क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट

एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेश भारत में मौजूद हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या भारत में करीब 10.7 करोड़ हो चुकी है और 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी में भारतीयों द्वारा निवेश बढ़कर 24.1 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है।
Cryptocurrency Prices Today: क्रिप्टो बाजार में फिर आई बड़ी गिरावट, 28000 डॉलर तक टूटा बिटकॉइन
Cryptocurrency Prices Today: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में जबरदस्त गिरावट का दौर जारी है। क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बिटकॉइन जनवरी 2021 के न्यूनतम स्तर से भी नीचे पहुंच गया क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट है। दुनिया की सबसे बड़ी और फेमस क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 9 फीसदी से अधिक की गिरावट आई और ये 28,414 डॉलर पर आ गई। बीते 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट वैल्यू 13 फीसदी गिरकर 1.3 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया।
बिटकॉइन अपने रिकॉर्ड स्तर से इतना पीछे
बिटकॉइन की कीमत 69,000 के अपने हाइएस्ट लेवल से 50% से अधिक कम हो चुकी है। पिछले साल नवंबर से इसकी कीमतों में गिरावट आई। अब 32,000 डॉलर के स्तर पर एक साल के निचले स्तर के करीब कारोबार कर रहा है। मुड्रेक्स के सह-संस्थापक और सीईओ एडुल पटेल ने कहा कि बिटकॉइन की कीमत गिरकर 28,000 डॉलर पर आ गया। ऐसा TerraUSD के क्रैश होने के दो साल बाद हो रहा है। इससे पहले भी BTC ने कई क्रैश देखें हैं। हालांकि, हर बार इसमे रिबाउंड हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार भी बीटीसी के मौजूदा स्तर से नीचे टूटने की संभावना है।
Crypto Market Crash: एक हफ्ते में क्रिप्टो निवेशकों के 22 लाख करोड़ रुपये डूबे, आखिर कब थमेगी बिटक्वाइन-इथेरियम में जारी गिरावट?
क्रिप्टो बाजार हर रोज निवेशकों के आंसू निकाल रहा है। बिटक्वाइन से लेकर लाइटक्वाइन और पोल्काडॉट तक टॉप-10 में शामिल लगभग सभी क्रिप्टोकरेंसी में काफी दिनों से जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है। हाल ये है कि इस हफ्ते क्रिप्टोकरेंसी का कुल मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ गया है। 10 जनवरी को क्रिप्टो का मार्केट कैप 1.87 लाख करोड़ डॉलर था, जो शनिवार तक 88 हजार करोड़ डॉलर पर आ गया। इस बीच बिटक्वाइन और इथेरियम का दाम हर बीतते दिन के साथ टूटने का नया रिकॉर्ड बनाती जा रही है।
विस्तार
क्रिप्टो बाजार हर रोज निवेशकों के आंसू निकाल रहा है। बिटक्वाइन से लेकर लाइटक्वाइन और पोल्काडॉट तक टॉप-10 में शामिल लगभग सभी क्रिप्टोकरेंसी में काफी दिनों से जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है। हाल ये है कि इस हफ्ते क्रिप्टोकरेंसी का कुल मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ गया है। 10 जनवरी को क्रिप्टो का मार्केट कैप 1.87 लाख करोड़ डॉलर था, जो शनिवार तक 88 हजार करोड़ डॉलर पर आ गया। इस बीच बिटक्वाइन और इथेरियम का दाम हर बीतते दिन के साथ टूटने का नया रिकॉर्ड बनाती जा रही है।
बिटक्वाइन का दाम टूटकर यहां पहुंचा
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत में बीते 24 घंटों के दौरान नौ फीसदी की गिरावट आई है और इसका भाव 1,53,584 रुपये घटकर 16,09,188 रुपये रह गया है। इस कीमत पर बिटक्वाइन का बाजार पूंजीकरण भी गिरकर 31.4 ट्रिलियन रह गया है। इसके अलावा बिटक्वाइन के बाद दूसरी सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम के दाम में भी इस दौरान 9.23 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है और क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट यह 8,499 रुपये टूटकर 83,618 रुपये का रह गया है। इसके साथ ही इसका मार्केट कैप भी फिसलकर 10.5 ट्रिलियन रह गया क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट है। गौर करने वाली बात यह भी रही कि बीते दिनों से जारी गिरावट के बीच लगातार बढ़त में कारोबार कर रहे टेथर क्वाइन में भी अब मी आई है और यह मामूली गिरावट के साथ 83.43 रुपये का रह गया है।
छोटी अवधि के लिए बिल्कुल निवेश नहीं करें
फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी फिनवे एफएससी के फाउंडर और सीईओ रचित चावला ने इंडिया टीवी को बताया कि मौजूदा दौर में जिस तरह के हालात क्रिप्टोकरेंसी को लेकर है उसको देखते इसमें बड़े उतार-चढ़ाव की संभवना है। चीन के बाद अब रूस सेंट्रल बैंक ने Cryptocurrency पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। बैंक ने कहा है ये काफी ज्यादा वोलेटाइल है और इसका यूज गलत कारणों में ज्यादा किया जाता है। इससे देश की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को खतरा है। भारतीय स्टेट बैंक भी इसी तरह की बात कह रहा है। अगर भारत में भी सख्ती बढ़ती है तो आने वाले दिनों में बिटकॉइन 29,000 हजार डॉलर के नीचे चला जा सकता है। वैसे भी बिटकॉइन अपने उच्च्तमर स्तर करीब 62 हजार डॉलर से करीब 50% टूट चुका है। ऐसे में मैं निवेशकों को सलाह देता हूं कि वो क्रिप्टोकरेंसी से मौजूदा समय में दूरी बनाकर रखें। अगर निवश करना ही है तो क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम आदि में लंबी अवधि का लक्ष्य लेकर निवेश करें। लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की पूरी उम्मीद है।
बीते साल उच्च्तम स्तर पर था बिटकॉइन
2021 कें नवंबर माह में बिटकॉइन , इथेरियम और अन्य क्रिप्टो करेंसियों में जोरदार बढ़त देखने को मिली थी। बिटक्वाइन और इथेरियम ने नवंबर, 2021 में अपना उच्चतम स्तर छुआ था। बिटक्वाइन करीब 62 हजार डॉलर पर पहुंच गया था। हालांकि, उसके बाद इनमें गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ, जो जारी है।
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2 दिन की भयंकर गिरावट के बाद उठा क्रिप्टो बाजार, कई करेंसीज़ 20% से ज्यादा बढ़ीं
बिटकॉइन और इथेरियम को छोड़कर सभी क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट बड़ी करेंसीज़ में लगभग 10 फीसदी से ज्यादा का उछाल है.
शुक्रवार को ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 7.18 फीसदी के उछाल के साथ 1.30 ट्रिलियन डॉलर प . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 13, 2022, 10:10 IST
नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कल और परसों बड़ी गिरावट के बाद आज हरा रंग नजर आ रहा है. भारतीय समयानुसार आज सुबह 9:41 बजे तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 7.18 फीसदी के उछाल के साथ 1.30 ट्रिलियन डॉलर पर आ गई है. बिटकॉइन और इथेरियम को छोड़कर सभी बड़ी करेंसीज़ में लगभग 10 फीसदी से ज्यादा का उछाल है. टेरा लूना अभी भी पिछले 24 घंटों के दौरान 97 फीसदी की क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट गिरावट पर ट्रेड की जा रही है. मार्केट कैप में यह करेंसी 201 नंबर पर पहुंच गई है.
Coinmarketcap के आंकड़ों के हिसाब से खबर लिखे जाने के समय तक बिटकॉइन (Bitcoin Price Today) 7.74% उछलकर $30,404.98 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि दूसरा सबसे बड़ा कॉइन इथेरियम का प्राइस (Ethereum Price Today) पिछले 24 घंटों में 6.55% बढ़कर 800,083.32 पर पहुंच गया. अगर पिछले 7 दिनों की बात करें तो बिटकॉइन में अभी भी 16.52% की गिरावट है और इथेरियम 24% गिरा हुआ है. बिटकॉइन का बाजार डोमिनेंस 44.7 प्रतिशत है तो इथेरियम का डोमिनेंस 19.4 प्रतिशत है.
सरकार, रिजर्व बैंक की वजह से वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो में गिरावट के असर से अछूता रहा भारत
आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है और उसने इसमें लेनदेन को लेकर आगाह भी किया है।
वहीं सरकार ने क्रिप्टो लेनदेन की मांग को कम करने के लिए कर का रास्ता चुना है।
क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 2021 में तीन हजार अरब डॉलर था, जिसका कुल बाजार मूल्य अब एक हजार अरब डॉलर से भी कम रह गया है।
हालांकि, भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है।
भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर रही थी।