फिएट मनी के फायदे

एक ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी इसे वर्चुअल करेंसी या फिएट मनी के फायदे वर्चुअल मनी भी कहा जा सकता है क्योंकि यह आपके वॉलेट या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वर्तमान फिजिकल करेंसी जैसा करेंगी।
फिएट मनी के फायदे
भारत में बहु-स्तरीय नियोजन Bhugol aur Aap | January 2020 भारत जैसे संघीय शासन प्रणाली वाले देश में फिएट मनी के फायदे जहाँ प्रादेशिक और अन्तःप्रादेशिक विषमता व्यापक स्तर पर पायी जाती है वहाँ प्रादेशिक नियोजन के अन्तर्गत बहुस्तरीय नियोजन की प्रक्रिया का अपनाया जाना अत्यन्त आवश्यक है।
बहुस्तरीय नियोजन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें लोगों की आवश्यकता, जनसंख्या की स्थिति एवं जनांकिकी संरचना, क्षेत्रीय भौगोलिक-भौतिक दशायें एवं संसाधनों की उपलब्धता जैसे विविध आधार पर विकास की योजनाओं को विभिन्न स्तरों पर पदानुक्रमिक रूप से क्रियान्वित किया जाता है। विभिन्न पदानुक्रमिक इकाइयों के माध्यम से योजनाओं को अधिक सार्थक उत्तरदायी और लोकतांत्रिक बनाया जा सकता है। इस प्रकार विभिन्न विकास की योजनाओं को विकेन्द्रीकृत तरीके से लागू करना ही बहुस्तरीय नियोजन का प्रमुख उद्देश्य है। विकास की विकेन्द्रीकृत प्रक्रिया से योजनाओं को क्षेत्रीय स्तर पर लागू कर क्षेत्रीय विकास की प्रक्रिया को तीव्र किया जा सकता है।
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरंसी के ट्रांजेक्शन पर रोक लगा सकती है सरकार, जानिए क्या है तैयारी
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Nov 17, 2021 | 12:27 PM
भारत में क्रिप्टोकरंसी को लेकर बहस तेज है. माना जा रहा है कि इस बार के शीत सत्र में सरकार क्रिप्टोकरंसी पर विधेयक ला सकती है. इस फिएट मनी के फायदे विधेयक में कई बातों पर स्थिति साफ हो सकती है. माना जा रहा था कि भारत सरकार चीन की तरह क्रिप्टोकरंसी पर पूरी तरह पाबंदी लगाने के पक्ष में है. लेकिन मामला अब बदलता नजर आ रहा है. हालांकि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता क्योंकि सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक पक्ष नहीं रखा है. हाल में प्रधानमंत्री मोदी की क्रिप्टो मामलों में बैठक के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. एक कयास यह भी है कि क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) किसी मुद्रा या फिएट करंसी की तरह नहीं होगा बल्कि निवेश का साधन होगा.
PM की बैठक से क्या निकला
सूत्रों ने शनिवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरंसी के भविष्य पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की थी. इसमें कहा गया था कि अनियमित (अनरेगुलेटेड) क्रिप्टो बाजार मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग का जरिया बन सकते हैं. उस बैठक में चर्चा से अवगत एक व्यक्ति ने कहा कि फिएट मनी के फायदे सरकार के भीतर एक विचार यह है कि जो भी कदम उठाए जाएं वे क्रिप्टोकरंसी के दूरंदेशी और दीर्घकाल तक फायदे वाले होने चाहिए. इसकी वजह है कि Cryptocurrency एक फिएट मनी के फायदे उभरती हुई तकनीक है जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता.
सूत्रों ने अखबार को बताया कि एक विधेयक की डिटेल को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है और कैबिनेट अगले दो से तीन सप्ताह में इस पर विचार करने के लिए प्रस्तावित कानून को सामने ला सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) क्रिप्टोकरंसी का रेगुलेटर बन सकता है, जैसा कि फिएट करंसी (रुपया-पैसा) के लिए रिजर्व बैंक रेगुलेटर है. हालांकि इस पर कोई भी अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है. सरकार को अभी अपना रुख स्पष्ट करना है.
RBI का रुख क्या है
दूसरी ओर, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया क्रिप्टोकरंसी को फिलहाल मंजूर करने के लिए तैयार नहीं दिखता जैसा कि पहले की बातों में उसका रुख झलक चुका है. रिजर्ब बैंक फिएट मनी के फायदे ने क्रिप्टोकरंसी को लेकर कई तरह की चिंताएं जताई हैं और उसे मैक्रोइकोनॉमिक्स और वित्तीय स्थितरता के लिए चुनौती के रूप में देखा है. हालांकि एक कड़वी सच्चाई ये है कि भारत का बाजार आज अरबों रुपये का क्रिप्टोकरंसी से पट गया है. खासकर भारत के युवाओं का एक बड़ा वर्ग बिटकॉइन और इथर जैसी क्रिप्टोकरंसी में ही ट्रेडिंग, पेमेंट या ट्रांजेक्शन के लिए उपयुक्त मानता है.
मई 2021 में भारत की क्रिप्टोकरंसी का बाजार 6.6 अरब डॉलर का था, जबकि इसकी तुलना में अप्रैल 2020 में यह महज 923 मिलियन डॉलर का था. यह आंकड़ा ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म chainalysis ने दिया है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में केंद्रीय बैंक की चिंताओं को दोहराते हुए कहा कि क्रिप्टोकरंसी पर गहन चर्चा की आवश्यकता है. उन्होंने माना कि सार्वजनिक डोमेन में इस पर एक अच्छी और प्रभावी बहस की कमी देखी जा रही है.
एथेरियम
इथेरियम विकास के मामले में बिटकॉइन के बाद दूसरे स्थान पर है। यह स्मार्ट अनुबंध क्षमताओं के साथ एक ब्लॉकचैन-आधारित विकेन्द्रीकृत कार्यक्रम का उपयोग करता है, हालांकि एथेरियम बाजार में डॉगकोइन के बाद आया था। लेकिन कुछ ही समय में, इथेरियम (Ethereum) ने अपनी स्थिति को Dogecoin तक बढ़ा दिया।
डॉगकाइन यह क्रिप्टोकरेंसी का तीसरा प्रकार है। इसका नाम एक जपानिस मिम से प्रेरित है। जो की जापान के एक सिक्के के बारे में थी जिस पर एक कुत्ता बना हुआ था। मार्केट में यह सन 2013 में आया था। आज बिटकॉइन की तरह मार्केट में इसका भी अपना अलग ही दबदबा है।
रिपल (Ripple) का आविष्कार Ripple Labs द्वारा 2012 में एक मनी ट्रांसफर नेटवर्क के रूप में किया गया था, जिसे व्यवसायों और वित्तीय सेवा उद्योग की आवश्यकता के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से बनाया गया था, रिपल (Ripple) का मुख्य फोकस अपने ग्राहकों को आसान, तेज़, पारदर्शी और सस्ता वित्तीय समाधान प्रदान करना है|
बिनेंसकॉइन
बिनेंस सिक्का एक क्रिप्टोकुरेंसी है जिसे बिनेंस एक्सचेंज द्वारा लॉन्च किया गया था। इसे लॉन्च करने के बाद यह पहले एथेरियम नेटवर्क का उपयोग कर रहा था, लेकिन जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ता गया, बिनेंस चेन नाम से अपने स्वयं के ब्लॉकचेन का उपयोग कर रहा है। बिनेंस सिक्का बनाने का तर्क शुरू में था एक रियायती दर पर ट्रेडिंग शुल्क प्रदान करने के लिए एक उपयोगिता टोकन, लेकिन जैसे ही उपयोग में वृद्धि हुई।इसे लेनदेन शुल्क के लिए ऑनलाइन सेवा, यात्रा बुकिंग, मनोरंजन आदि के लिए अधिक उपयोग किया गया।
टेरा जिसे ओपन-सोर्स ब्लॉकचैन प्रोटोकॉल के रूप में भी जाना जाता है, टेरा को फिएट मुद्रा उदाहरण (डॉलर या यूरो) की कीमत को ट्रैक करने के लिए बनाया गया है, टेरा प्रोटोकॉल में दो क्रिप्टोकुरेंसी टोकन होते हैं जो (टेरा और लूना) हैं, जिसमें टेरा चेक करता है एक फिएट मुद्रा की कीमत और लूना मुख्य रूप से ब्लॉकचेन उद्देश्य के लिए उपयोग की जाती है|
सोलाना
सोलाना का आविष्कार विकेंद्रीकृत अनुप्रयोगों को सशक्त बनाने के लिए किया गया था। यह यूनीक हाइब्रिड प्रूफ-ऑफ-स्टेक और प्रूफ-ऑफ-हिस्ट्री मैकेनिज्म पर चलता है। ये तंत्र सभी काम जल्द से जल्द करने में सक्षम हैं। यानी यह अपने प्रतिस्पर्धी एथेरियम की तुलना में कम लेनदेन शुल्क पर प्रति सेकंड कई लेनदेन कर सकता है।
कार्डानो को एथेरियम के संस्थापक द्वारा स्केलेबिलिटी, सिस्टम या सॉफ्टवेयर की जानकारी का आदान-प्रदान करने की क्षमता और क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म पर स्थिरता को हल करने के लिए लॉन्च फिएट मनी के फायदे किया गया था। कार्डानो के मालिक ने इसे एथेरियम उदाहरण के उन्नत संस्करण के रूप में विकसित किया है । एथेरियम, कार्डानो कनेक्टेड और विकेन्द्रीकृत प्रणाली के लिए निर्मित हैं, दोनों का उपयोग समान प्रकार के अनुप्रयोगों और स्मार्ट अनुबंधों के लिए किया जाता है।
क्या क्रिप्टोकरेंसी पर लगाए गए 30% टैक्स में डिजिटल रुपया शामिल है?
नहीं, आरबीआई डिजिटल रुपया यानी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) 30% टैक्स से मुक्त है। इसके विपरीत, किसी भी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी से कमाई पर 30% कर लगाया जाएगा।
सरकार ने टैक्स लगाकर इनडायरेक्ट (अप्रत्यक्ष) रूप से भारत में क्रिप्टोकरंसी को मान्यता प्रदान कर दी है।
अगर आप किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी से कमाई कर रहे हैं तो आप 30% टैक्स देकर इसे व्हाइट मनी में बदल सकते हैं।
केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्राएं दो रूपों में आती हैं: 1. थोक सीबीडीसी (Wholesale CBDCs) और 2. खुदरा सीबीडीसी (Retail CBDCs)।
थोक सीबीडीसी केंद्रीय फिएट मनी के फायदे बैंक के भंडार की तरह हैं। केंद्रीय बैंक इसका उपयोग धन जमा करने या अंतरबैंक हस्तांतरण को निपटाने के लिए करेंगा।
खुदरा सीबीडीसी केवल उपभोक्ताओं और कंपनियों की ओर से संस्थागत सरकार समर्थित डिजिटल मुद्राओं के समान हैं। खुदरा सीबीडीसी मध्यस्थ जोखिम को खत्म करेंगे।
क्रिप्टो गेमिंग का प्रचलन
दुनिया में जैसे-जैसे कंप्यूटर और मोबाइल गेमिंग (crypto gaming) में बढ़ोतरी हुई है, उसी हिसाब से क्रिप्टो गेमिंग में भी तेजी देखी जा रही है. हालिया ट्रेंड देखें तो क्रिप्टो गेमिंग ने परंपरागत गेमिंग को बहुत हद तक कम कर दिया है. इसकी वजह है कि परंपरागत गेमिंग में खेल के साथ कमाने का मौका नहीं मिलता, लेकिन क्रिप्टोकरंसी गेमिंग में खेलकर खूब पैसे भी कमा सकते हैं. एक रिपोर्ट में पता चला है कि ऑनलाइन गेम खेलने वाले 75 परसेंट लोग यही चाहते हैं कि जिस प्लेटफॉर्म पर गेमिंग की सुविधा मिले, उसी प्लेटफॉर्म पर वे क्रिप्टोकरंसी से ट्रेडिंग भी कर सकें. उसी प्लेटफॉर्म पर वे क्रिप्टोकरंसी से खरीद-बिक्री भी कर सकें.
यह बात पहले से जाहिर है कि क्रिप्टोकरंसी की खरीद-बिक्री करने के लिए आपके पास डिजिटल वॉलेट होना चाहिए. यह काम सिर्फ और सिर्फ क्रिप्टो एक्सचेंज पर किए जा सकते हैं. गेमिंग इंडस्ट्री ने इसी का फायदा उठाया है. कैंडी क्रश या मोनोपॉली गेम खेलने में जैसे फिएट मनी के फायदे कॉइन की कमाई होती है, उसी तरह का हिसाब क्रिप्टो गेमिंग भी किया गया है.