय पैसा इक_ा करने का अनुरोध भेज देते हैं। याद रखें कि आपके खाते में पैसा भेजे जाते समय लेनदेन को अधिकृत करने की जरूरत नहीं होती है लेकिन धोखेबाज आपके सामने ऐसा ही भ्रम फैलाते हैं और आप अपना पिन साझा कर देते हैं जिसके बाद खाते से रकम निकाल लेते हैं।'

इस बात को याद रखें कि आपके बैंक खाते में पैसे आते समय आपको कोई भी पिन या ओटीपी नहीं देना पड़ता है। इसी तरह जब आप यूपीआई में पैसे मंगा रहे हैं तो भी आपको कोई पिन नंबर डालने की जरूरत नहीं होती है। अपने पिन का उतना ही ध्यान रखें जैसा आप अपने एटीएम पिन का करते हैं। इसके बारे में कभी भी किसी को न बताएं।

एटीएम से पैसे निकालते समय हम अक्सर लापरवाह हो जाते हैं, हमें ध्यान ही नहीं रहता है कि थोड़ी आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं सी असावधानी भी हम पर भारी पड़ सकती है। एटीएम के भीतर पिन नंबर डालते समय आपके पास खड़ा कोई शख्स उसे जान सकता है। चोपड़ा कहते हैं, 'एटीएम का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि कोई आपके बेहद करीब न हो। आप कभी भी यह यकीन से नहीं कह सकते हैं कि आपके साथ सटकर खड़ा हुआ शख्स जालसाज नहीं है। जब आप एटीएम से निकासी के समय अपने कार्ड का पिन नंबर डालते हैं तो वह शख्स भी उसे जान लेता है। इसके अलावा एटीएम मशीन में कार्ड डालने वाली जगह से भी छेड़छाड़ की जा सकती आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं है। ऐसे में जब आप अपना पिन नंबर डालते हैं तो कार्ड स्लॉट में लगाए उपकरण में भी वह नंबर दर्ज हो जाता है। जालसाज इसका इस्तेमाल नकली कार्ड बनाकर ऑनलाइन खरीदारी करने एवं विदेशों में एटीएम से निकासी के लिए करते हैं।'

एटीएम में कार्ड लगाने से पहले कार्ड स्लॉट का अच्छी तरह मुआयना करें। सुनिश्चित कर लें कि उसमें कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। इसके अलावा पिन नंबर दबाते समय दूसरे हाथ से ढंक लेना भी एक अच्छी आदत है। साथ ही निकासी के समय अपने आसपास किसी को भी न खड़ा रहने दें।


इन बातों का ध्यान रखें

वित्तीय धोखाधड़ी से बचने का सबसे अच्छा तरीका सतर्कता ही है। सबसे जरूरी बात है कि फिशिंग से बचने के लिए बुनियादी ऑनलाइन सुरक्षा तरीकों का पालन करें। साइनज़ी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी अंकित रतन कहते हैं, 'आपको अपने कार्ड एवं बचत खाते पर लेनदेन की संख्या तय करने वाली सुविधा का इस्तेमाल करना चाहिए। इस तरह आप धोखाधड़ी के खतरे को काफी हद तक कम कर देंगे।' यह पाबंदी हर तरह के लेनदेन- घरेलू, विदेशी, पीओएस, एटीएम निकासी एवं ऑनलाइन के लिए तय की जा सकती है। बैंक आपको डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड को स्विच ऑन एवं ऑफ करने की भी सुविधा देता है। अगर आप किसी कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उसे स्विच ऑफ कर आप निश्चिंत हो सकते हैं। इसके अलावा प्रयोग में लाए जा रहे कार्ड पर भी लेनदेन की सीमा तय कर सकते हैं। इस तरह आपको वित्तीय धोखाधड़ी से होने वाले नुकसान की आशंका काफी कम हो जाएगी।

गोल्ड 'निवेशकों को औजार के रूप में.

InstaForex कंपनी का सुझाव हैं कि आप सबसे अधिक स्थिर, और भावात्मक में से एक, पूंजी की बचत के उपकरणों से परिचित हो। आजकल लगभग हर व्यक्ति को सोने के बाजार का दुनिया का उपयोग कर सकते हैं और इस कीमती धातु में अपने पैसे का निवेश कर सकते हैं।

Gold trading chart

Closing price, the previous day.

The highest price over the last trading day.

The lowest price over the last trading day

Price range high in the last 52 weeks

Price range low in the last 52 weeks

सोने में ट्रेडिंग के फायदे

वित्तीय बाजार में सोने की हमेशा से ही उच्च मांग रही है। विश्लेषकों के अनुसार सोने में लाभ के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

– सोना एक अत्यधिक लिक्विड ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट है
सोने का बाजार 24/7 संचालित होता है और निवेशक किसी भी समय फिएट मुद्राओं के लिए संपत्ति का आदान-प्रदान कर सकते हैं। शेयर या बॉन्ड की तुलना में सोना काफी तेजी और आसानी से बेच जा सकता है। यह तथ्य सट्टा ट्रेडर्स के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है.

– सोने में उतार-चढ़ाव कम होता है
सोना सबसे स्थिर ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट है। इसकी कीमत शायद ही कभी बढ़ती है या गिरती है क्योंकि यह आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी के साथ होता है। यही कारण है कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए सोने का इस्तेमाल करते हैं और नुकसान से बचने के लिए अत्यधिक अस्थिरता को कम करते हैं।

– सोना सबसे अच्छी सेफ-हेवन संपत्ति है
सोना सर्वश्रेष्ठ सुरक्षित ट्रेडिंग इन्स्ट्रूमेंट्स की सूची में सबसे ऊपर है। वैश्विक अर्थव्यवस्था और अस्थिर भू-राजनीतिक वातावरण में अशांत समय के दौरान, जोखिम भरी संपत्ति और स्टॉक इंडेक्स में गिरावट आती है लेकिन सोने की कीमतों में वृद्धि होती है।

सोने की कीमतों का इतिहास

1944 में, ब्रेटन वुड्स समझौते ने सोने के मानक को अपनाया जिसके तहत सोना अमेरिकी डॉलर का आधार बना। 44 देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए और सोने की कीमत तय की।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 1970 के दशक की शुरुआत में अमेरिकी डॉलर को सोने से अलग किया। उस समय तक सोना 35 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। उसके बाद से, कीमती धातु मूल्य निर्धारण के एक नए युग में प्रवेश कर गई।

1971 और 1980 के बीच, सोने ने अपने इतिहास में सबसे बड़ी बढ़त दिखाई। उस दौरान, संपत्ति का मूल्य 24 गुना बढ़कर 850 डॉलर हो गया।

11 सितंबर, 2001 के बाद सोने ने एक और प्रभावशाली रैली का प्रदर्शन किया। 9/11 के हमलों ने दुनिया भर में अमेरिकी डॉलर में विश्वास को बहुत कम कर दिया लेकिन सोना अधिक आकर्षक बन गया। अगले 10 वर्षों में, इसकी कीमत बढ़कर 1,920 डॉलर हो गई।

2020 में कीमती धातु लोकप्रियता के चरम पर पहुंच गई। महामारी के बीच बड़े पैमाने पर परिसंपत्ति खरीद ने सोने को सर्वकालिक उच्च स्तर पर धकेल दिया। इसकी रिकॉर्ड कीमत 2,067 डॉलर थी।

Gold Trading

अगस्त 2020 में COVID-19 महामारी के बीच रिकॉर्ड गोल्ड रैली हुई

सोने में निवेश कैसे करें और उसका ट्रेडिंग कैसे करें

आप इसे कई तरह से कर सकते हैं। फिजिकल बुलियन लंबी अवधि के निवेश के लिए बहुत अच्छा है। फ्यूचर्स और ऑप्शंस शॉर्ट और मीडियम टर्म ट्रेडिंग के लिए बेस्ट हैं।

सोना आमतौर पर अमेरिकी सत्र के दौरान सबसे गहन व्यापार दिखाता है क्योंकि धातु की कीमत अमेरिकी डॉलर के साथ अत्यधिक सहसंबद्ध होती है और अमेरिका से समाचार पर निर्भर करती है।

गोल्ड ट्रेडिंग के लिए दो बुनियादी रणनीतियाँ हैं:

1) समाचार पर ट्रेडिंग
सोने की कीमतें खबरों को लेकर बेहद संवेदनशील होती हैं। अगर दुनिया में आर्थिक उथल-पुथल या संघर्षों की वृद्धि होती है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है। इसलिए, निवेशकों को हमेशा दुनियाभर के परेशानी वाले स्थानों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। अप्रत्याशित घटनाएँ जैसे युद्ध, आतंकवादी हमले, प्राकृतिक आपदाएँ और आर्थिक संकट से सोने की कीमत बढ़ जाती है।

2) सहसंबंध व्यापार
सोने के भाव की भविष्यवाणी करने के लिए अमेरिकी डॉलर और प्रमुख मुद्रा जोड़े का ट्रैक रखना महत्वपूर्ण है। जब DXY इंडेक्स बढ़ता है, तो सोने के मूल्य में कमी आती है, और जब यह इंडेक्स गिरता है तो सोने में वृद्धि होती है। जहां तक सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुद्रा जोड़े का सवाल है, AUD/USD और EUR/USD युग्मों पर कड़ी नजर रखी जानी चाहिए। यदि वे बढ़ते हैं, तो सोना आमतौर पर बढ़ता है।

Gold Trading

Gold Trading

EUR/USD का सोने के साथ सकारात्मक संबंध है

सोने की कीमतों को क्या प्रभावित करता है

चूंकि USD उद्धरण सोने को बहुत प्रभावित करते हैं, इसलिए निवेशकों को निम्नलिखित सूचकांकों और रिपोर्टों पर नजर रखनी चाहिए:

– यूएस कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आमतौर पर, यह जितना अधिक होता है, उतना ही अच्छा होता है। निवेशक सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ हेजिंग उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं.

– फेड की ब्याज दर। उच्च दरें अमेरिकी डॉलर का समर्थन करती हैं, जिसका अर्थ है कि जब दर बढ़ती है, तो सोने के मूल्य में गिरावट आती है।

– यूएस जीडीपी। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि से सोने के मूल्य में कमी आती है और अमरीकी डालर को समर्थन मिलता है। हालांकि, मंदी के शुरू होने पर सोने में कमी आती है।

– गैर-कृषि पेरोल। आप विदेशी मुद्रा स्वैप से कैसे बचते हैं जब इंडेक्स बढ़ता है तो सोने में गिरावट आती है। नहीं तो सोने में मजबूती आती है।

विदेश घूमने से पहले करें मनी मैनेजमेंट, कैश और ट्रैवल कार्ड में चुनें बेहतर विकल्प

विदेशों में खर्च करने के लिए आपके पास तीन प्रमुख विकल्प होते हैं-कैश, क्रेडिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड.

विदेश घूमने से पहले करें मनी मैनेजमेंट, कैश और ट्रैवल कार्ड में चुनें बेहतर विकल्प

तीनों का इस्तेमाल बेहतर विकल्प.

Travel Card : विदेश जाने का चलन इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है. मध्यम वर्ग का जितना तेजी से विस्तार हो रहा है, उसी तुलना में विदेश घूमने जाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. विदेशी यात्रा कभी भी सस्ता नहीं रहा है. बेशक कमाई बढ़ रही है लेकिन खर्च को नियंत्रित करने की कोशिश हर वर्ग की रहती है. विदेशी यात्रा में सबसे बड़े विलेन के तौर पर एक्सचेंज रेट उभरता है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि विदेशों में खर्च करने के लिए पहले से ही मनी मैनेजमेंट कर लिया जाए. विदेशों में खर्च करने के लिए आपके पास तीन प्रमुख विकल्प होते हैं-कैश, क्रेडिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड. सबसे महत्त्वपूर्ण सलाह यह है कि इन सभी तीन विकल्पों में किसी एक विकल्प को ही नहीं अपनाना चाहिए. आइए इन सभी के बारे में जानते हैं कि कौन सा विकल्प कितना बेहतर है और इनके फायदे क्या-क्या हैं.

1. विदेशी मुद्रा

किसी भी जगह घूमने के लिए, चाहे वह देश हो या विदेश, आप बिना नकदी के घूम नहीं सकते हैं क्योंकि हर जगह आप कार्ड के जरिए पेमेंट नहीं कर सकते हैं. जब आप करेंसी कंवर्जन के लिए जाएं तो कुछ समय निकालकर आप सबसे कम करेंसी एक्सचेंज रेट्स के बारे में पता कर लें. इसके अलावा अपने पूरे पैसे को विदेशी करेंसी में न बदलवाएं.

इससे फायदा यह होगा कि अगर आपको चोरी, डैमेज, बैगेज खोने जैसी किसी विपरीत स्थिति का सामना करना पड़े तो आपको समस्या न हो और आपके पास कोई और विकल्प भी मौजूद रहे. करेंसी बदलवाने के बाद पूरे पैसे को कई हिस्सों में बांटकर अलग-अलग जगह रखें.

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2. ट्रैवल क्रेडिट कार्ड

कैश के अलावा आपको सफर पर निकलते समय अपने पास एक ट्रैवल क्रेडिट कार्ड भी रखना बेहतर रहेगा. क्रेडिट कार्ड के जरिए आप नकदी न होने पर भी खर्च कर सकते हैं. हालांकि इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड में सिर्फ खर्च करने का ही फीचर नहीं होता है बल्कि इसके जरिए आपको ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी भी मिल जाता है.

इससे आप बैगेज खोने, फ्लाइट रद्द होने, चोरी, एक्सिडेंटल डैमेज और अन्य किसी भी कारण से हुए नुकसान के लिए क्लेम कर सकते हैं. इसके अलावा अधिकतर ट्रैवल कार्ड आपको फ्लाइट की वेटिंग के दौरान एयरपोर्ट के लाउंज तक एक्सेस की भी सुविधा देता है. इस कार्ड के रिवार्ड्स पॉइंट्स को आप एयर मील्स के रूप में भुना सकते हैं जिससे आपको एयर टिकट पर छूट मिल सकती है.

3. फॉरेक्स कार्ड

यह मूल रूप से प्री-पेड कैश कार्ड है. इसे स्वैप कर आप विदेशों में शॉपिंग कर सकते हैं और ऑनलाइन भी शॉपिंग कर सकते हैं. ये कार्ड कई प्रकार के करेंसी वैरिएंट में आते हैं जिसमें आप अपनी जरूरत के मुताबित कई देशों की करेंसी लोड कर सकते हैं. कैश की तुलना में यह ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि यह एक पिन के जरिए सिक्योर होता है.

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि अन्य माध्यमों की तुलना में फॉरेक्स कार्ड में आपने एक बार विदेशी करेंसी लोड करा दिया तो उसके बाद एक्सचेंज रेट में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता. इसके अलावा आपका 2-5 फीसदी ट्रांजैक्शन चार्ज भी बचता है जिसे आप डेबिट-क्रेडिट कार्ड के जरिए विदेशों में शॉपिंग पर पेमेंट करते हैं. यह कार्ड आपके बैंक खाते से लिंक होता है जिसके जरिए आप कार्ड को रिचार्ज कर सकते हैं या कार्ड के पैसे को खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं.

तीनों का इस्तेमाल बेहतर विकल्प

आप विदेश घूमने जा रहे हैं तो आपके लिए बेहतर यह होगा कि कुछ कैश रखें. इसके अलावा ट्रैवल कार्ड का भी प्रयोग करें ताकि रिवार्ड्स को अधिक से अधिक किया जा सके. ट्रांजैक्शन चार्ज और एक्सचेंज रेट में उताव-चढ़ाव से बचने के लिए फॉरेक्स कार्ड का भी प्रयोग करें.

(लेखः Adhil Shetty, सीईओ, बैंकबाजारडॉटकॉम)

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विदेश घूमने से पहले करें मनी मैनेजमेंट, कैश और ट्रैवल कार्ड में चुनें बेहतर विकल्प

विदेशों में खर्च करने के लिए आपके पास तीन प्रमुख विकल्प होते हैं-कैश, क्रेडिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड.

विदेश घूमने से पहले करें मनी मैनेजमेंट, कैश और ट्रैवल कार्ड में चुनें बेहतर विकल्प

तीनों का इस्तेमाल बेहतर विकल्प.

Travel Card : विदेश जाने का चलन इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है. मध्यम वर्ग का जितना तेजी से विस्तार हो रहा है, उसी तुलना में विदेश घूमने जाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. विदेशी यात्रा कभी भी सस्ता नहीं रहा है. बेशक कमाई बढ़ रही है लेकिन खर्च को नियंत्रित करने की कोशिश हर वर्ग की रहती है. विदेशी यात्रा में सबसे बड़े विलेन के तौर पर एक्सचेंज रेट उभरता है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि विदेशों में खर्च करने के लिए पहले से ही मनी मैनेजमेंट कर लिया जाए. विदेशों में खर्च करने के लिए आपके पास तीन प्रमुख विकल्प होते हैं-कैश, क्रेडिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड. सबसे महत्त्वपूर्ण सलाह यह है कि इन सभी तीन विकल्पों में किसी एक विकल्प को ही नहीं अपनाना चाहिए. आइए इन सभी के बारे में जानते हैं कि कौन सा विकल्प कितना बेहतर है और इनके फायदे क्या-क्या हैं.

1. विदेशी मुद्रा

किसी भी जगह घूमने के लिए, चाहे वह देश हो या विदेश, आप बिना नकदी के घूम नहीं सकते हैं क्योंकि हर जगह आप कार्ड के जरिए पेमेंट नहीं कर सकते हैं. जब आप करेंसी कंवर्जन के लिए जाएं तो कुछ समय निकालकर आप सबसे कम करेंसी एक्सचेंज रेट्स के बारे में पता कर लें. इसके अलावा अपने पूरे पैसे को विदेशी करेंसी में न बदलवाएं.

इससे फायदा यह होगा कि अगर आपको चोरी, डैमेज, बैगेज खोने जैसी किसी विपरीत स्थिति का सामना करना पड़े तो आपको समस्या न हो और आपके पास कोई और विकल्प भी मौजूद रहे. करेंसी बदलवाने के बाद पूरे पैसे को कई हिस्सों में बांटकर अलग-अलग जगह रखें.

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2. ट्रैवल क्रेडिट कार्ड

कैश के अलावा आपको सफर पर निकलते समय अपने पास एक ट्रैवल क्रेडिट कार्ड भी रखना बेहतर रहेगा. क्रेडिट कार्ड के जरिए आप नकदी न होने पर भी खर्च कर सकते हैं. हालांकि इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड में सिर्फ खर्च करने का ही फीचर नहीं होता है बल्कि इसके जरिए आपको ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी भी मिल जाता है.

इससे आप बैगेज खोने, फ्लाइट रद्द होने, चोरी, एक्सिडेंटल डैमेज और अन्य किसी भी कारण से हुए नुकसान के लिए क्लेम कर सकते हैं. इसके अलावा अधिकतर ट्रैवल कार्ड आपको फ्लाइट की वेटिंग के दौरान एयरपोर्ट के लाउंज तक एक्सेस की भी सुविधा देता है. इस कार्ड के रिवार्ड्स पॉइंट्स को आप एयर मील्स के रूप में भुना सकते हैं जिससे आपको एयर टिकट पर छूट मिल सकती है.

3. फॉरेक्स कार्ड

यह मूल रूप से प्री-पेड कैश कार्ड है. इसे स्वैप कर आप विदेशों में शॉपिंग कर सकते हैं और ऑनलाइन भी शॉपिंग कर सकते हैं. ये कार्ड कई प्रकार के करेंसी वैरिएंट में आते हैं जिसमें आप अपनी जरूरत के मुताबित कई देशों की करेंसी लोड कर सकते हैं. कैश की तुलना में यह ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि यह एक पिन के जरिए सिक्योर होता है.

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि अन्य माध्यमों की तुलना में फॉरेक्स कार्ड में आपने एक बार विदेशी करेंसी लोड करा दिया तो उसके बाद एक्सचेंज रेट में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता. इसके अलावा आपका 2-5 फीसदी ट्रांजैक्शन चार्ज भी बचता है जिसे आप डेबिट-क्रेडिट कार्ड के जरिए विदेशों में शॉपिंग पर पेमेंट करते हैं. यह कार्ड आपके बैंक खाते से लिंक होता है जिसके जरिए आप कार्ड को रिचार्ज कर सकते हैं या कार्ड के पैसे को खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं.

तीनों का इस्तेमाल बेहतर विकल्प

आप विदेश घूमने जा रहे हैं तो आपके लिए बेहतर यह होगा कि कुछ कैश रखें. इसके अलावा ट्रैवल कार्ड का भी प्रयोग करें ताकि रिवार्ड्स को अधिक से अधिक किया जा सके. ट्रांजैक्शन चार्ज और एक्सचेंज रेट में उताव-चढ़ाव से बचने के लिए फॉरेक्स कार्ड का भी प्रयोग करें.

(लेखः Adhil Shetty, सीईओ, बैंकबाजारडॉटकॉम)

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आपके लिए किस प्रकार के मुद्रा बाजार सर्वश्रेष्ठ हैं?

यदि आप मुद्रा व्यापार के लिए नए हैं, तो आप शायद सोच रहे हैं कि कौन सा मुद्रा बाजार आपके लिए सबसे अच्छा है। इस लेख में, हम स्पॉट और फॉरवर्ड या स्वैप मार्केट और मौलिक और तकनीकी विश्लेषण के महत्व के बारे में बात करेंगे। व्यापारिक मुद्राओं के लिए दोनों आवश्यक हैं। यहां इन बाजारों के बारे में और जानें। मुद्रा व्यापार में पैसा बनाने के कई तरीके भी हैं। लेकिन पहले, यह जान लें कि आपके लिए किस प्रकार का बाजार सही है। मुद्रा व्यापार में शुरू करने के लिए नीचे सूचीबद्ध कुछ मूल बातें हैं।

स्पॉट विदेशी मुद्रा बाजार

सभी मुद्रा व्यापार का एक तिहाई हाजिर विदेशी मुद्रा बाजार । हाजिर बाजार खरीदारों और विक्रेताओं के बीच एक मुद्रा का तुरंत आदान-प्रदान करने के लिए एक समझौता है। यह वायदा या विकल्प बाजारों में व्यापार से अलग है, जहां कीमतें एक सप्ताह या उससे अधिक पहले से निर्धारित की जाती हैं। स्पॉट मार्केट में ट्रेडिंग का मतलब है कि आप करेंसी मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव के लिए तैयार हैं। यदि कीमत अपेक्षा से अधिक बार बदलती है तो व्यापारियों को उनके मुद्रा निवेश पर बड़ा लाभ मिलेगा।

स्पॉट रेट एक मुद्रा के लिए मौजूदा बाजार मूल्य है। यह वह कीमत है जो एक व्यापारी तुरंत दूसरी मुद्रा खरीदने के लिए चुकाएगा। यह दर विदेशी मुद्रा बाजार द्वारा निर्धारित की जाती है, लेकिन कुछ देश इसे सक्रिय रूप से निर्धारित या प्रभावित करते हैं। मुद्रा व्यापारी व्यापारिक अवसरों की पहचान करने के लिए हाजिर दरों को ट्रैक करते हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि स्पॉट रेट सबसे अधिक अस्थिर है और आपकी विदेशी मुद्रा स्थिति के लिए सबसे बड़ा जोखिम प्रस्तुत करता है। यही कारण है कि हाजिर बाजार पर व्यापारिक मुद्राएं नए लोगों के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

फॉरवर्ड या स्वैप मार्केट

एक साधारण उदाहरण एक कनाडाई निर्यातक है जो यूएस कंपनी को यूएस $ 1 मिलियन का सामान बेच रहा है। उसे अब से एक साल बाद निर्यात आय प्राप्त होने की उम्मीद है। हालांकि, वह चिंतित है कि कनाडाई डॉलर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप, अब से एक वर्ष में $ 1 मिलियन बेचने के लिए एक वायदा अनुबंध में प्रवेश करता है। आगे की मुद्रा का उपयोग करते हुए, कनाडाई निर्यातक विदेशी मुद्रा के जोखिम को समाप्त करता है।

मुद्रा विनिमय व्यवहार में, यदि संभव हो तो एक बैंक पहले अन्य बैंकों से संपर्क करेगा। फिर वे एक इलेक्ट्रॉनिक ब्रोकर में एक ऑर्डर इनपुट करेंगे, जो सभी भाग लेने वाले बैंकों से सर्वोत्तम मूल्य प्रकट करेगा। इस पद्धति का लाभ यह है कि विभिन्न आकार के बैंक एक दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे हैं, जिससे उन्हें समान स्तर पर व्यापार करने की अनुमति मिलती है। हालांकि, बड़े लॉट साइज कुछ व्यापारियों को हतोत्साहित कर सकते हैं। इसलिए, जब तक आप छोटी मात्रा में व्यापार नहीं कर रहे हैं, तब तक स्पॉट मुद्रा की कीमतों से बचना सबसे अच्छा है।

तकनीकी विश्लेषण

तकनीकी विश्लेषण मूल्य प्रवृत्तियों और संभावित उत्क्रमण को पहचानने की क्षमता पर केंद्रित है। ट्रेंडलाइन का उपयोग अपट्रेंड में महत्वपूर्ण उच्च और निम्न चढ़ाव को प्लॉट करने के लिए किया जाता है। मूल्य आंदोलन की साजिश रचने के लिए गिरावट प्रतिरोध प्रवृत्ति लाइनों का उपयोग किया जाता है। उनका उपयोग प्रवेश और निकास स्तरों को निर्धारित करने और स्थिति के आकार को निर्धारित करने के लिए भी किया जाता है। हालांकि गति संकेतकों को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, फिर भी वे तकनीकी विश्लेषण में प्रभावी होते हैं। वे एक प्रवृत्ति की ताकत की भविष्यवाणी करने में भी उपयोगी होते हैं।

के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में मुद्रा व्यापार में तकनीकी विश्लेषण से एक बाजार की प्रवृत्ति है। रणनीति की सफलता के लिए यह एक महत्वपूर्ण कारक है। मूल्य चार्ट पर, प्रचलित प्रवृत्ति स्पष्ट रूप से स्पष्ट है। प्रवृत्ति को आमतौर पर स्पष्ट चोटियों और कुंडों वाली लहरों के रूप में दर्शाया जाता है। जिस दिशा में ये तरंगें चलती हैं, वह यह निर्धारित करती है कि बाजार तेजी या मंदी की प्रवृत्ति पर है या नहीं। जब शिखर ऊपर जाते हैं, तो बाजार को आम तौर पर तेज माना जाता है। अन्यथा, प्रवृत्ति मंदी है।

मौलिक विश्लेषण

एक मुद्रा के प्रमुख अंतर्निहित तत्वों का अध्ययन मौलिक विश्लेषण है। यह एक व्यापार चक्र ढांचे के भीतर आर्थिक संकेतकों, सरकारी नीति, सामाजिक कारकों और अन्य कारकों पर विचार करके मूल्य कार्रवाई की भविष्यवाणी करने का प्रयास करता है। मौलिक विश्लेषण को गियर और स्प्रिंग्स के रूप में सोचें जो एक विशाल घड़ी चलाते हैं। एक कट्टरपंथी इस घड़ी के अंदर के कामकाज को जानता है। मुद्रा की कीमत निर्धारित करने के लिए इस पद्धति का उपयोग करके, वह अपना निवेश उसी के अनुसार कर सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों का मार्गदर्शन करने में दो प्रकार के विश्लेषण हाथ से काम करते हैं। मौलिक विश्लेषण बुनियादी आर्थिक कारकों का विश्लेषण करता है जिनका मुद्रा की विनिमय दर पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। जबकि तकनीकी विश्लेषण अल्पकालिक बाजार आंदोलनों की व्याख्या करने पर केंद्रित है, मौलिक विश्लेषण ऐसी जानकारी पर विचार करता है जो विनिमय दर के दीर्घकालिक आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण है। मौलिक विश्लेषण राजनीतिक कारकों का भी विश्लेषण करता है। यह व्यापारियों को इन कारकों के आधार पर बाजार में अवसरों की पहचान करने में मदद करता है।

लॉट साइज

जब आप एक मुद्रा जोड़ी खरीदते या बेचते हैं, तो आपको Profitbuilder । मानक लॉट एक लाख इकाइयाँ हैं। हालांकि, ऑनलाइन ब्रोकरेज के बढ़ने और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ, अब कई अलग-अलग लॉट साइज उपलब्ध हैं। कोई भी ट्रेड करने से पहले आपको प्रत्येक मुद्रा जोड़ी के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए। विभिन्न लॉट आकारों के बारे में अधिक जानने के लिए, हमारी विदेशी मुद्रा व्यापार मार्गदर्शिका पढ़ें। हम यह भी तय करेंगे कि किस लॉट साइज को खरीदना और बेचना है।

आप मानक लॉट और नैनो-लॉट के बीच भी चयन कर सकते हैं। एक मानक लॉट आधार मुद्रा की 100 इकाइयाँ हैं। एक नैनो-लॉट 10 इकाइयां है, और कुछ विदेशी मुद्रा दलाल भी इसका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि उत्तरार्द्ध व्यापक रूप से पेश नहीं किया जाता है, यह शुरुआती लोगों के लिए एक सुरक्षित प्रारंभिक बिंदु है जो मानक लॉट करने से पहले विभिन्न रणनीतियों का परीक्षण करना चाहते हैं। शुरुआती लोगों के लिए, पहले कुछ हफ्तों के दौरान नैनो लॉट सबसे अच्छा विकल्प है।

अल साल्वाडोर में कोई भी चिवो बिटकॉइन एटीएम का उपयोग नहीं करता है, और यह इसका कारण हो सकता है

मुख्य तथ्य: सल्वाडोरन डेवलपर द्वारा बाहरी वॉलेट से किए गए सभी परीक्षण विफल रहे। सरकार द्वारा लगाए गए बिटकॉइन एटीएम न तो पर्यटकों के लिए उपयोगी हैं और न ही प्रेषण के लिए। अल साल्वाडोर में नायब नुकेले सरकार द्वारा पिछले साल से स्थापित बिटकॉइन (बीटीसी) को स्थानांतरित करने के […]

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