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विकल्प प्रकार

विकल्प प्रकार
प्रश्न. उस विकल्प का चयन करें, जो तीसरे शब्द से ठीक उसी प्रकार संबंधित है, जिस प्रकार दूसरा शब्द पहले शब्द से संबंधित है। मानव शरीर : दवाएँ : पौधे : ?

SSC Delhi Police Head Constable Reasoning Practice Set 01

CBSE Marksheet Correction Online

वर्तमान समय में यदि कोई छात्र उच्च शिक्षा के लिए किसी शिक्षण संस्थान में एडमीशन के लिए आवेदन करते है, तो सबसे पहले छात्र के हाईस्कूल (10th) और इंटर (12th) की मार्कशीट देखी जाती है | हाईस्कूल और इंटर में प्राप्त अंको आधार पर ही छात्र का चयन किया जाता है | ऐसे में यदि आपकी मार्कशीट आपका नाम, जन्मतिथि या किसी भी प्रकार की त्रुटि हो जाती है, तो यह उस छात्र और अभिभावक दोनें के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है |

यदि आपकी मार्कशीट किसी प्रकार की कोई डीटेल्स गलत अंकित हो गयी है, तो आपको इसके लिए परेशान होनें कि आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सीबीएसई बोर्ड द्वारा मार्कशीट में संशोधन करनें का विकल्प दिया है | तो आएये जानते है, कि सीबीएसई बोर्ड मार्कशीट विकल्प प्रकार संशोधन कैसे करे, इसके नियम और प्रकिया के बारें में |

सीबीएसई बोर्ड मार्कशीट संशोधन नियम (CBSE Marksheet Correction Rule)

Table of Contents

सीबीएसई द्वारा दसवीं और बारहवीं परीक्षा परिणाम ऑनलाइन जारी किये जाते है, परीक्षा परिणाम जारी होनें के बाद कोई भी छात्र अपनी मार्कशीट ऑनलाइन देख सकते है | यदि छात्र को अपनी मार्कशीट में किसी भी प्रकार की कोई गलती पाई जाती है, तो बोर्ड द्वारा उसमें सुधार के लिए विकल्प दिया जाता है | इसके लिए सीबीएसई द्वारा कुछ नियम बनाये गये है, जो इस प्रकार है-

  • यदि मार्कशीट में नाम, जन्म-तिथि या किसी अन्य गलती विकल्प प्रकार के लिए संशोधन हेतु छात्र को 1 वर्ष के अन्दर आवेदन करना होता है, इसके उपरांत उनके आवेदन को अमान्य कर दिया जाता है |
  • मार्कशीट में संशोधन हेतु परीक्षार्थियों को निर्धारित दस्तावेज और शुल्क के साथ आवेदन करना होता है, यह शुल्क इस प्रकार है-

सीबीएसई बोर्ड मार्कशीट संशोधन प्रक्रिया (CBSE Marksheet Correction Process)

सीबीएसई बोर्ड मार्कशीट में नाम, पिता का नाम, डेट ऑफ़ बर्थ या किसी अन्य प्रकार के संशोधन ऑनलाइन माध्यम से कर सकते है, इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • सबसे पहले सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://cbse.nic.in/ पर जाएँ|

  • अब आपके सामनें एक होम पेज ओपन होगा, जिसमें आपको दो विकल्प Click For CBSE Results और Click For CBSE Website दिखाई देंगे | यहाँ आपको Click For CBSE Website पर क्लिक करना है |

  • अब आपके सामनें एक नया पेज ओपन होगा जिसमें आपको कई विकल्प प्रकार आप्शन दिखाई देंगे, आपको पेज के लास्ट में School Corner लिंक पर क्लिक करना है |

सामान्य विज्ञान पर आधारित परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण प्रश्न

परीक्षा में सफल होने के लिए सही दिशा में तैयारी करना आवश्यक हैl इसके साथ ही यह जानना भी ज़रूरी है कि किस प्रकार तैयारी की जाए ताकि कम समय में हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके l इस लेख में विज्ञान पर आधारित ऐसे प्रश्न दिए गए हैं जिससे आपको अनुमान हो जाएगा कि हर वर्ष UPSC, SSC, PSC जैसी परीक्षाओं में इस विषय से किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं और इससे आपको तैयारी करने में मदद मिलेगीl

किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए हर विषय को पढ़ना जरूरी होता है लेकिन अगर हम यह समझ जाएं कि किस विषय से कितने प्रश्न परीक्षाओं में पूछे जाते है, तो तैयारी आसान हो जाती है l इसके साथ ही इस बात को भी नजरअंदाज नही किया जा सकता है कि सही दिशा में तैयारी होना भी महत्वपूर्ण है l

चित्त वृत्ति के भेद - विपर्यय वृत्ति

चित्त वृत्ति के भेद -विपर्यय वृत्ति ,विकल्प वृत्ति, निद्रा वृत्ति,स्मृति वृत्ति | Chitt Vriti Ke Prakar

विपर्यय का तात्पर्य मिथ्याज्ञान से है। मिथ्याज्ञान को ही विपर्यय कहा जाता है। मिथ्याज्ञान अर्थात् झूठाज्ञान । महर्षि पतंजलि ने विपर्यय का वर्णन इस प्रकार किया है-

' विपर्ययोमिथ्याज्ञानमतद्रूपप्रतिष्ठम् । ' 1 / 8 पा० यो o सू०

  • अर्थात् विपर्यय मिथ्याज्ञान है। जो उस पदार्थ के रूप में प्रतिष्ठित नहीं है। अर्थात् किसी भी वस्तु को देखकर या सुनकर हम उस वस्तु से भिन्न किसी अन्य वस्तु को समझ लेते है। यही विपर्यय वृत्ति हैं। जैसे अन्धकार के कारण रस्सी को सॉप समझ लेना तथा सीपी में चाँदी की भ्रान्ति हो जाना तथा मरूस्थल में जल की भ्रान्ति हो जाना , जिसे मृगमरीचिका कहते है , आदि विपर्यय वृत्ति को अविद्या भी कहते है।
  • जब तक मनुष्य देह आदि को आत्मा समझता रहता है तब तक वह भविष्य में डूबा रहता है। इस अनित्य संसार को नित्य समझता रहता है। योग साधना द्वारा ही इस अविद्या का नाश होता है।

विकल्प वृत्ति

किसी वस्तु के उपस्थित न रहते हुए भी शब्द ज्ञान मात्र से उत्पन्न चित्त वृत्ति को विकल्प कहते है। योगदर्शन में विकल्प का वर्णन करते हुए कहा है-

' शब्द ज्ञानानुपाती वस्तुशून्यो विकल्पः । ' 1 / 9 पा० यो० सू०

अर्थात् वस्तु के ना रहते हुए भी शब्द ज्ञान मात्र से उत्पन्न चित्त वृत्ति को ' विकल्प ' कहते है।

  • विकल्प वृत्ति में शब्दो की प्रमुखता होती है। शब्दो को ही प्रमाण मान लेते है। शब्दो से उत्पन्न ज्ञान तथा उसके पीछे चलने का जिसका स्वभाव है। जबकि वह वस्तु उस स्थान पर नही होती है। तथा शब्दो को सुनकर ज्ञान प्राप्त होता है। वही विकल्प वृत्ति है। विकल्प वह वृत्ति है , जब कोई वस्तु के ना होने पर शब्द ज्ञान मात्र से जो कल्पना कर सकते है । प्रायः देखा जाता है कि संसार के कोई भी कार्य करने से पहले कल्पना ही होती है। सभी वैज्ञानिक उपलब्धियाँ,संगीत व कविताएं आदि मनुष्य की कल्पनाएं है। यह कल्पनाएं चित्त की एक वृत्ति है। इन कल्पनाओं का उपयोग सकारात्मक कार्यों में किया जाए तब यह अक्लिष्ट वृत्ति है।

निद्रा वृत्ति -

  • जाग्रत तथा स्वप्नावस्था की वृत्तियों के अभाव की जो प्रतीति करती है ,वह वृत्ति निद्रा है। निद्रा एक प्रकार की वृत्ति ही है। कई विद्वान व आचार्य निद्रा को वृत्ति नही मानते है। परन्तु योग में आचार्यों ने निद्रा को वृत्ति ही माना है। सांख्य के मतानुसार प्रमाण , विपर्यय , विकल्प के समान निद्रा भी एक वृत्ति है।

निद्रा वृत्ति का स्वरूप महर्षि पतंजलि ने इस प्रकार प्रस्तुत किया है -

' अभाव प्रत्ययालम्वनावृत्तिनिद्रा । ' 1 / 10 पा० यो o सू०

  • अर्थात् अभाव की प्रतीति को विषय करने वाली वृत्ति निद्रा है। यहाँ पर ज्ञान के अभाव की प्रतीति रहती है। इन्द्रियों से होने वाले ज्ञान का उस अवस्था में अभाव रहता है। यह वह सुषुप्ति अवस्था है , जिसे जाग्रत अवस्था और स्वप्न अवस्था में इन्द्रिय ज्ञान होते रहते है। ऐसा ज्ञान सुषुप्ति अवस्था में नही होता हैं। अतः निद्रा नामक वृत्ति को सुषुप्ति अवस्था कहा जाता है।

स्मृति वृत्ति

महर्षि पतंजलि स्मृति का वर्णन योग दर्शन में इस प्रकार से किया है-

' अनुभूतविषयासम्प्रमोषः स्मृतिः। 1 / 11 पा० यो० सू०

अनुभव किये हुए विषय का फिर उभर आना स्मृति है। अनुभव के आधार पर जब हमें किसी विषय का ज्ञान प्राप्त होता है। उसी को अनुभूत विषय कहते है।

SSC Delhi Police Head Constable Reasoning Practice विकल्प प्रकार Set 01 | रीजनिंग के महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह, जरूर पढ़ें

SSC Delhi Police Head Constable Reasoning Practice Set 01 : कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के द्वारा दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल भर्ती 2022 के लिए अधिसूचना जारी की गई थी तथा इस पद के लिये परीक्षा दिनांक 10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2022 तक आयोजित की जायेगी। साथ ही आयोग द्वारा इसका एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है। ऐसे में उम्मीदवार अपनी तैयारी को और भी तेज़ कर दें।

आज हम इस लेख के माध्यम से एसएससी द्वारा आयोजित दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल पद हेतु परीक्षा में पूछें गये रीजनिंग के महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह लेकर आएं हैं तथा यें प्रश्न परीक्षा के लिहाज से अतिआवश्यक प्रश्न साबित होंगे साथ ही इन प्रश्नों का अध्ययन करने से उम्मीदवार को निश्चितरुप से लाभ प्राप्त होगा।

SSC Delhi Police Head Constable Reasoning Practice Set 01 (महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर)

प्रश्न. उस विकल्प का चयन कीजिए जिसका तीसरे शब्द से वही संबंध है जो दूसरे शब्द का पहले शब्द से है।

प्रश्न. स्कूल की सुबह की प्रार्थना में, चंचल सामने से 8वें स्थान पर थी, जबकि प्रिंस उसी पंक्ति में पीछे से 11वें स्थान पर था। यदि वे अपने-अपने स्थान बदल लेते हैं, तो चंचल सामने से 22वें स्थान पर पहुँच जाती है। पंक्ति में विद्यार्थियों की संख्या कितनी है?

प्रश्न. एक निश्चित कूट भाषा में, यदि GLOWING को GGILNOW लिखा जाता है, तो उसी कूट भाषा में OBVIOUS को क्या लिखा जाएगा?

प्रश्न. निम्न श्रेणी में प्रश्नवाचक चिह्न (?) के स्थान पर कौन-सी संख्या आएगी? 128, 116, 126, 118, 124, ?

प्रश्न. अभय के चाचा, उसके लिए कोंकण से कुछ आम भेजते हैं। यदि वह प्रतिदिन कुछ निश्चित संख्या में आम खाता है, तो वे 60 दिन तक चलते हैं। लेकिन, अभय का चचेरा भाई राजीव उसके साथ छुट्टियाँ बिताने आता है और दोनों 36 दिन में आम समाप्त कर देते हैं। यदि राजीव अकेले आमों को खाता है, तो आम कितने दिनों तक चलेंगे?

यह भी पढ़ें

  1. SSC Delhi Police Reasoning Practice Set
  2. SSC Delhi Police GK Practice Set

प्रश्न. उस विकल्प का चयन करें, जो तीसरे पद से ठीक उसी प्रकार संबंधित है, जिस प्रकार दूसरा पद पहले पद से संबंधित है।

प्रश्न. किसी निश्चित कूट भाषा में, JET को TED और MAD को WAN लिखा जाता है। उसी कूट भाषा में, CARE को किस प्रकार लिखा जाएगा?

प्रश्न. यदि A का अर्थ ‘घटाना’ है, B का अर्थ ‘जोड़’ है, C का अर्थ ‘गुणा’ है और D का अर्थ ‘भाग’ है, तो निम्न समीकरण का मान ज्ञात करें।

प्रश्न. उस विकल्प का चयन करें, जो तीसरे शब्द से ठीक उसी प्रकार संबंधित है, जिस प्रकार दूसरा शब्द पहले शब्द से संबंधित है।

प्रश्न. किसी निश्चित कूट भाषा में, C को 3 के रूप में और DAM को 6 के रूप में कूटबद्ध किया जाता है। उसी कूट भाषा में, HENCE को किस रूप में कूटबद्ध किया जाएगा?

आप किस तरह के वेजिटेरियन हैं? जानें Vegetarian Diet के प्रकार और जरूरी पोषक तत्व जो आपको चाहिए

आप किस तरह के वेजिटेरियन हैं? जानें Vegetarian Diet के प्रकार और जरूरी पोषक तत्व जो आपको चाहिए

Vegetarian Diet Tips: शाकाहारी भोजन में जानवरों के मांस और प्रोडक्ट्स को शामिल नहीं किया जाता है

खास बातें

  • शाकाहारी भोजन विकल्प प्रकार में जानवरों के मांस को शामिल नहीं किया जाता है.
  • Vegetarian Diet: शाकाहारी बनना एक बड़ा विकल्प है.
  • ज्यादातर लोगों के लिए इसका अर्थ है जीवन भर के खाने के व्यवहार को बदलना.

Nutrients For Vegetarians: शाकाहारी भोजन में जानवरों के मांस और प्रोडक्ट्स को शामिल नहीं किया जाता है या सीमित किया जाता है. शाकाहारी बनना एक विकल्प प्रकार बड़ा विकल्प है. ज्यादातर लोगों के लिए इसका अर्थ है जीवन भर के खाने के व्यवहार को बदलना. आप स्वास्थ्य कारणों या व्यक्तिगत विश्वासों के लिए शाकाहारी भोजन पर स्विच कर सकते हैं. कुछ लोग जानवरों का उपयोग करने और विकल्प प्रकार उन्हें नुकसान पहुंचाने की नैतिकता की परवाह करते हैं. शाकाहारी बनना एक समायोजन है. आपको नई आदतें सीखने और पुराने भोजन विकल्पों को बदलने की जरूरत होगी. कई लोग इस बात से चिंतित रहते हैं कि क्या विजिटेरियन बनने से उनके विकल्प प्रकार पोषक तत्वों के सेवन में कमी आ जाएगी. यहां बताया गया है कि वेजिटेरियन लोग अपने न्यूट्रिशन को बनाएं रखें और उनके लिए कौन-कौन से पोषक तत्व जरूरी हैं.

सुनिश्चित करें कि आपको यहां बताए गए पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में प्राप्त हों-

1. आयरन

ये लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ये कोशिकाएं आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने में मदद करती हैं. आयरन के अच्छे स्रोतों में बीन्स, ब्रोकली, किशमिश, गेहूं और टोफू शामिल हैं.

2. प्रोटीन

आपके शरीर के लगभग हर हिस्से के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है. यह आपकी त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों और अंगों को हेल्दी रखता है. ओवो-वेजिटेरियन्स के लिए अंडे प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत हैं. शाकाहारी विकल्पों में नट्स, पीनट बटर, बीज, अनाज और फलियां शामिल हैं. टोफू और सोया दूध जैसे गैर-पशु उत्पाद भी प्रोटीन प्रदान करते हैं.

3. कैल्शियम

ये हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करता है. यह एक ऐसी बीमारी है जो आपकी हड्डियों को कमजोर कर देती है और टूटने का कारण बन सकती है. कई लोगों के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम का प्राथमिक स्रोत हैं. वीगन डाइट के लिए आप सोयाबीन या बादाम खा सकते हैं. पत्तेदार साग जैसे केल, कोलार्ड साग और बोक चॉय अच्छे विकल्प हैं.

Periods: माहवारी में यौन संबंध ठीक या गलत

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के विकल्प प्रकार लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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