ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है

वहीं, कोल्ड वॉलेट ऑफलाइन होते हैं. आपको अपना डेटा क्लाउड पर नहीं रखना होता है, आप अपने असेट एक USB डिवाइस या हार्ड ड्राइव में सेफ रख सकते हैं. लेकिन इसमें एक दिक्कत ये है कि अगर वॉलेट में कोई दिक्कत आई और आप अपने कीज़ एक्सेस नहीं कर पाए तो आपकी कॉइन्स हाथ से हमेशा के लिए निकल जाएंगी यानी कि आपका वॉलेट और करेंसी गई. पिछले कुछ सालों में ऐसा बहुतों के साथ हुआ है कि उनका USB ड्राइव खो गया, हार्ड ड्राइव करप्ट हो गया और कॉइन्स हमेशा के लिए गायब हो गईं, इसलिए आपको इन दोनों ही वॉलेट्स के नफे-नुकसान के बारे में पहले सोच लेना होगा.
NetTradeX मोबाइल में अपने खाते को सक्रिय
यदि आपने पहले खाता खोला है (कोई वास्तविक खाता प्रोफ़ाइल में खोला जा सकता है) और आपके पास खाता नंबर है, लॉगिन और पासवर्ड लेकिन अभी तक पीडीए में टर्मिनल के लिए लॉगिन लिंक नहीं किया है, तो आप कॉल "सेटिंग्स" ("उपकरण" मेनू में) और फिर पर क्लिक करें "लॉगिन. "- टर्मिनल से लिंक लॉगिन के साथ संवाद खुल जाएगा । इस संवाद में आप बटन प्रेस "विद्यमान जोड़ें"-तो एक लॉगिन और पासवर्ड टाइप करें, लेबल असली खाते के लिए "असली खाते पर" और लेबल डाल "ऑटो पासवर्ड सहेजें (यदि आप पीडीए में अपना पासवर्ड रखना चाहते हैं) और क्लिक करें" ठीक है "। तो फिर आप "उपकरण" मेनू से "कनेक्ट" दबाकर खाते के लिए इस लॉगिन का उपयोग चुन सकते हैं और व्यापार शुरू.
असली खाते के लिए लॉगिन खाता संख्या के साथ अक्षर "r" के साथ शुरू होता है । एक डेमो खाते के लिए लॉगिन "डी" अक्षर से शुरू होता है, और फिर खाता संख्या.
Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें
Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टो वॉलेट में आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टो वॉलेट (Crypto Wallet) क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने का एक माध्यम होता है. इनमें आपकी क्रिप्टोकरेंसी private keys के जरिए सुरक्षित होती हैं और आप कई तरीके से इन्हें स्टोर कर सकते हैं, इन्हें ही वॉलेट्स कहते हैं. एक क्रिप्टो निवेशक के तौर पर ऐसा जरूरी नहीं है ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है कि आप कॉइन्स की माइनिंग (Cryptocurrency Mining) करें, आप कॉइन्स को एक्सचेंज (Crypto Exchange) पर खरीद और बेच सकते हैं. इसके अलावा आप peer-to-peer network यानी सीधे दूसरे निवेशक के साथ उसे खरीद और बेच सकते हैं. ये करने के बाद आप कॉइन्स की 'keys' भी एक्सेस के लिए ट्रांसफर कर देते हैं. हम आपको बता रहे हैं कि आखिर यह सबकुछ कैसे काम करता है.
प्राइवेट ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है और पब्लिक Keys क्या होती हैं?
अगर हम क्रिप्टो वॉलेट्स की बात कर रहे हैं तो यह समझना जरूरी है कि प्राइवेट और पब्लिक keys क्या होती हैं. क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन एन्क्रिप्शन तकनीक पर काम करती हैं और इस तकनीक में कुछ keys के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल होता है. पब्लिक कीज़ का इस्तेमाल उन टोकन्स को पहचानने और प्राइवेट कीज़ का इस्तेमाल उन्हें एक्सेस करने के लिए किया जाता है. इसको और सरल शब्दों में समझते हैं.
उदाहरण के लिए ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है किसी पेमेंट ऐप को ले लीजिए. आपका पेमेंट ऐप आपका एक यूजरनेम होता है, जिससे आप अपने अकाउंट में पैसे रिसीव करते हैं. क्रिप्टो वॉलेट में पब्लिक की वही काम करती है, आप इसके जरिए टोकन रिसीव करते हैं. उसी तरह पेमेंट ऐप में आपका एक पासवर्ड होता है, जिससे आप ट्रांजैक्शन करते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, क्रिप्टो वॉलेट में ये काम प्राइवेट कीज़ ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है का होता है.
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट सचमुच में क्या है?
वर्चुअल करेंसी वॉलेट या क्रिप्टो वॉलेट एक सॉफ्टवेयर या ऐप होता है, जिसे आप अपने मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड कर सकते हैं. इसपर आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं. बस इतना ही नहीं, आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन के लिए इस वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट में पासवर्ड होता है, जिससे कि आपके क्रिप्टो असेट सुरक्षित रहते हैं.
हॉट और कोल्ड क्रिप्टो वॉलेट्स या होते हैं?
हॉट वॉलेट्स इंटरनेट पर ऑनलाइन होते हैं, जिनको आप आसानी से एक्सेस कर सकते हैं और यहां से क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं. हालांकि, इसकी सुरक्षा को लेकर थोड़ी चिंता होती है, क्योंकि ऑनलाइन एक्टिव रहने के चलते इसपर हैकिंग का थोड़ा डर रहता है. लेकिन एक्टिव ट्रेडिंग करने वाले निवेशक अपने हॉट वॉलेट में ट्रांजैक्शन में कुछ फंड हमेशा रखते हैं.
एक्सचेंज पर स्टोर करना
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर भी आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं, लेकिन एक एक्सचेंज अपने कॉइन्स स्टोर करने की बहुत सुरक्षित जगह नहीं होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक एक्सचेंज को हर रोज औसतन 2.7 मिलियन डॉलर यानी 20 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होता है और आगे ये आंकड़ा बढ़ेगा.
अगर किसी प्रतिष्ठित एक्सचेंज के साथ ट्रेडिंग करें तो आपको सिक्योरिटी को लेकर उतनी दिक्कत नहीं आएगी. वहीं सिक्योरिटी के लिहाज से देखें तो अपने असेट को ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है अलग-अलग जगह फैलाकर रखना ज्यादा बेहतर रहेगा.
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Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टो वॉलेट में आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टो वॉलेट (Crypto Wallet) क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने का एक माध्यम होता है. इनमें आपकी क्रिप्टोकरेंसी private keys के जरिए सुरक्षित होती हैं और आप कई तरीके से इन्हें स्टोर कर सकते हैं, इन्हें ही वॉलेट्स कहते हैं. एक क्रिप्टो निवेशक के तौर पर ऐसा जरूरी नहीं है कि आप कॉइन्स की माइनिंग (Cryptocurrency Mining) करें, आप कॉइन्स को एक्सचेंज (Crypto Exchange) पर खरीद और बेच सकते हैं. इसके अलावा आप peer-to-peer network यानी सीधे दूसरे निवेशक के साथ उसे खरीद और बेच सकते हैं. ये करने के बाद आप कॉइन्स की 'keys' भी एक्सेस ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है के लिए ट्रांसफर कर देते हैं. हम आपको बता रहे हैं कि आखिर यह सबकुछ कैसे काम करता है.
प्राइवेट और पब्लिक Keys क्या होती हैं?
अगर हम क्रिप्टो वॉलेट्स की बात कर रहे हैं तो यह समझना जरूरी है कि प्राइवेट और पब्लिक keys क्या होती हैं. क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन एन्क्रिप्शन तकनीक पर काम करती हैं और इस तकनीक में कुछ keys के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है होता है. पब्लिक कीज़ का इस्तेमाल उन टोकन्स को पहचानने और प्राइवेट कीज़ का इस्तेमाल उन्हें एक्सेस करने के लिए किया जाता है. इसको और सरल शब्दों में समझते हैं.
उदाहरण के लिए किसी पेमेंट ऐप को ले लीजिए. आपका पेमेंट ऐप आपका एक यूजरनेम होता है, जिससे आप अपने अकाउंट में पैसे रिसीव करते हैं. क्रिप्टो वॉलेट में पब्लिक की वही काम करती है, आप इसके जरिए टोकन रिसीव करते हैं. उसी तरह पेमेंट ऐप में आपका एक पासवर्ड होता है, जिससे आप ट्रांजैक्शन करते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, क्रिप्टो वॉलेट में ये काम प्राइवेट कीज़ का होता है.
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट सचमुच में क्या है?
वर्चुअल करेंसी वॉलेट या क्रिप्टो वॉलेट एक सॉफ्टवेयर या ऐप होता है, जिसे आप अपने मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड कर सकते हैं. इसपर आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं. बस इतना ही नहीं, आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन के लिए इस वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट में पासवर्ड होता है, जिससे कि आपके क्रिप्टो असेट सुरक्षित रहते हैं.
हॉट और कोल्ड क्रिप्टो वॉलेट्स या होते हैं?
हॉट वॉलेट्स इंटरनेट पर ऑनलाइन होते हैं, जिनको आप आसानी से एक्सेस कर सकते हैं और यहां से क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं. हालांकि, इसकी सुरक्षा को लेकर थोड़ी चिंता होती है, क्योंकि ऑनलाइन ऑटो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है एक्टिव रहने के चलते इसपर हैकिंग का थोड़ा डर रहता है. लेकिन एक्टिव ट्रेडिंग करने वाले निवेशक अपने हॉट वॉलेट में ट्रांजैक्शन में कुछ फंड हमेशा रखते हैं.
एक्सचेंज पर स्टोर करना
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर भी आप अपने क्रिप्टो असेट स्टोर कर सकते हैं, लेकिन एक एक्सचेंज अपने कॉइन्स स्टोर करने की बहुत सुरक्षित जगह नहीं होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक एक्सचेंज को हर रोज औसतन 2.7 मिलियन डॉलर यानी 20 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होता है और आगे ये आंकड़ा बढ़ेगा.
अगर किसी प्रतिष्ठित एक्सचेंज के साथ ट्रेडिंग करें तो आपको सिक्योरिटी को लेकर उतनी दिक्कत नहीं आएगी. वहीं सिक्योरिटी के लिहाज से देखें तो अपने असेट को अलग-अलग जगह फैलाकर रखना ज्यादा बेहतर रहेगा.