शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है

Trend Reversal – Price Decrease volume Increase
शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
कैसे हैं आप? लम्बे समय के बाद ब्लोग लिखने के लिये माफी चाहता हूं। आज के ब्लोग पोस्ट में मैं आपको शेयरजिनियस ड्यूल ट्रेडिंग सिस्टम के बारे में बताउंगा। आजकल डीस्कांउट ब्रोकर आने के बाद चूंकि ब्रोकेरेज चार्ज बहुत कम हो गया है इसलिये वो जमाना चला गया जब लोग शेयर खरीदकर होल्ड करते थे व कम से कम 15 प्रतिशत रिर्टन मिलनें पर बेचते थे अब चूंकि ज्यादातर लोग स्विंग ट्रेड कर रहे हैं इसलिये हमें भी सिस्टम मोडीफाई करना होगा क्यों कि जब तक हम 15 प्रतिशत शाॅर्ट टर्म गैन्स का इंतजार करेगें तब तक स्विगं ट्रेड वालों की बिकवाली आ जायेगी व शेयर वापस गिर जायेगा।
अडानी विल्मर समेत 20 कंपनियां NSE की ASM लिस्ट से हो सकती हैं बाहर, देखें पूरी लिस्ट
एनएसई कैलेंडर 2021 में दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज है.
एएसएम एक प्रकार का स्टॉक पर निगरानी रखने वाला रेगुलेटर है, जिसे रेगुलेटरी बोर्ड स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया की ओर से . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 25, 2022, 16:23 IST
ASM ने एक्सचेंज में लिस्टेड स्टॉक पर निगरानी रखती है.
निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए ASM ऐसे उपाय करती है.
ASM के मानक कीमत, वॉल्यूम वैरिएशन और अस्थिरता होते हैं.
नई दिल्ली. 26 सितंबर से स्टॉक एक्सचेंज एनएसई के एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) की लिस्ट से कुल 20 स्टॉक बाहर हो सकते हैं. इनमें में अडानी विल्मर, सद्भाव इंजीनियरिंग, धामपुर शुगर मिल्स और सिटी नेटवर्क्स जैसे कुछ बड़े स्टॉक शामिल हैं. ASM एएसएम एक प्रकार का स्टॉक पर निगरानी रखने वाला रेगुलेटर है, जो स्टॉक की कीमत, वॉल्यूम वैरिएशन और अस्थिरता जैसे स्टैंडर्ड के जरिए निगरानी रखता है.
GANESHASPEAKS: 12 सितंबर के लिए बाजार भविष्यवाणी
चंद्र कुंभ राशि में है।
चंद्र शततारता नक्षत्र में होने से आज मार्केट में वोल्यूम एवं सौदे कम होंगे ऐसा गणेशजी को लग रहा है।
ओपनिंग से १०.०० तक निफ्टी उपर की ओर रहेगी।
१०.०० से १४.३० के दौरान निफ्टी बारबार ट्रेन्ड चेन्ज करेगी, आप जोबिंग करें।
१४.३० से क्लोज़ीग बेल के दौरान निफ्टी उपर की ओर रहेगी।
MoneyControl News
First Published: Sep 12, 2014 7:26 AM
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मारुति शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है सुजुकी ने किया 52 फीसद मार्केट शेयर पर कब्जा
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) की भारतीय कार बाजार में हिस्सेदारी 50 फीसद से ज्यादा पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2017-18 के पहले दो महीनों में घरेलू बाजार में 2,74,329 वाहन बेचे हैं। वहीं, दूसरी कंपनियों ने कुल मिलाकर 2,54,930 वाहन बेचे हैं। यानी इंडस्ट्री में मारुति सुजुकी ने 19,300 वाहन ज्यादा बेचे हैं, जिसमें दो महीनों के दौरान कंपनी की वोल्यूम ग्रोथ 19 फीसद से ज्यादा रही है। इसी दौरान ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में 12 फीसद की वृद्धि हुई है।
दो महीनों में हुंडई की बिक्री 4 फीसद से कम:
मारुति सुजुकी की अप्रैल-मई महीने की बिक्री की बात करें तो कंपनी की बाजार में हिस्सेदारी 52 फीसद से ज्यादा हो गई है और इसी के साथ ही दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी भी बन गई है। इसी के साथ ही मारुति की प्रतिस्पर्धी हुंडई मोटर इंडिया की बाजार में हिस्सेदारी 16 फीसद हो गई है। इन दो महीनों में हुंडई की बिक्री 4 फीसद से भी कम बढ़ी है।
Volume क्या होता हैं ?
Share market में दिन के दौरान जो Buying और Selling होती हैं उसके आधार पर जितनी trading हुई हैं वह संख्या हम Volume के आधार पर जान सकते हैं।
या फिर दिन के दौरान जो खरेदी और बिक्री की संख्या होती हैं उसे हम volume कहते हैं।
चार्ट पर Volume को कैसे देखे ?
१.Trend Continuation
Trend Continuation में शेयर का कोईभी ट्रेंड हो वह वॉल्यूम के साध बढ़ता ही जाता हैं।
१. Volume Increase – Price Up Trend
Volume शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है Increase – Price Up Trend
जब किसी शेयर का प्राइस uptrend में जा रहा हैं और उसका volume भी बढ़ रहा हैं तब ऐसा माना जाता हैं की, वह तेजी का ट्रेंड चल रहा हैं वह आगे और तेजी से चलेगा।
अभी बाजार में बिकवाली नहीं करनी चाहिए।
२.Volume Decrease- Price Down Trend
Volume को देखने का तरीका।
volume में ध्यान देने वाली बात यह हैं की एक या २ candle वॉल्यूम घटने या बढ़ने से बाजार के trend में कोई फरक नहीं पड़ता। कई लोग हैं जो हर candle में volume बढ़ता या घटता देखकर उससे प्रभावित होते हैं और अपने position में बदलाव करते है।
लेकिन ध्यान रहे वॉल्यूम को परख़ने ने के लिए हर candle को देखने की जरुरत नहीं हैं।
इस प्रकार से वॉल्यूम को analyses करने का तरीका पूरीतरह से गलत हैं।
निष्कर्ष
Volume के आधार पर आप किसी भी प्रकार का ट्रेड नहीं ले सकते हैं , क्योकि वॉल्यूम आप को यह बताता हैं की भविष्य में दूसरे इंडीकेटर्स किस दिशा में जा सकते हैं।
वॉल्यूम के घटने या बढ़ने के साथ दूसरे इंडीकेटर्स बाजार में buying या selling के ट्रेंड पर इशारा करते हैं।
शेयर मार्किट में Volume क्या होता हैं ?
Share market में दिन के दौरान शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है जो Buying और Selling होती हैं उसके आधार पर जितनी trading हुई हैं वह संख्या हम Volume के आधार पर जान सकते हैं।
Volume देखने से हमें क्या पता चलता हैं ?
Volume देखने से हमें दिन के दौरान जो खरेदी और बिक्री की संख्या होती हैं वह पता चलती हैं।
Volume को देखने का तरीका क्या हैं ?
Volume को सही तरीकेसे एनालिसिस करने के लिए आप को चार्ट पर पिछले कुछ घंटे या कुछ दिनों का वॉल्यूम का जो एवरेज हैं उसको देखना चाहिये।
वॉल्यूम के एवरेज से ही आप को पता चलेगा की वॉल्यूम बढ़ रहा है या घट रहा हैं।