ट्रेडिंग प्लेटफार्मों

बोनस और बोनस खाता प्रकार

बोनस और बोनस खाता प्रकार

बोनस और बोनस खाता प्रकार

सरकार द्वारा किया गया एक अनुबंध जो किसी व्यक्ति की मृत्यु पर उसके द्वारा नामित व्यक्ति या स्वयं उस व्यक्ति को दी जाने वाली धनराशि का भुगतान, यदि वह उस अवधि तक जीवित रहता है।

पीएलआई केवल सरकारी और अर्ध-सरकारी कर्मचारियों के लिए है। इसके अलावा पीएलआई एकमात्र बीमाकर्ता है जो कम बीमा-किस्त में उच्च बोनस प्रदान करता है।

पीएलआई बीमा उन लोगों को जारी किया जाता है जो सरकारी/ अर्ध-सरकारी क्षेत्र आदि के अधीन कार्यरत हैं। इसीलिए बीमा बांड बीमाधारक के कार्यालय के पते पर भेजा जाता है।

पीएलआई बीमा के हस्तांतरण की प्रणाली बहुत सरल है। पॉलिसी धारक उस डाकघर के माध्यम से मुख्य डाक महाप्रबंधक को आवेदन कर सकते हैं जहाँ पर उनका बीमा है या जिस डाकघर में वह बीमा-किस्त का भुगतान करना चाहता है। डाकघर में आवेदन स्वीकृत होगा और सीपीएमजी (पीएलआई) को भेज दिया जाएगा।

पीएलआई की सभी बीमा लाभकारी हैं। हर योजना में कुछ न कुछ विशेषताएँ होती हैं। ईए बीमा में, आपको निर्धारित वर्षों के बाद बोनस और बोनस खाता प्रकार अपनी बचत के साथ बोनस भी मिलेगा।

निम्नलिखित कर्मचारी पीएलआई बीमा के लिए पात्र हैं:
केंद्र सरकार
रक्षा सेवाएँ
अर्धसैनिक बल
राज्य सरकार
स्थानीय निकाय
सरकारी सहायता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान
भारतीय रिजर्व बैंक
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
वित्तीय संस्थाएँ
राष्ट्रीयकृत बैंक
स्वायत्त निकाय
डाक विभाग में अतिरिक्त विभागीय प्रतिनिधि
केंद्रीय / राज्य सरकार द्वारा अनुबंध के आधार पर संलग्न / नियुक्त किए गए कर्मचारी जहाँ अनुबंध विस्तार योग्य है।
सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के कर्मचारी
सरकार द्वारा पंजीकृत सहकारी सोसायटी अधिनियम के अंतर्गत क्रेडिट सहकारी समितियों और अन्य सहकारी समितियों तथा केंद्र / राज्य सरकार / आरबीआई/ एसबीआई/ राष्ट्रीयकृत बैंक/ नाबार्ड और अन्य ऐसे ही सरकार द्वारा अधिसूचित संस्थानों से आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से वित्त पोषित संस्थानों के कर्मचारी।

हाँ, जिन कार्यालयों में यह सीधे पीएलआई को भेजा जाता है, वहाँ वेतन के माध्यम से बीमा-किस्त की वसूली संभव है। जहाँ ऐसा बोनस और बोनस खाता प्रकार संभव नहीं है, वहाँ समूह के द्वारा एक व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है, जो बीमाकर्ताओं से बीमा-किस्त इकट्ठा करता है और पीआर किताब बोनस और बोनस खाता प्रकार के साथ डाकघर में जमा करता है। हालाँकि, जहाँ वेतन के माध्यम से बीमा-किस्त की वसूली नहीं होती है, वहाँ बीमा-किस्त, जैसे- मासिक / अर्धवार्षिक / वार्षिक, किसी भी डाकघर में सुविधा के अनुसार जमा किए जा सकते हैं।

यदि 3 साल से चल रहे बीमा में 6 महीने तक बीमा-किस्त का भुगतान नहीं किया जाता है (या) यदि बीमा 3 साल से अधिक पुराना है और 12 महीने तक भुगतान नहीं किया जाता है, तो बीमा अमान्य हो जाता है। इसे सक्रिय करने के लिए बीमा को दुबारा शुरू करना पड़ेगा। बीमा की पूरी अवधि के बोनस और बोनस खाता प्रकार दौरान, दो से अधिक बार बीमा दुबारा शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परिपक्वता से एक वर्ष पूर्व किसी भी समय बीमा को दुबारा शुरू किया जा सकता है।

बीमित राशि के प्रति सौ रुपये पर 1 / - रुपये का न्यूनतम जुर्माना भर कर कोई भी व्‍यक्ति अगले महीने बीमा-किस्त का भुगतान कर सकता है।

३ साल पूरे होने तथा 4 साल के बाद कभी भी जीवन भर ईए बीमा से बोनस और बोनस खाता प्रकार ऋण लिया जा सकता है। एईए बीमा में ऋण सुविधा उपलब्ध है।

ईए बीमा जारी करने की तारीख से ३ वर्ष बाद।
डब्ल्यूएलए बीमा ४ साल के बाद।
छमाही आधार पर गणना के अनुसार १०% प्रतिवर्ष ब्याज
ऋण पात्रता की गणना इन समर्पण मूल्यों के पूर्वनिर्धारित अनुपात में की जाती है।
ब्याज का भुगतान नियत महीने की २१ तारीख पर या उससे पूर्व किया जाना चाहिए (अर्थात् एक छमाही में एक बार)

किसी बीमा का समर्पण मूल्य का अर्थ है, वह राशि जो किसी व्‍यक्ति को तब देय है, जब वह अपने बीमा के आकस्मिक लाभ को छोड़ देता है और किसी तत्काल नकद भुगतान के लिए बीमा का समर्पण करता है।

अक्षयनिधि आश्वासन बीमा का समर्पण ३६ महीने के बाद किया जा सकता है।
डब्ल्यूएलए बीमा का समर्पण ४८ महीने के बाद किया जा सकता है।
बच्‍चों के बीमा का समर्पण ६० महीने के बाद किया जा सकता है।
एईए बीमा के लिए कोई समर्पण नहीं।
भुगतान किए गए मूल्य के समर्पण मूल्य की गणना के लिए 5 वर्ष के बाद के बोनस को ध्यान में रखा जाएगा। किंतु किसी भी बीमा को समय से पूर्व बंद करने से सदैव बीमाकर्ता को ही नुकसान होता है। इसलिए, बीमा का समर्पण न करने का सुझाव दिया जाता है।
यह एक साधारण बचत योजना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य किसी जोखिम में बीमाकृत धनराशि देना भी है।
यह स्वीकृति की तारीख से तत्काल बीमाकृत राशि प्रदान करता है।
यदि प्रस्तावों की स्वीकृति के अगले दिन भी मृत्यु होती है, तो भी सभी प्रामाणिक मामलों में अर्जित बोनस के साथ पूर्ण बीमा राशि भी दी जाएगी।

टाटा स्टील में बोनस, कर्मियों को मिलेगा अधिकतम ‌156758 रुपए

जमशेदपुर. टाटा स्टील कर्मचारियों काे इस साल न्यूनतम 20,498 और अधिकतम 1,56,758 रुपए बोनस मिलेगा। कंपनी अधिकारियों और टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों के बीच रविवार को हुए समझौते के तहत कर्मचारियों को पुराने वेतनमान के आधार पर 15.47 प्रतिशत बोनस मिलेगा। अगर नए ग्रेड के बाद के वेतनमान को आधार बनाया जाए तो बोनस 13.05 प्रतिशत रहा। पिछले साल हुए समझौते के तहत कर्मचारियों को 16.05 प्रतिशत बोनस मिला था। इस प्रकार प्रतिशत में बोनस पिछले साल की अपेक्षा कम रहा, लेकिन बोनस और बोनस खाता प्रकार खाते में अधिक राशि जाएगी। पिछले साल कर्मचारियो के खाते में 180.05 करोड़ रुपए गया था, वहीं इस बार 193.34 करोड़ रुपए मिलेंगे।

  • इस वर्ष प्रतिशत में कमी, लेकिन राशि में बढ़ोतरी।
  • पिछली बार 16.05% बोनस इस बार 15.47 प्रतिशत मिला।
  • बीते साल 180.05 करोड़, इस बार 193.34 करोड़ मिलेगा।
  • कंपनी के लगभग 35 हजार कर्मियों को बोनस मिलेगा
  • जमशेदपुर प्लांट के 16700 कर्मचारियों में 109.67 करोड़ बंटेगा।

सभी कर्मचारियों का बेसिक डीए यानी, बोनसेबल एमाउंट 1250.06 करोड़ रुपए होता है। इसका 2.95 प्रतिशत, 189.16 करोड़ रुपए बनता है। कंपनी प्रबंधन ने 141.76 करोड़ रुपए टायो को दिया था। इसमें कर्मचारियों का 2.95 प्रतिशत हिस्सा यानी 4.18 करोड़ होता है। इसे जोड़ दिया जाए तो बोनस की कुल राशि (189.16 करोड़+4.8 करोड़) 193.34 करोड़ होती है। कर्मचारियों को मिलने वाली राशि ऐसे निकाली जा सकती है- बोनस की कुल राशि (193.34 करोड़) x कर्मचारी के सालभर का बेसिक डीए /(भाग) बोनसेबल एमाउंट(1250.06 करोड़)। इस फार्मूले से निकलने वाली राशि बोनस के रूप में मिलेगी।

टाटा स्टील के साथ ही कंपनी के माइंस और कोलियरी में भी बोनस समझौता हो गया। प्रबंधन की ओर से वीपी (एचआरएम) एसडी त्रिपाठी व अन्य अधिकारी और यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किया।


टीजीएस में भी बोनस समझौता हो गया है। रविवार को प्रबंधन और टिस्को मजदूर यूनियन ने 15.47 प्रतिशत बोनस समझौते पर हस्ताक्षर किया। समझौते के अनुसार, 193.34 करोड़ रुपए में टीजीएस के बोनस की हिस्सेदारी 2.87 करोड़ रुपए है। यह राशि 464 कर्मचारियों के बीच बंटेगी। कर्मचारियों को न्यूनतम 21647 और अधिकतम 130597 रुपए बोनस मिलेंगे।

पहला जमा

रजिस्‍टर करें और अपनी पहली जमा पर 400 USD तक 120% बोनस प्राप्‍त करें!

अपना बोनस कैसे प्राप्‍त करें?

  1. 1xBet के साथ पंजीकरण कराएं।
  2. माइ अकाउंट में अपनी सभी व्‍यक्तिगत जानकारी भरें।
  3. अपने अकाउंट में रकम जमा कराएं.
  4. राशि जमा कराने के बाद बोनस ऑटोमेटिक आधार पर ग्राहक के अकाउंट में जमा हो जाता है (बोनस राशि 400 USD से अधिक नहीं हो सकती).

बोनस का आकार जमा राशि के आकार से निर्धारित होता है:

  1. 150 USD तक की जमा राशि के लिए - 100%, बोनस राशि जमा राशि के बराबर होगी।
  2. 110% - 151 USD से 249 USD तक जमा के लिए।
  3. 115% - 250 USD से 324 USD तक जमा के लिए।
  4. कम से कम 325 USD जमा करने के लिए - 120% (अधिकतम बोनस राशि 400 USD है)।.

बोनस रजिस्‍ट्रेशन के दिन से 30 दिनों तक वैध है। आपके द्वारा जमा करने के बाद, बोनस को नियम और शर्तों के अनुसार दांव पर लगाया जाना चाहिए।

बोनस के लिए कौन पात्र है?

यह बोनस रूसी संघ के ग्राहकों के लिए उपलब्ध है।

नियम और शर्तें:

  1. एक ग्राहक केवल एक बोनस के हकदार है। बोनस को सक्रिय करने के लिए आवश्यक न्यूनतम जमा है 2 USD।

प्रमोशन केवल पहली जमा पर लागू होता है। बोनस का आकार जमा राशि के आकार से निर्धारित होता है।

% जमा राशि, USD बोनस राशि, USD
100% तक 150 तक 150
110% से 151 तक 249 तक 249
115% से 250 तक 324 तक 324
120% से अधिक 325 तक 400

100% बोनस प्राप्त होने पर, संचायक बेट्स में बोनस राशि का 5 गुना दांव लगाना चाहिए। प्रत्येक संचायक बेट में 3 या अधिक चयन शामिल होने चाहिए। संचायक बेट में कम से कम 3 चयन का ऑड्स 1.40 या इससे अधिक होना चाहिए। सभी इवेंट्स के शुरू होने तारीख इस ऑफर की वैधता अवधि के भीतर होनी चाहिए।

110% या अधिक बोनस प्राप्त करने पर: बोनस और बोनस खाता प्रकार बोनस राशि को प्री-मैच या लाइव संचायक बेट्स में 10 गुना दांव पर लगाया जाना चाहिए। प्रत्येक संचायक बेट में 3 या अधिक चयन होने चाहिए। संचायक बेट में कम से कम 3 चयन का ऑड्स 1.50 या इससे अधिक होना चाहिए।

  1. ग्राहक ऑफर की शर्तों को पूरा करने से पूर्व, उस स्थिति में अपनी जमा राशि में से 0 से लेकर कुल रकम तक की निकासी कर सकते हैं यदि उनकी शेष राशि बोनस से कम से कम दोगुनी हो (बोनस की रकम और जीत की निकासी की मंजूरी नहीं है)।
  2. उस स्थिति में निकासी नहीं की जा सकती जबकि अकाउंट में बचा शेष रकम बोनस राशि से कम हो और यदि किसी बेट का निपटान नहीं किया गया हो।
  3. पंजीकरण के 30 दिन के अंदर बोनस का उपयोग कर लेना चाहिए। 30 दिन के बाद बोनस और बोनस का उपयोग कर जीती गई सभी रकम वापस ले ली जाएगी।
  4. बोनस प्राप्‍त करने के लिए, ग्राहकों को माइ अकाउंट में "बोनस ऑफर में हिस्‍सा लें" पर टिक लगाकर अपनी सहमति देनी होगी।

ऑफर की अपेक्षित शर्तों को पूरा करने से पहले ग्राहक उस स्थिति में बोनस को अस्‍वीकार कर सकते हैं, जब उनके अकाउंट में शेष रकम बोनस राशि से अधिक हो। ग्राहक अपनी शेष जमा राशि की निकासी भी कर सकते हैं। इस स्थिति में, सभी जीत और बोनस की रकम जब्‍त हो जाएगी।

खुशखबरी : दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को मिलेगा बोनस

उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को दीपावली से पहले बोनस और मंहगाई भत्ते का तोहफा मिल सकता है। बोनस देने की फाइल वित्त विभाग ने तैयार कर दी है। बोनस दिए जाने पर करीब 968 करोड़ रुपये का बोझ सरकार के.

खुशखबरी : दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को मिलेगा बोनस

उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को दीपावली से पहले बोनस और मंहगाई बोनस और बोनस खाता प्रकार भत्ते का तोहफा मिल सकता है। बोनस देने की फाइल वित्त विभाग ने तैयार कर दी है। बोनस दिए जाने पर करीब 968 करोड़ रुपये का बोझ सरकार के खजाने पर पड़ेगा। बताया जाता है कि बोनस की अधिकतम धनराशि इस वर्ष 9000 रुपये हो सकती है।

प्रदेश के करीब 14.2 लाख अराजपत्रित कर्मचारियों को इस बार बोनस देने की तैयारी है। बोनस की अधिकतम सीमा 9000 रुपये तय किया जा सकता है। पिछले वित्तीय वर्ष की तरह इस बार भी बोनस की 75 फीसदी धनराशि जीपीएफ खाते में और 25 फीसदी नकद भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार बोनस दिए जाने पर प्रदेश सरकार के खजाने पर करीब 968 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा। पिछले साल राज्य सरकार ने बोनस की अधिकतम धनराशि 6908 रुपये तय की थी।

15 लाख कर्मचारियों को मिलेगा डीए का लाभ
दूसरी तरफ बुधवार को केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को पांच फीसदी महंगाई भत्ता देने की घोषणा कर दी। केंद्र की घोषणा के बाद से राज्य के करीब 15 लाख कर्मचारियों व अधिकारियों में उत्साहित बोनस और बोनस खाता प्रकार हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही राज्य सरकार यहां भी महंगाई भत्ता दिए जाने की घोषणा कर देगी। सूत्र ने बताया कि केंद्र सरकार की अधिसूचना का इंतजार हो रहा है। उसके बाद ही प्रदेश में भी अधिसूचना जारी की जाएगी।

राज्य सरकार भी दे पांच फीसदी डीए
सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र ने प्रदेश सरकार से केंद्र की भांति पांच फीसदी महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी केंद्र की तर्ज पर पांच फीसदी डीए देने का आदेश जल्द जारी करे। सातवें वेतनमान पर पांच फीसदी डीए बढ़ने पर वेतनमान के अनुसार कर्मचारियों-अधिकारियों को 1500 से लेकर 8000 रुपये महीने का लाभ वेतन में होगा।

जुस्को में टाटा स्टील से ज्यादा बोनस,गुरूवार को हुआ समझौता

जमशेदपुर । जुस्को में गुरुवार को बोनस समझौता हो गया। जुस्को के प्रबंध निदेशक आशीष माथुर और जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने उप श्रमायुक्त श्यामसुंदर पाठक की उपस्थिति में सालाना बोनस समझौता पर दस्तखत किया। समझौते के तहत 17.5 प्रतिशत बोनस मिलेगा। कर्मचारियों को अधिकतम 1, 48, 334 और न्यूनतम 12412 रुपए मिलेंगे। जुस्को कार्यालय में रघुनाथ पांडेय ने संवाददाताओं से कहा कि अभी साढ़े 17 प्रतिशत का लाभ दिख रहा है। टाटा बिजनेस एक्सीलेंस मॉडल (टीईबीएम) की रिपोर्ट दिसंबर में आएगी। इसमें जुस्को के प्रदर्शन के आधार पर और बोनस मिलेगा। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद न्यूनतम 18.30 फीसदी बोनस मिलेगा।

जुस्को बोनस समझौता में कंपनी के आईसीएस डिपार्टमेंट में इंजीनियर पद पर कार्यरत सीतारामडेरा निवासी एसी राय को सर्वाधिक 1,48,334 रुपए मिला है। राय ने कहा कि वे राशि बच्चों की शिक्षा पर खर्च करेंगे। वहीं, जेएस 2 ग्रेड (सुपरवाइजर) को न्यूनतम 12,412 रुपए मिलेगा।

जमशेदपुर | जुस्को में लगातार दूसरे साल टाटा स्टील के मुकाबले ज्यादा बोनस हुआ है। इस साल बगैर टीईबीएम के 17.5 प्रतिशत बोनस कर्मचारियों को मिलेगा। टीईबीएम का रिजल्ट दिसंबर में आएगा। यूनियन के अनुसार, टीईबीएम कम से कम 0.8 प्रतिशत रहेगा। ऐसी स्थिति में बोनस 18.30 प्रतिशत रहना तय है। ग्रेड रिवीजन होने पर कर्मचारियों को तीनों साल के एरियर पर 8.33 प्रतिशत बोनस मिलेगा। इस प्रकार बोनस की राशि 20 प्रतिशत के लगभग हो जाएगी। जुस्को में एरियर की राशि पर बोनस का समझौता है। टाटा स्टील में लाभ में 2.95 प्रतिशत हिस्सेदारी का समझाैता है। इस कारण कर्मचारियों का सालाना बोनस कम हो रहा है। जुस्को में बोनस का समझौता प्रतिशत में है। पिछले वित्तीय वर्ष में 72 करोड़ का नुकसान के बावजूद जुस्को कर्मचारियों का बोनस टाटा स्टील से बेहतर हुआ था।

इस बार लग रहा था कि बोनस मिलने में देर होगी। जुस्को के एमडी के सकारात्मक रुख के कारण समय पर समझौता हो गया। मैंने प्रबंधन से आग्रह किया है कि विश्वकर्मा पूजा के पहले बोनस की राशि दे दी जाए। प्रबंधन ने 17 सितंबर तक कर्मचारियों के बैंक खाता में राशि भेजने की बात कही है। अब कर्मचारी बोनस की राशि का सदुपयोग करें।'

रेटिंग: 4.84
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 266
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *