भारत के सबसे अच्छा ट्रेडिंग एप्प

विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023

विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023
कई देशों ने बढ़ाई दरें
हालांकि, कई देशों ने ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी करके जोखिम को कम करने की कोशिश की है। ब्राजील ने इस महीने ब्याज दरों को स्थिर रखा, लेकिन लगातार 12 वृद्धि के बाद ही इसकी बेंचमार्क दर 13.75% पर बनी हुई है। नाइजीरिया के केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को दरों में 15.5 फीसदी की बढ़ोतरी की, जो अर्थशास्त्रियों की अपेक्षा से काफी अधिक है।
कैसे थमेगी महंगाई? RBI ऐसा क्या चाहता है, जिसके लिए सरकार राजी नहीं, यहां समझिए पूरा माजरा
क्या है उपाय
1980 के दशक की शुरुआत में भी डॉलर ने इसी तरह रुलाया था। उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, जर्मनी, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम के नीति निर्माताओं ने मुद्रा बाजारों में एक समन्वित हस्तक्षेप की घोषणा की थी। इसे प्लाजा समझौते के रूप में जाना जाता है। डॉलर की हालिया रैली और अन्य देशों पर आ रहे संकट ने इस बात को हवा दी है कि यह एक और प्लाजा समझौते का समय हो सकता है। लेकिन व्हाइट हाउस ने इस विचार को ठंडे बस्ते में डाल दिया है, जिससे यह अभी संभव नहीं दिखता है।

मुसलमानों के लेकर विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 क्या है पांच गलत फहमी, आंकड़े बता रहे हैं सच

इस्लाम में महिला की शादी की उम्र और बच्चे पैदा करने के कुछ निर्धारित विचारों के चलते उनके बारे में काफी हद तक पुरानी और गलत धारणाएं बना ली गई हैं मुसलमानों के लेकर बनाई गई इन आम धारणाओं में कितनी सच्चाई है और कितनी कल्पना, कभी यह जानने की कोशिश की है

इसी महीने में शुरुआत राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे ने शादी, शिक्षा, आबादी और अन्य कई मसलों पर आंकड़े जारी किए थे. एनएफएचएस-5 के इसी डेटा का इस्तेमाल करते हुए दिप्रिंट उन पांच मिथकों का गलत साबित किया है, जिन्हें लेकर अक्सर मुस्लिम समुदाय पर आरोप लगाए जाते रहे हैं

***About Knocking News (नॉकिंग न्यूज़)***
शिक्षा , इतिहास , अर्थशास्त्र, राजनीति और अन्य समसामयिक विषयों पर पत्रकार गिरिजेश वशिष्ठ के विश्लेषण इस चनल पर लगातार मिलता है. आजाद, खुली और स्वस्थ पत्रकारिता को अपने अनुभव से लेकर आते हैं.
ये चैनल पत्रकार गिरिजेश वशिष्ठ के विश्लेषणों का चैनल है. गिरिजेश वशिष्ठ वरिष्ठ पत्रकार हैं. वो इन्डिया टुडे ग्रुप, दिल्ली आजतक, ज़ी, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, सहारा समय समेत अनेक महत्वपूर्ण समाचार संस्थानों में संपादक के स्तर पर जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं और पिछले 34 साल से लगातार सक्रिय हैं.

This is a analysis channel of Girijesh Vashistha. Girijesh Vashistha is a senior journalist; he has worked with India Today group, Zee Network, Dainik Bhaskar, Dainik Jagran and sahara samay like Prominent News organizations for 34 years at Editor Level

हमारे ब्लॉग पर ‘नमस्ते’ कहो

अगर सच कहें, तो हम काफी समय से ब्लॉग शुरू करना चाहते थे, पर हमने निर्णय लिया कि हम सबसे पहले हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ पर ध्यान केन्द्रित करेंगे: हमारे उपभोक्ताओं को वैश्विक वित्तीय बाज़ारों से सम्बंधित हर एक वाकये की जानकारी प्रदान करना। अब हमें ऐसा लगता है कि वह ब्लॉग शुरू करने का यह सही समय है।

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक चौकन्ने निवेशक हैं, जो स्थिर बांड्स पसंद करते हैं, या यदि आप जोखिम भरा दृष्टिकोण लेना चाहते हैं और उच्च-अस्थिरता, उच्च इनाम शेयर, क्रिप्टो ट्रेडर या विदेशी मुद्रा मध्यस्थता में अपना विश्वास डालना चाहते हैं। आप हमेशा अपने निवेश को लाभ में देखना चाहते हैं।

पर बाज़ार बंद होने की स्थिति में आप क्या करते हैं?

क्या आप ब्रेक लेते हैं और आराम करते हैं? क्या आप पढ़ते हैं और अगले हफ्ते की दौड़ विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 के लिए तैयार करते हैं?

इस ब्लॉग का उद्देश्य मनोरंजन करना, शिक्षा प्रदान करना एवं अन्य सभी लोगों के सम्बन्ध में जानकारी देना है (ऐसा व्यक्ति जो Investing.com उपभोक्ता नहीं है)।

इस ब्लॉग में आपको कई अपडेट्स का मिश्रण, Investing.com संबंधी घोषणाएं, प्रशिक्षण संबंधी लेख एवं मनोरंजन (एवं ऐसे वित्तीय समाचारं की जानकारी जो शायद आपके चुक गया) मिलेगा।

इसकी संरचना इस प्रकार की गयी है जिससे आप अपनी मनपसंद जानकारी अपने मनपसंद समय में प्राप्त कर सकें।

शुरूआती रूप में, इसे 3 प्रमुख खण्डों में बांटा जाएगा:

नया क्या है खंड में, हम ऐसे नए उपकरण, खूबियों एवं विकल्पों के बारे में बात करेंगे जो हम वेबसाइट एवं Investing.com एप्स में शामिल करने वाले हैं।

इनसाइड इन्वेस्टिंग के अंतर्गत हम दिलचस्प कहानियां एवं घटनाएं, जैसे निवेश, बाज़ार, एवं उद्योग प्रचलन, हमारे विशेषज्ञों से सुझाव आदि, अपलोड करेंगे। हम समय-समय पर संकलन एवं ब्रेकडाउन, एवं ऐसा कुछ भी जो हमारे अनुसार आपके - यानि कि उपभोक्ता - के लिए दिलचस्प हो सकता है, शामिल करेंगे।

अंत में, कंपनी समाचार खंड में, आपको Investing.com सम्बन्धी अपडेट्स प्राप्त होंगे - चाहे वो साझेदारियों, मील के पत्थरों, एवं Investing.com से सीधे तौर पर जुड़ा कुछ भी क्यों ना हो।

हम दिलचस्प एवं उपयुक्त डेटा, कंपनी अपडेट्स, एवं ऐसी सभी जानकारी आपके साथ साझा करने की योजना बना रहे हैं जिससे आपके प्रमुख लक्ष्य की पूर्ति हो: और अधिक पैसा कमाना।

अतः हमारे साथ जुड़ें क्योंकि हम यहाँ नियमित रूप से नए ब्लॉग पोस्ट्स साझा करेंगे।

अपना समय देने के लिए धन्यवाद।

हम आपको यूजर्स के साथ जुड़ने, अपना द्रष्टिकोण बांटन तथा लेखकों तथा एक-दूसरे से प्रश्न पूछने के लिए टिप्पणियों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हालांकि, बातचीत के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए हम सभी मूल्यों तथा उमीदों की अपेक्षा करते हैं, कृपया निम्नलिखित मानदंडों को ध्यान में रखें:

  • स्तर बढाएं बातचीत का
  • अपने लक्ष्य की ओर सचेत रहे। केवल वही सामग्री पोस्ट करें जो चर्चा किए जा रहे विषय से संबंधित हो।
  • आदर करें। यहाँ तक कि नकारात्मक विचारों को भी सकारात्मक तथा कुशलतापूर्वक पेश किया जा सकता है।
  • स्टैण्डर्ड लेखन शैली का उपयोग करें। पर्ण विराम तथा बड़े तथा छोटे अक्षरों को शामिल करें।
  • ध्यान दें : टिपण्णी के अंतर्गत स्पैम तथा/या विज्ञापनों के संदेशों को हटा दिया जायेगा।
  • धर्म निंदा, झूठी बातों या व्यक्तिगत हमलों से बचें लेखक या किसी अन्य यूजर की और।
  • बातचीत पर एकाधिकार न रखें। हम आवेश तथा विशवास की सराहना करते हैं, लेकिन हम सभी को उनके विचारों को प्रकट करने के लिए एक मौका दिए जाने पर भी अटूट विश्वास करते हैं। इसलिए, सामाजिक बातचीत के अलावा, हम टिप्पणीकर्ताओं से उनके विचारों को संक्षेप में तथा विनम्रतापूर्वक रखने की उम्मीद करते हैं, लेकिन बार-बार नहीं जिससे विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 अन्य परेशान या दुखी हो जायें। यदि हमें किसी व्यक्ति विशेष के बारे में शिकायत प्राप्त होती है जो किसी थ्रेड या फोरम पर एकाधिकार रखे, हम बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें साईट से बैन करने का अधिकार रखते हैं।
  • केवल अंग्रेजी टिप्पणियों की अनुमति है।

स्पैम तथा शोषण के अपराधियों को हटा दिया जायेगा तथा भविष्य में उन्हें Investing.com पर प्रतिबंधित कर दिया जायेगा।

नकारात्मक यूजर रिपोर्ट के कारण टिप्पणी करने की आपकी क्षमता को निलंबित कर दिया गया है। आपके स्टेटस की हमारे मोडेटरों द्वारा समीक्षा की जाएगी।

आपकी टिपण्णी के लिए धन्यवाद। कृपया ध्यान दें सभी टिप्पणियाँ लंबित हैं जब तक उन्हें हमारे मॉडरेटर्स द्वारा नहीं जांचा जाता। हो सकता है इसलिए हमारी वेबसाईट पर दिखाए जाने से पूर्व यह थोडा समय लें।

नकारात्मक यूजर रिपोर्ट के कारण टिप्पणी करने की आपकी क्षमता को निलंबित कर दिया गया है। आपके स्टेटस की हमारे मोडेटरों द्वारा समीक्षा की जाएगी।

क्या आप सच में %USER_NAME% को ब्लॉक करना चाहते हैं?

ऐसा करके, आप और %USER_NAME% नहीं देख पाएंगे किसी अन्य के Investing.com की पोस्ट में से कोई भी।

%USER_NAME% को सफलतापूर्वक आपकी ब्लॉक सूची में जोड़ लिया गया है

क्योंकि आपने इस व्यक्ति को अनब्लॉक कर दिया है, आपको ब्लॉक को रिन्यू करने से पहले 48 घंटे प्रतीक्षा करनी होगी।

मुझे लगता है कि यह टिपण्णी:

आपकी रिपोर्ट समीक्षा के लिए हमारे मॉडरेटर को भेजी गई है

DOWNLOAD APP App store

जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है। इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।

Explainer : तो यूं अमेरिका दूसरे देशों में एक्सपोर्ट कर रहा महंगाई. बर्बाद हो जाएंगे छोटे देश, बड़ों की होगी बुरी हालत

Interest Rates Hike : मौजूदा वैश्विक स्थिति ने उभरते बाजारों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। विश्व बैंक ने हाल ही में आगाह किया था कि साल 2023 में वैश्विक मंदी का खतरा बढ़ गया है। यह इसलिए है, क्योंकि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक महंगाई को थामने के लिए लगातार ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं। इससे विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के बीच वित्तीय संकटों की एक सीरीज देखने को मिल सकती है।

Global Recession

Interest Rates Hike : दुनिया के कई देशों के बाद अब भारत में भी ब्याज दर बढ़ने की पूरी उम्मीद

हाइलाइट्स

  • चीन की करेंसी युआन 14 साल के सबसे निचले स्तर पर आई
  • ब्रिटिश पाउंड सोमवार को रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था
  • मौजूदा वैश्विक स्थिति ने उभरते बाजारों के लिए पैदा किया खतरा
  • इस समय प्रेशर कूकर की तरह है वैश्विक वित्तीय प्रणाली

अमेरिका आक्रामक होकर बढ़ा रहा दरें
हाल ही में हमने देखा था कि अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। महंगाई दर में अभी भी कोई खास कमी नहीं आई है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) का पूरा फोकस इस महंगाई पर काबू पाने पर है। इसके लिए वह लगातार प्रमुख ब्याज दरों में इजाफा कर रहा है। हाल ही में यूएस फेड ने ब्याज दर में लगातार तीसरी बार 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। आगे भी फेड ने इसी तरह की बढ़ोतरी के संकेत दिये हैं। इससे अमेरिकी डॉलर बिना लगाम के घोड़े की तरह भागता चला जा रहा है और अन्य देशों की करेंसीज को नीचे धकेल रहा है। यूएस फेड साल 1980 के दशक की शुरुआत में जितना आक्रामक था, उतना ही आज है। दरों में इजाफे से होने वाली उच्च बेरोजगारी और मंदी को सहन करने के लिए यह तैयार है। लेकिन यह इंटरनेशनल ग्रोथ के लिए अच्छा नहीं है। दूसरे देशों को जबरदस्ती अपने यहां दरें बढ़ानी पड़ रही हैं।

दूसरे देशों को जबरदस्ती बढ़ानी पड़ रही दरें
अगर दुनिया के अन्य देश अमेरिका के बाद अपने यहां ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करें, तो इसके काफी बुरे परिणाम होंगे। विदेशी निवेशक उन देशों में रिटर्न कम होने के चलते अपना निवेश निकालने लगेंगे। इससे देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर बहुत विपरीत असर पड़ेगा। यूएस फेड के बाद पिछले हफ्ते स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, नॉर्वे, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, ताइवान, नाइजीरिया और फिलीपींस में केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भी शुक्रवार को ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की पूरी उम्मीद है।
RBI MPC Meet : होम लोन, कार लोन हो या पर्सनल लोन, सब पर ब्याज दरें बढ़ना लगभग तय, जानिए कितना हो सकता है इजाफा
अमेरिकियों को फायदा बाकी को नुकसान
फेड के इस रुख से डॉलर कई बड़ी करेंसीज की तुलना में दो दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इससे विदेशों में शॉपिंग करने वाले अमेरिकियों को काफा फायदा हुआ है। अमेरिका के लिए विदेशों से विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 वस्तुएं आयात करना सस्ता हो गया है। वहीं, यह दूसरे देशों के लिए काफी बुरी खबर है। युआन, येन, रुपया, यूरो और पाउंड जैसी करेंसीज के मूल्य में भारी गिरावट आई है। इससे कई देशों के लिए फूड और फ्यूल जैसी आवश्यक वस्तुओं का आयात करना अधिक महंगा हो गया है। यह लगातार बढ़ रहा है। यूएस फेड एक तरह से महंगाई को दूसरे देशों में एक्सपोर्ट कर रहा है। वह अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डाल रहा है।

दशकों के निचले स्तर पर करेंसीज
क्योंकि डॉलर शून्य में मजबूत नहीं हो सकता। यह किसी की तुलना में मजबूत होता है। चीन की करेंसी युआन काफी लुढ़क गई है। चीनी युआन 14 साल के सबसे निचले स्तर पर है। यहां तक कि जापान को भी अपनी करेंसी येन को गिरने से बचाने के लिए डॉलर बेचकर येन खरीदने पड़े हैं। वहीं, यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने चेतावनी दी है कि यूरो में तेज गिरावट महंगाई को बढ़ाने का काम कर रही है। ब्रिटिश पाउंड सोमवार को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था।
दुनिया को मंदी के करीब ले जाने पर आमादा केंद्रीय बैंक. अमेरिका, यूरोप में मंदी से क्या अछूता रहेगा भारत ?
इस समय प्रेशर कूकर की तरह है वैश्विक वित्तीय प्रणाली
यूके की स्थिति दिखाती है कि कैसे वैश्विक निवेशक सरकार की आर्थिक विकास योजना को बाधित कर सकते हैं। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने बाजारों को स्थिर करने की कोशिश में एक इमरजेंसी बांड खरीद कार्यक्रम की घोषणा की है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, वैश्विक वित्तीय प्रणाली इस समय एक प्रेशर कूकर की तरह है। इस समय देशों के पास विश्वसनीय नीतियां होनी चाहिए और किसी भी गलत कदम पर तुरंत सुधार जरूरी है।

उभरते बाजारों के लिए खतरा
मौजूदा वैश्विक स्थिति ने उभरते बाजारों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। विश्व बैंक ने हाल ही में आगाह किया था कि साल 2023 में वैश्विक मंदी का खतरा बढ़ गया है। यह इसलिए है, क्योंकि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक महंगाई को थामने के लिए लगातार ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि इससे विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के बीच वित्तीय संकटों की एक सीरीज देखने को मिल सकती है। जो अभी भी महामारी से जूझ रहे हैं, उन्हें स्थायी नुकसान पहुंचेगा।

जिनके पास भारी कर्ज उन्हें सबसे अधिक खतरा
सबसे बड़ा खतरा उन देशों को है, जिन्होंने डॉलर में कर्ज लिया है। लोकल करेंसीज में भारी गिरावट से इन कर्जों को वापस चुकाना काफी महंगा हो गया है। इससे सरकारों को अन्य क्षेत्रों में खर्चों में कटौती को मजबूर होना पड़ता है। इससे महंगाई बढ़ेगी और लोगों की जेब पर भारी असर पड़ेगा। विदेशी मुद्रा भंडार में कमी भी चिंता का विषय है। श्रीलंका में डॉलर की कमी ने इस देश को दिवालिया कर दिया है।

कई देशों ने बढ़ाई दरें
हालांकि, कई देशों ने ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी करके जोखिम को कम करने की कोशिश की है। ब्राजील ने इस महीने ब्याज दरों को स्थिर रखा, लेकिन लगातार 12 वृद्धि के बाद ही इसकी बेंचमार्क दर 13.75% पर बनी हुई है। नाइजीरिया के केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को दरों में 15.5 फीसदी की बढ़ोतरी की, जो अर्थशास्त्रियों की अपेक्षा से काफी अधिक है।
कैसे थमेगी महंगाई? RBI ऐसा क्या चाहता है, जिसके लिए सरकार राजी नहीं, यहां समझिए पूरा माजरा
क्या है उपाय
1980 के दशक की शुरुआत में भी डॉलर ने इसी तरह रुलाया था। उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, जर्मनी, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम के नीति निर्माताओं ने मुद्रा बाजारों में एक समन्वित हस्तक्षेप की घोषणा की थी। इसे प्लाजा समझौते के रूप में जाना जाता है। डॉलर की हालिया रैली और अन्य देशों पर आ रहे संकट ने इस बात को हवा दी है कि यह एक और प्लाजा समझौते का समय हो सकता है। लेकिन व्हाइट हाउस ने इस विचार को ठंडे बस्ते में डाल दिया है, जिससे यह अभी संभव नहीं दिखता है।

मुसलमानों के लेकर क्या है पांच गलत फहमी, आंकड़े बता रहे हैं सच

इस्लाम में महिला की शादी की उम्र और बच्चे पैदा करने के कुछ निर्धारित विचारों के चलते उनके बारे में काफी हद तक पुरानी और गलत धारणाएं बना ली गई हैं मुसलमानों के लेकर बनाई गई इन आम धारणाओं में कितनी सच्चाई है और कितनी कल्पना, कभी यह जानने की कोशिश की है

इसी महीने में शुरुआत राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे ने शादी, शिक्षा, आबादी और अन्य कई मसलों पर आंकड़े जारी किए थे. एनएफएचएस-5 के इसी डेटा का इस्तेमाल करते हुए दिप्रिंट उन पांच मिथकों का गलत साबित किया है, जिन्हें लेकर अक्सर मुस्लिम समुदाय पर आरोप लगाए जाते रहे हैं

***About Knocking News (नॉकिंग न्यूज़)***
शिक्षा , इतिहास , अर्थशास्त्र, राजनीति और अन्य समसामयिक विषयों पर पत्रकार गिरिजेश वशिष्ठ के विश्लेषण इस चनल पर लगातार मिलता है. आजाद, खुली और स्वस्थ पत्रकारिता को अपने अनुभव से लेकर आते हैं.
ये चैनल पत्रकार गिरिजेश वशिष्ठ के विश्लेषणों का चैनल है. गिरिजेश वशिष्ठ वरिष्ठ पत्रकार हैं. वो इन्डिया टुडे ग्रुप, दिल्ली आजतक, ज़ी, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, सहारा समय समेत अनेक महत्वपूर्ण समाचार संस्थानों में संपादक के स्तर पर जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं और पिछले 34 साल से लगातार सक्रिय हैं.

This is a analysis channel of Girijesh Vashistha. Girijesh Vashistha is a senior journalist; he has worked with India Today group, Zee Network, Dainik Bhaskar, Dainik Jagran and sahara samay like Prominent News organizations for 34 years at Editor Level

विदेशी मुद्रा भंडार 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.विदेशी मुद्रा ब्लॉग 2023 99 अरब डॉलर पर

एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आने का मुख्य कारण यह है कि वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से रुपये की गिरावट को थामने के लिए केन्द्रीय बैंक मुद्रा भंडार से मदद ले रहा है।

रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, चार नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण घटक मानी जाने वाली, विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 12 करोड़ डॉलर घटकर 470.73 अरब डॉलर रह गयीं।

डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर डॉलर मुद्रा के मूल्य में आई कमी या बढ़त के प्रभावों को दर्शाया जाता है।

आंकड़ों के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में देश का स्वर्ण भंडार 70.5 करोड़ डॉलर घटकर 37.057 अरब डॉलर रह गया।

केंद्रीय बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 23.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.39 अरब डॉलर रह गया है।

आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्राभंडार भी 2.7 करोड़ डॉलर घटकर 4.82 अरब डॉलर रह गया।

भाषा राजेश राजेश रमण

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

रेटिंग: 4.69
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 829
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *