डीमैट अकाउंट क्या होता है

अपने जैसे ही शेयर खरीदा होगा कुछ ही समय के बाद आपके अकाउंट में आ जाएगा, और आप अगर कोई शेयर बेचते हैं, तो उसका पैसा उसी समय आपके अकाउंट में दे दिया जाएगा। आजकल तो शेयर खरीदने या बेचने के लिए कंप्यूटर की भी आवश्यकता नहीं पड़ती .
डीमैट अकाउंट क्या है इन हिंदी?
इसे सुनेंरोकेंएक डीमैट या डीमटेरियलाइज्ड खाता एक खाता है जिसका उपयोग शेयरों और प्रतिभूतियों को रखने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाता है। इस तरह के खाते में उपयोग में आसानी के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप में सरकारी प्रतिभूतियों, शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड और बांड सहित सभी डीमैट अकाउंट क्या होता है निवेश होते हैं।
SBI में डीमैट अकाउंट कैसे खोलें?
इसे सुनेंरोकेंएसबीआई डीमैट अकाउंट को इंटरनेट बैंकिंग (www.onlinesbi.com) के जरिये ऑपरेट कर सकते हैं. SBI demat account : अगर आप मार्केट में निवेश करने की शुरुआत कर रहे हैं तो जाहिर है आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी कस्टमर्स को डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा देता है.
मोबाइल बैंकिंग क्या है इन हिंदी?
इसे सुनेंरोकेंमोबाइल बैंकिंग एक बैंक या अंय वित्तीय संस्थान द्वारा प्रदान की गई एक सेवा है जो अपने ग्राहकों को मोबाइल डिवाइस जैसे स्मार्टफ़ोन या टेबलेट का उपयोग करके वित्तीय लेनदेन का संचालन करने की अनुमति देती है।
डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
- रेगुलर डीमैट अकाउंट नियमित डीमैट अकाउंट केवल निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं जो आवासीय भारतीय हैं.
- रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए उपलब्ध दो प्रकार के डीमैट अकाउंट में से एक है.
- नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट
डीमैट खाते से शेयर कैसे खरीदे?
इसे सुनेंरोकेंयदि आप शेयर खरीदना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता ऑर्डर में पंच करने से पहले खरीद को पूरा करने के लिए आवश्यक धन रखता है। इसके बाद, आपके डीमैट खाते से या उसके लिए शेयरों का स्वचालित हस्तांतरण होगा, जो इस बात पर निर्भर करता है कि आपने शेयर खरीदे हैं या बेचे हैं।
सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है?
नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग में क्या अंतर है?
मोबाइल बैंकिंग से क्या क्या कर सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंमोबाइल बैंकिंग के मुख्य लाभों में से एक आपकी उंगलियों पर बैंकिंग सेवाएं होने की सुविधा है। अपने अकाउंट की शेष राशि जानने, राशि ट्रांसफर करने, अपने बिलों का भुगतान करने या यहां तक कि अपना अकाउंट स्टेटमेंट देखने के लिए किसी बैंक या ATM में जाने और बैंक के खुलने का डीमैट अकाउंट क्या होता है इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
सैलरी अकाउंट पर लोन कैसे ले?
इसे सुनेंरोकेंसैलरी अकाउंट पर लोन लेने के लिए आपको उस बैंक शाखा में संपर्क करना होता है, जहाँ आपका Salary Account मौजूद है । इसके अलावा अन्य बैंक भी Salaried Employees के लिए Loan प्रदान करते है । आप Bank की आधिकारिक डीमैट अकाउंट क्या होता है वेबसाइट पर जाकर भी लोन के लिए Apply कर सकते हैं ।
मेरे पास कितने डीमैट खाते हो सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंहां, आपके पास दो डीमैट खाते हो सकते हैं बलकी, कितने भी डीमैट या ट्रेडिंग खाते हो सकते हैं।
डीमैट अकाउंट क्या होता है
किसी भी व्यापार में पैसे के निवेश से पैसे में बढ़ोत्तरी होती है, इन्हीं व्यापार में शेयर मार्केट एक प्रसिद्ध व्यापार है, यह व्यापार जोखिम युक्त होता है | इसमें डीमैट अकाउंट क्या होता है कम्पनी के शेयर बेचे व खरीदे जाते है | शेयर मार्केट में पैसे निवेश करने के लिए आपको डीमेट एकाउंट की आवश्यकता होती है | डीमेट एकाउंट के माध्यम से ही आप शेयर का लेन-देन एक एकाउंट से दूसरे एकाउंट में कर सकते है | डीमेट एकाउंट की उपयोगिता को प्रमुख स्थान देते हुए वर्तमान समय में इसके विषय में जानकारी होनी अति आवश्यक है, डीमैट अकाउंट क्या होता है ये कैसे काम करता है ? इसके विषय में आपको यहाँ विस्तार से बता रहे है |
डीमैट अकाउंट क्या होता है ?
जिस प्रकार से एक एकाउंट से दूसरे एकाउंट में पैसे के लेन- देन के लिए हमारे पास एक बैंक एकाउंट होना चाहिए, उसी प्रकार से शेयर को बेचने व ग्रहण करने के लिए हमारे पास एक डीमैट एकाउंट की आवश्यकता होती है |
डिमैट एकाउंट में शेयर का डिजिटल आदान-प्रदान किया जाता है | उसी के अनुरूप हमे धन की प्राप्ति होती है, यदि शेयर बेचने पर हमे लाभ होता है, तो हम उसे बेच देते है, यदि किसी शेयर की कीमत कम हो रही है, इस अवस्था में अधिक हानि से बचने के लिए डीमैट अकाउंट के माध्यम से शेयर को बेच दिया जाता है |
इसलिए मूल रूप से हम कह सकते है, यदि हमे शेयर मार्केट में निवेश करना है, तो हम केवल डिमैट एकाउंट के माध्यम से ही निवेश कर सकते है |
यह कैसे काम करता है ?
आप जब किसी शेयर को डीमैट एकाउंट द्वारा खरीदते है, तो ब्रोकर शेयर को आपके डीमैट एकाउंट में क्रेडिट कर देता है, यह आपके होल्डिंग के विवरण में प्रदर्शित होता है | यदि आप इंटरनेट प्लेटफॉर्म की सहायता से शेयर मार्केट में निवेश करते है, तो आप ऑनलाइन अपनी होल्डिंग्स को देख सकते है | ब्रोकर शेयरों को T+2 पर आपके डीमैट एकाउंट में क्रेडिट कर देता है, वह क्रेडिट ट्रेडिंग डे + 2 दिन के पश्चात होता है |
यदि आप अपने शेयरों को बेचना चाहते है, तो आपको अपने ब्रोकर को बेचने का निर्देश देना पड़ता है, निर्देश में आपको बिके हुए स्टॉक का विवरण डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट क्या होता है भरना पड़ता है | आपके खाते में शेयर डेबिट हो जाता है और आप बिके हुए शेयरों के लिए पैसे का भुगतान करते हैं | शेयर मार्केट में यदि आप ऑनलाइन भुगतान करते है, आप के खाते में डेबिट और राशि का क्रेडिट स्वतः ही प्रदर्शित होता है |
डीमैट एकाउंट से लाभ
- डीमैट एकाउंट से आप शेयर को भौतिक रूप से नहीं रखना होता है, यह केवल डिजिटल रूप में रहता है
- डीमैट एकाउंट से आप एक शेयर भी खरीद और बेच सकते हैं
- शेयर को बेचने और खरीदने में किसी भी प्रकार की स्टांप ड्यूटी की आवश्यकता नहीं होती है
- डीमैट एकाउंट से हस्तांतरण विलेख की आवश्यकता नहीं होती है
यहाँ पर हमनें आपको डीमैट एकाउंट के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट क्या होता है सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |
Documents जिनकी जरुरत होती हैं : –
Pan डीमैट अकाउंट क्या होता है Card / Pan Card
Aadhar Card / Aadhar Card
2 passport size photographs
Canceled Check / Savings Bank Account Passbook
अगर आप सोच रहे हैं कि डीमेट अकाउंट demat account को खोलने में आपको ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे तो आप गलत सोच रहे हैं आपको एक डिमैट अकाउंट खोलने में आप300 से 700 ₹ आसानी से demat account खोल सकते हैं, और आप शेयरों में निवेश शुरू कर सकते हैं।demat account अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको वैसे तो मात्र ₹300 या उससे कुछ ज्यादा रुपए खर्च करने पड़ते हैं पर डीमेट अकाउंट को चलाने के लिए डीपी आपसे कई तरह की फीस लेती है, हर चीज के लिए अलग फीस होती है.यह फिर अलग-अलग कंपनी में अलग-अलग हो सकती है.
आपको बता दें कि इसमें सबसे पहले जो फीस ली जाती है वह होती है अकाउंट ओपनिंग फीस opening fee इसके बाद अकाउंट को मैनेज करने के लिए जो फीस ली जाती है वह होती है एनुअल मैनेजमेंट annual management फीस या फिर कंपनी शुरुआत में ही ले लेती है और साल भर खाते को मैनेज करके फिर उसे रखा जाता है.
डीमैट खाता कौन खोलेगा
आपको बता दें कि यदि आप भारत में डीमेट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो भारत में 2 संस्थाएं कार्य करती हैं पहली NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी CDSL (central securities depository limited). इनके करीबन 500 से अधिक एजेंट है, जिनको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंटdepository participants कहा जाता है. इनका काम खाता खुलवाना होता है और इन्हें आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. ऐसा जरूरी नहीं है कि डीपी कोई बैंक ही हो और सिर्फ वही डिमांड अकाउंट खोल सकती है इसके अलावा कोई भी कई संस्थाएं हैं जो कि डिमैट अकाउंट खोल सकती है इनमें से कुछ मुख्य संस्थाएं जैसे कि sharekhan,india infoline आदि है.
आप इनके दफ्तर जाकर भी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं या फिर आप अपने घर बैठे ही डिमैट अकाउंट ऑनलाइन इन ट्रेंड की मदद से खोल सकते हैं यह क्रिया बहुत ही सरल है और इसको खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड का होना बहुत ही जरूरी है.
शेयर मार्केट में निवेश: डीमैट अकाउंट खोलते समय ट्रांजेक्शन और मेंटेनेंस चार्ज सहित इन 5 बातों का रखें ध्यान, इससे आपको मिलेगा ज्यादा फायदा
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके बिना आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। कहीं भी डीमैट अकाउंट खोलने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस ब्रोकेज हाउस में आप डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं वो आपको कौन-कौन सी सुविधाएं देता और आपसे इसके बदले में कितना चार्ज लेगा। हम आपको ऐसी 5 बातों के बारे में बता रहें हैं जिनका ध्यान आपको डीमैट अकाउंट खोलते समय रखना चाहिए।
ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
भारत में ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं। जबकि उनमें से ज्यादातर आजकल मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं। वे इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) फीस ले सकते हैं। डीमैट अकाउंट की फीस के अलावा सालाना मेंटेनेंस चार्ज और ट्रांजेक्शन फीस की भी जांच करें, कि आपके डीमैट अकाउंट का सालाना खर्च कितना है। ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है।
शेयर मार्केट में पैसे कमाने की इच्छा है तो जान लें क्या होता है डीमैट अकाउंट (Demat Account)
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाना जरूरी है. आपके पास सेविंग अकाउंट (Saving Account) है इसके बावजूद डीमैट अकाउंट क्यों खुलवाना जरूरी है. इसके अलावा और इसकी उपयोगिता क्या है. उन सभी बातों को सरल भाषा में समझने का प्रयास इस रिपोर्ट में करेंगे.
क्या है डीमैट अकाउंट - What is Demat Account
मान लीजिए कि आपके पास बचत खाता (Saving Account) है और उसमें आप आप अपना पैसा जमा करते हैं. वहीं डीमैट अकाउंट में आप पैसा नहीं जमा कर सकते. आप जो भी शेयर्स (Share) या बॉन्ड (Bomd) खरीदते हैं उसे ही डीमैट में जमा किया जाता है. डीमैट अकाउंट में शेयर्स जमा रहने की वजह से निवेशक इनकी खरीद-बिक्री तेजी से कर सकते हैं. गौरतलब है कि करीब 30 वर्ष पहले डीमैट की सुविधा नहीं थी, उस समय शेयर पेपर फॉर्म में निवेशकों के घर पर पहुंचाए जाते थे. डीमैट के आने के बाद शेयर को डीमैट में ट्रांसफर होने में 1 दिन समय लगता है. इस तरह से Demat Account आपके शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड का हिसाब रखता है.