इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण

Intraday Trading In Hindi | Intraday Trading Tips In Hindi In 2022
नमस्कार दोस्तों आज हम शेयर मार्किट के बहुत ही महत्वपूर्ण ट्रेडिंग ऑप्शन के बारे में बात करेंगे जिसे Intraday Trading के नाम से जाना जाता है और इस ट्रेडिंग में Square off करने का ऑप्शन मिलता है और यह ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा फीचर भी है यहाँ पर एक ट्रेडर लाभ प्राप्त करने के लिए काफी मात्रा में शेयरों को खरीदता है और खरीदे गए शेयर को उसी दिन के अंत तक अपने सभी शेयरों को बेचना होता है यानी कि स्क्वायर ऑफ करना होता है और इसी को ही इंट्रा डे ट्रेडिंग व डे ट्रेडिंग कहते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi
दोस्तों सीधी से बात है एक ही दिन स्टॉक या शेयर को खरीदना व बेचना इंट्रा डे ट्रेडिंग कहलाता है और दोस्तों आप इंट्रा डे ट्रेडिंग में रणनीति से तहत जल्दी अच्छा पैसा बन सकते है डिलीवरी ट्रेडिंग के मुकाबले
उदाहरण के लिए मान लीजिये
यदि एक ट्रेडर ने दिन के सुबह में टाटा मोटर्स कंपनी के 100 शेयर को ₹400 प्रति शेयर के भाव पर खरीदता है और उसी दिन ट्रेडिंग सेशन बंद होने से पहले अपने सभी शेयर को ₹420 प्रति शेयर पर बेच देता है इस प्रक्रिया को हम कह सकते है कि एक ट्रेडर ने दिन के अंत में अपने सारे शेयरों को स्क्वायर ऑफ कर दिया है यानि की उसे सेल ऑफ कर दिया और इस प्रक्रिया को हम इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते है
दोस्तों शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने कई ऑप्शन मिलते है जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, डिलीवरी ट्रेडिंग आदि यह ट्रेडिंग करने के सबसे अच्छे ऑप्शन है
दोस्तों हर शेयर ब्रोकर का स्क्वायर ऑफ टाइम अलग अलग होता है कई शेयर ब्रोकर में मार्किट से क्लोज होने से ठीक पहले स्क्वायर ऑफ कर सकते है और कई शेयर ब्रोकर में आप मार्किट क्लोज होने से 10 से 20 मिनट से पहले स्क्वायर ऑफ करना होता है और इंट्राडे ट्रेडिंग सेशन के दौरान यदि आप शेयरो को स्क्वायर ऑफ नहीं कर पाए तो अपने आप ही सेल ऑफ हो जाता है चाहे मुनाफा हो या फायदा इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकरेज फीस ज्यादा भी लगती है और इसकी यही खास बात है कि इसमें आप जल्दी अच्छा मुनाफा कमा सकते है
Intraday Trading Tips in Hindi 2022
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त हमेशा सही शेयरो का चुनाव करना चाहिए जिसमे लिक्विडिटी ज्यादा हो और आप इस तरह के दो या तीन शेयरो को चुन सकते है
- आप इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को खरीदते वक्त यह जरूर तय कर ले कि आप किस प्राइस में शेयर को खरीदना चाहते है और उस कंपनी की पोर्टफोलियो जरूर चेक ले और आपको रणनीति के तहत ट्रेडिंग करनी होगी
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त स्टॉप लॉस जरूर तय कर ले और स्टॉप लॉस लगाने से निवेशकों का होने वाला नुकसान को कुछ हद तक सीमित कर सकता है
- दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त आपको टारगेट सेट करना होगा कि आप किस भाव में खरीदना है और शेयर का लक्ष्य कितना है जैसे ही लक्ष्य पूरा होते दिखे तो आपने शेयर को बचे भी सकते है
- दोस्तों आपको वोलेटाइल शेयरो से दुरी रखनी होगी और निवेशको को उतार – चढ़ाव वाले शेयरो से दुरी भी रखनी चाहिए इसलिए किसी शेयरो में इन्वेस्ट करने से पहले आप बाजार का ट्रेड जरूर चेक कर ले
डिस्क्लेमर: हम यहाँ Intraday Trading in Hindi इस आर्टिकल के बारे में जानकारी दे रहे हैं न कि किसी निवेश को सलाह और Intraday Trading Tips मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं और शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं इसलिए किसी शेयर निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (Intraday Trading in Hindi)
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है हिंदी में: आज के समय में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे एप्प मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं. मोबाइल एप्प के द्वारा ट्रेडिंग करने के कारण भारत में भी ट्रेडिंग धीरे – धीरे लोकप्रिय होती जा रही है. ट्रेडिंग के द्वारा बहुत सारे लोग पैसे कमाकर अमीर बन रहे हैं.
लेकिन जो लोग ट्रेडिंग में अभी नए हैं या फिर ट्रेडिंग सीख रहें हैं तो उन्हें ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. ट्रेडिंग भी अनेक प्रकार के होती है जिसमें से एक सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग का प्रकार है Intraday Trading.
यदि आपको पैसे से पैसे कमाना है तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
अगर जो लोग नहीं जानते हैं Intraday Trading क्या है, Intraday Trading किसमें की जाती है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाए और Intraday Trading के फायदे तथा नुकसान क्या है, उनके लिए इस लेख से बहुत मदद मिलने वाली है.
इस लेख में आपको Intraday Trading के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और साथ में ही Intraday Trading करने के लिए कुछ जरुरी Tips भी आपको मिलेंगे, जो कि आपको इस लेख को अंत तक पढने से प्राप्त होंगे. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Intraday Trading क्या होता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला
क्या आप जानते है की अलग-अलग ट्रेडिंग फॉर्मेट के लिए कुछ विशेष फॉर्मूला का उपयोग होता हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading in hindi) के लिए एक तरह का फॉर्मूला है जिसकी जानकारी आपको ट्रेड करने में मदद कर सकती है। तो आईये जानते है क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला।
Intraday Trading Formula in Hindi
अगर आप भी सोच रहे की इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें तो उसके लिए आप एक सही फॉर्मूला का इस्तेमाल कर सकते है।
इसमें अगर हम शेयर मार्केट के गणित को जाने तो काफी ऐसे फॉर्मूला है जो मार्केट ट्रेंड को देखने और उसे समझने में काफी लाभदायक होता है, जैसे की अगर हम स्टॉक मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस को ही ले तो ये शेयर मार्केट में बारे में काफी जानकारी देता है। हालांकि ये चार्ट की मदद से आसानी से समझा जा सकता है लेकिन अगर हम शुरूआती ट्रेडर की बात करे तो उनके लिए ये काफी मुश्किल होता है।
लेकिन अगर आपको एक फॉर्मूला बता दिया जाए जिससे आप स्टॉक की गतिविधियों को उसकी फ्यूचर की चाल को समझ सकते है तो? अगर हम कहें के आपका टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis in Hindi) का काम बेहद आसान हो जाएगा, तो?
खैर इससे बेहतर और क्या होगा की आप सही सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल की जानकारी प्राप्त कर ट्रेड कर सके ।
इसके लिए विशेष इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला का उपयोग होता है जो शेयर मार्केट डाटा के साथ होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला की बात करे तो ट्रेड करने के लिए ज़्यादातर दो तरह के फॉर्मूला इस्तेमाल किए जाते है, जिनका विवरण नीचे दिया गया है।
ये दोनों फॉर्मूला के उपयोग करने के लिए हमें स्टॉक के पिछले डाटा की जरुरत होती है। इससे ट्रेडर की पिछले डाटा की गणना के आधार पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस से मार्केट के फ्लो को समझने में आसानी होती है।
1. पाईवोट पॉइंट थ्योरी
यह काफी इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण प्रभावी इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला है। इस फॉर्मूला से पिछले दिन के प्रदर्शन के आधार पर स्टॉक के गति का पूर्वानुमान लगता है। पिछले दिन के अनुमान से हमें तीन इनपुट डाटा का उपयोग करते हैं।
- पिछले ट्रेडिंग दिन के हाई प्राइस (H)
- पिछले ट्रेडिंग दिन के लो प्राइस (L)
- पिछले ट्रेडिंग दिन के क्लोजिंग प्राइस (C)
हमें इन तीनों प्राइस को जोड़ने की जरुरत होती है।
अब, X के वैल्यू को तीन से भाग (Divide) करना होता है।
X/3 = P जिसे पाईवोट पॉइंट थ्योरी (Pivot Point Theory) कहते हैं।
उसके बाद P को दो से गुना करते हैं।
प्रथम रेजिस्टेंस स्तर (R1) = Y-L
द्वितीय रेजिस्टेंस स्तर (R2) = P+(H-L)
उसी प्रकार हम सपोर्ट स्तर भी कैलकुलेट कर सकते हैं।
प्रथम सपोर्ट स्तर = Y-H
द्वितीय सपोर्ट स्तर = P-(H-L)
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए Sun Pharmaceutical Industries Limited की पिछले दिन की शेयर मार्केट डाटा
H = 778.85
L = 746
C = 778
अब, X = H+L+C
778.85+746+778 = 2302 (लगभग) = X
रेजिस्टेंस स्तर की गणना
- पहला रेजिस्टेंस स्तर (R1) = 788
- दूसरा रेजिस्टेंस स्टार (R2) = 799
और सपोर्ट स्तर की गणना
- प्रथम सपोर्ट स्तर (S1) = 788
- द्वितीय सपोर्ट स्तर (S2) = 735
पाईवोट पॉइंट फॉर्मूला को काफी काफी आसानी से उपयोग किया जा सकता है । इससे मार्किट ट्रेंड को निर्धारित करने में मदद मिलती है।
ट्रेडर्स को पाईवोट पॉइंट थ्योरी से बाजार में कब प्रवेश करें और कब बाहर निकले के बारे में भी मदद मिलती है ।
2. फ्रैक्शन थ्योरी
पाईवोट पॉइंट थ्योरी की तरह फ्रैक्शन थ्योरी (Fraction Theory) भी काफी प्रसिद्ध ट्रेडिंग फॉर्मूला है। इसमें भी पिछले दिन के स्टॉक के डाटा के आधार पर स्टॉक की इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण गति का पता लगाया जाता है।
फ्रैक्शन थ्योरी को कैलकुलेट करने का फॉर्मूला इस प्रकार है।
इसमें रेजिस्टेंस और सपोर्ट के स्तर को भी पाईवोट पॉइंट थ्योरी की तरह ही कैलकुलेट किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर, Sun Tv Network की पिछले दिन की शेयर मार्केट डाटा इस प्रकार है।
Y = (540+516+539)* 0.67 = 1068
रेजिस्टेंस स्तर = 1068-516 = 552
सपोर्ट स्तर = 1068-540 = 528
PB = 1068-539 = 529
फ्रैक्शन थ्योरी का उपयोग शेयर्स के पॉसिबल बॉय (PB) और उस उस दिन के रेजिस्टेंस को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीति पिछले दिन की के इनपुट के साथ ही वर्तमान के ट्रेडिंग सत्र पर भी निर्भर करता है।
यदि आपके पास इंट्राडे ट्रेडिंग की जरुरी जानकारी है तब आप मार्केट ट्रेंड और अस्थिरता को समझने के लिए सही फॉर्मूला और अन्य पैरामीटर का उपयोग कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्केट के ट्रेंड को समझने के लिए पाईवोट पॉइंट थ्योरी और फ्रैक्शन थ्योरी का उपयोग करते हैं और सही इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स का उपयोग कर अपने मुनाफे को बढ़ाए।
पाईवोट पॉइंट थ्योरी और फ्रैक्शन थ्योरी (ऊपर दिए हुए फॉर्मूला) से हिसाब करना काफी आसान है।
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इंट्राडे ट्रेडिंग: यहां कुछ घंटों में मिल सकता है बंपर रिटर्न, लेकिन ध्यान रखें ये 5 टिप्स
Tips For Intra Day Trading: बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं.
Tips For Intra Day Trading: बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं.
Tips For Intra Day Trading: शेयर बाजार ऐसी जगह है, जहां 1 दिन के कारोबार में भी अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है. अगर आप सही और सटीक शेयर चुन लेते हैं तो इंट्राउे ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. हालांकि यह ध्यान रखने वाली बात है कि यहां जरूरी नहीं है कि हमेशा निवेशकों को फायदा ही हो.
अगर शेयर बाजार में डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है. इस अकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फोन पर ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण हैं या ऑनलाइन भी खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे पैसा लगा सकते हैं. इसके लिए किसी मिनिमम रकम की जरूरत नहीं पड़ती है.
कैसे चुनें सही स्टॉक
- सिर्फ लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करनी चाहिए और इंट्राउे के लिए ऐसे 2 से 3 स्टॉक का ही चुनाव करना चाहिए.
- एक्सपर्ट वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहने की सलाह देते हैं.
- किसी भी शेयर का चुनाव करने के पहले निवेशकों को देखना चाहिए कि बाजार का ट्रेंड क्या है. उसी ट्रेंड को फॉलो करें, ना कि ट्रेंड के खिलाफ ट्रेडिंग करें.
- शेयर का चुनाव करने के पहले उसे लेकर अच्छे से रिसर्च कर लें. शेयर को लेकर एक्सपर्ट की क्या राय है, इसे भी देख लें. जरूरत पर एक्सपर्ट की सलाह भी लें.
- शेयर में पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस तय करें. लक्ष्य पूरा होते दिखे तो मुनाफा वसूली कर लें.
एक दिनी तेजी का उदाहरण
कई बार शेयर बाजार में इंट्राडे के दौरान शेयरों में बंपर तेजी देखने को मिलती है. कईबार शेयर में 20 फीसदी तक का अपर सर्किट देखने को मिलता है. 5 से 10 फीसदी की भ्ज्ञी तेजी संभव है. आज यानी 12 मई के कारोबार में देखें तो टाटा मोटर्स, पावरग्रिड और एनटीपीसी जैसे शेयरों में 3 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है.
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(Discliamer: हम यहां अलग अलग ब्रोकरेज हाउस की वेबसाइट या एक्सपर्ट द्वारा दी जाने वाली सलाह के बाद इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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Intraday Trading Meaning in Hindi
भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत लोकप्रिय है इसलिए बहुत से बहुत इसे सीखना और समझना चाहते है। इसलिए आज हम Intraday Trading meaning in Hindi लेख में समझेंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
शेयर मार्केट में प्रत्येक सेकेण्ड शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिसके कारण ट्रेडर्स को दिन भर में कई ट्रेड अवसर मिलते हैं। किसी कंपनी के शेयरों में ये उतार-चढ़ाव निवेशकों की धारणा में बदलाव को दर्शाता है।
किसी भी स्टॉक की कीमत उसकी डिमांड और सप्लाई में बदलाव के आधार पर ऊपर नीचे होती है। सरल शब्दों में, जब किसी स्टॉक की डिमांड बढ़ती है तो उसकी प्राइस भी बढ़ती है इसके विपरीत अगर किसी स्टॉक की डिमांड कम है और सप्लाई ज्यादा है तो उसकी प्राइस घटती है।
तो चलिए Intraday Trading meaning in Hindi लेख में पहले समझते है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ट्रेडर अपनी पोजीशन को सेम डे मार्केट बंद होने से पहले स्क्वायर ऑफ कर इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण देता है यानि कि जिस दिन वह शेयर्स को खरीदता है उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले उसे अपने शेयर्स बेचने होते है चाहे उसे नुकसान ही क्यों न हो रहा हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ट्रेडर का मुख्य उद्देश्य शेयर्स में चल रहे मूवमेंट से लाभ उठाकर मुनाफा कमाना होता है। इसलिए, एक इंट्राडे ट्रेडर का प्रॉफिट उन शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है जिन शेयर्स में वह ट्रेड कर रहा है।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए, आपके पास एक सक्रिय ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट होना अनिवार्य है क्योंकि आपकी सभी ट्रेडिंग गतिविधि ट्रेडिंग अकाउंट में ही होती है ।
नोट :- इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को एक उदाहरण की मदद से समझते है :
इंट्राडे ट्रेडिंग का उदाहरण –
इंट्राडे ट्रेडिंग, सरल शब्दों में, आज खरीदने और आज ही बेचने के वारे में है। इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान स्टॉक्स की खरीद और बिक्री एक ही दिन में एक ट्रेडिंग सत्र के भीतर होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, एक ट्रेडर XYZ स्टॉक को 100 रुपये में सुबह 9:25 बजे खरीदता है और उसे 12:45 PM पर 102 रुपये में बेचता है। इस तरह उसे 2 फीसदी प्रॉफिट होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स को बहुत अच्छा प्रॉफिट होता है क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर की तरफ से मार्जिन दिया जाता है। इसके परिणाम स्वरूप अच्छे प्रॉफिट के साथ आपका जोखिम भी बढ़ जाता है।
मार्जिन को आसान शब्दों में समझते है माना इंट्राडे ट्रेडिंग पर ब्रोकर की तरफ से 5x मार्जिन दिया जा रहा है तो इसका मतलव है कि आप अपनी कैपिटल राशि से 5 गुना अधिक ट्रेड वैल्यू के साथ ट्रेड कर सकते है।
जैसे – माना आपके ट्रेडिंग खाते में 10 हजार रुपयें है तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में 50 हजार रूपये तक के शेयर्स वैल्यू के शेयर्स में ट्रेड कर सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का उपयोग करके ट्रेडर अधिकतम प्रॉफिट बनाते है इसके साथ ही उन्हें ज्यादा नुकसान भी उठाना पड़ता है क्योंकि मार्जिन के साथ ट्रेड करना उतना ही जोखिम भरा है जितना कि यह आकर्षक लगता है।
ऊपर दिए गए उदाहरण की मदद से आप समझ गए होंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (Intraday Trading meaning in Hindi). अभी हम समझते है कोई भी इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग शरु करने के लिए सबसे पहले हमें एक ब्रोकर के साथ डीमैट & ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। यदि हम डिस्काउंट ब्रोकरों के साथ अपना ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलते हैं, तो हमें उनके औसत से कम ब्रोकरेज शुल्क देना होता है, जबकि अगर आप फुलसर्विस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलते है तो आपको ज्यादा ब्रोकरेज चार्ज देना होता है।
ब्रोकरेज वह राशि होती है जो ब्रोकर के द्वारा शेयर्स खरीदने व बेचने पर ली जाती है।
एक वार जब आप एक ब्रोकर के साथ अपना अकाउंट खुलबा लेते है तो आपका अगला कदम है कि स्टॉक मार्केट के वारे में अच्छे से समझले है और इंट्राडे ट्रेडिंग को विस्तारपूर्वक सीखले। इसके उपरांत ही लाइव मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत करे क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम भरी है इसलिए बिना मार्केट की समझ इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण के आप भारी नुकसान कर सकते है।
क्या इंट्राडे ट्रेडिंग करना सुरक्षित है?
अन्य ट्रेडिंग शैली की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग में आमतौर पर अधिक जोखिम होता है।
निवेशकों और इंट्राडे ट्रेडर्स के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि निवेशक अपनी संपत्ति को बढ़ाने के लिए लम्बी अवधि का निवेश करते है जबकि इंट्राडे ट्रेडर्स जल्दी पैसा बनाने की उम्मीद से ट्रेडिंग करता है।
अव सबाल यह आता है कि क्या हम इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमा सकते हैं? और क्या इंट्राडे ट्रेडिंग सुरक्षित है?
तो जबाव है हाँ बिल्कुल। ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग से बहुत मोटी कमाते करते हैं। लेकिन उसके लिए एक ट्रेडर को मार्केट की अच्छी समझ होनी चाहिए तभी वह मार्केट से पैसा बना सकता है।
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग को अच्छे से समझते है तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए सुरक्षित है और अगर आपको मार्केट की समझ नहीं है तो यह आपको अपनी बर्षो की जमा पूंजी गवानी भी पड़ सकती है। इसलिए बिना मार्केट को सीखे इंट्राडे से दूर रहे।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
तुरंत लाभ के अवसरों से लेकर ओवरनाइट जोखिम इंट्राडे ट्रेडिंग के उदाहरण को समाप्त करने तक, इंट्राडे ट्रेडिंग के बहुत से लाभ हैं। आइए इंट्राडे ट्रेडिंग द्वारा दिए जाने वाले प्राथमिक लाभों को समझते है :
नियमित प्रॉफिट अर्जित करने का मौका: एक उचित ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और रोजाना कुछ घंटों के लिए ट्रेड करके, एक अनुभवी ट्रेडर जल्दी से आय का एक वैकल्पिक स्रोत बना सकता है।
कोई ओवेरनाइट जोखिम नहीं: चूंकि सभी ट्रेडिंग पोजीशन दिन के भीतर क्लोज हो जाती हैं, इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में ओवरनाइट जोखिम नहीं है।
उच्च रिटर्न: एक प्रभावी स्ट्रेटेजी और सही मनी मैनेजमेंट अपनाकर कोई भी ट्रेडर अधिक प्रॉफिट कर सकता है। क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग एक ट्रेडर को थोड़े समय के भीतर पर्याप्त प्रॉफिट अर्जित करने की अनुमति देती है।
कम पैसो के शुरुआत कर सकते है : इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अन्य लाभ यह है कि ट्रेडर छोटी राशि से ट्रेड शुरू कर सकता है। क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर की तरफ से मार्जिन दिया जाता है जिस कारण काम राशि के साथ आप ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग रोमांचक और उपयुक्त रूप से फायदेमंद है। लेकिन यह जोखिम भरा है। यदि आप एक इंट्राडे ट्रेडर बनने में रुचि रखते हैं, तो स्टॉक मार्केट के वारे में ज्ञान और अनुभव प्राप्त करें। इसके साथ ही अपने नुकसान को कम करने के लिए इंट्राडे ट्रेडर को अनुशासन के साथ ट्रेड करना चाहिए।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है, और एक उपयोगी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप यह है कि आप गलतियों से सीखे और आगे बढ़े।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय दूसरों की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। किसी भी स्टॉक में ट्रेड करने से पहले आपको टेक्निकल एनालिसिस करने और समझ विकसित करने की आवश्यकता है।
किसी भी डोमेन में शुरुआत करना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यदि आप ऐसे एक व्यक्ति हैं जो जोखिम को सहन करने की ताकत रखता है, और महत्वपूर्ण घंटे मार्केट के मूवमेंट को पढ़ने के लिए समर्पित करता हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हमें उम्मीद है कि Intraday Trading meaning in Hindi लेख से इंट्राडे ट्रेडिंग के वारे में आपके सभी सबालो के जबाव मिल गए होंगे।