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कोशिश बाजार

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Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 02, 2022 21:09 IST

धरना-प्रदर्शन: बोराज में खाली भूखंडों पर कब्जे की कोशिश, ग्रामीणों व व्यापारियों ने बाजार बंद कर धरना-प्रदर्शन किया

बोराज में महला रोड स्थित शिव मंदिर के पास काश्तकार की भूमि से आवासीय व कामर्शियल खाली भूखंडों पर शनिवार रात कब्जा करने की कोशिश की गई। कब्जे के लिए भूखंडों की चारदीवारियां तोड़ दी गई। सोमवार सुबह बोराज व्यापार मंडल व ग्रामीणों ने बाजार बंद कर पंचायत के सामने व भूखंडों के पास जाकर धरना, प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर एएसपी दूदू दिनेश शर्मा, जोबनेर डीएसपी मुकेश चौधरी, फुलेरा थानाधिकारी रघुवीरसिंह, महला पुलिस चौकी प्रभारी मनोहरलाल, नायब तहसीलदार उम्मेदसिंह, गिरदावर सुरेंद्र, सरपंच सुरेंद्रसिंह मीणा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस व प्रशासन ने व्यापार मंडल व ग्रामीणों को समझाकर निष्पक्ष जांच करने, भूखंडों की नापजोख करवाने का आश्वासन दिया।

उसके बाद ही धरना, प्रदर्शन समाप्त कर बाजार खोले। जानकारी के अनुसार महला कोशिश बाजार रोड पर काश्तकार की भूमि पर करीब 30 साल पहले चार जनों ने भूखंड क्रय किए थे। सुधा अग्रवाल, संतोषदेवी सोनी, रामगोपाल चौधरी, भंवरलाल आदि ने 1992, 94 व 97 में खाली भूखंड क्रय किए थे।

शनिवार रात राजेश सांगवा जिला नागौर ने आकर खाली भूखंडों की चारदीवारी तोड़कर कब्जा करने की कोशिश की। चारों भूखंडधारियों ने मौजमाबाद थाने में कब्जा करनेवाले के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। धरना प्रदर्शन में सरपंच सुरेंद्रसिंह मीणा, उपसरपंच राजेश कुमावत, पूर्व प्रधान रामेश्वर कड़वा, गोपाल सांखला, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष नारायण लाल चौधरी, अर्जुन कड़वा, ओम प्रकाश, भैरूलाल, प्रेमचंद सहित ग्रामीणों व दुकानदारों ने धरना देकर प्रदर्शन किया।

उत्तराखंड : कांवड़ के दिनों में हरिद्वार में माहौल बिगाड़ने की कोशिश, बीच बाजार नमाज पढ़ने वाले आठ नमाजी गिरफ्तार

तीर्थ गंगा नगरी में इन दिनों लाखो की संख्या में कांवड़ लेने शिव भक्त आ कोशिश बाजार रहे है दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो ने शहर का माहौल खराब करने के लिए बीच बाजार नमाज पढ़ डाली, जब इसकी शिकायत स्थानीय लोगो ने पुलिस को की तो मौके पर पहुंच कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया।

जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के शिवालिक नगर क्षेत्र में रानीपुर थाना क्षेत्र में बीच बाजार आठ मुस्लिम लोगो ने नमाज पढ़ी, थोड़ी देर बाद ही पुलिस वहां पहुंची और उन्हे हिरासत में लेकर अपनें साथ ले गई। बाद कोशिश बाजार में इनका धारा 151 में चालान किया गया।

पुलिस के मुताबिक ये सभी आठों व्यक्ति पीठ पर सामान लादकर यहां आए थे और फड़ी लगाकर सामान बेच रहे थे और नमाज के वक्त सभी ने एक साथ नमाज पढ़नी शुरू करदी, आसपास के लोगो के द्वारा पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई।

हरिद्वार में इन दिनों हर गली मोहल्ले में कांवड़िए ही आते जाते दिखाई दे रहे है। गंगा नगरी में इस समय ,बम बम भोले के अलावा कोई और जय घोष सुनाई नही दे रहा। ऐसे में इन नमाजियों द्वारा बीच बाजार नमाज करना , शहर के माहौल को खराब करने की कोई साजिश समझी जा रही है।

हरिद्वार के कांवड़ मेला क्षेत्र के एसपी स्वतंत्र कुमार के मुताबिक पुलिस इस मामले की और गहराई से जांच पड़ताल कर रही है।

जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी बहादराबाद बहेड़ी के रहने वाले बताए जाते है और इस घटना के पहले इन्हे यहां भी कभी देखा नहीं गया।

गौरतलब बात ये भी है कि गृह मंत्रालय ने पहले से ही उत्तराखंड पुलिस को कांवड़ मेले के दौरान गड़बड़ी की आशंका से सचेत किया हुआ है।

हरिद्वार तीर्थ नगरी के चारो तरफ बढ़ रही मुस्लिम आबादी को लेकर भी उत्तराखंड पुलिस प्रशासन पहले से ही चौकन्ना है।

OTT कंटेंट की डिमांड बढ़ने के साथ बढ़ी बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग, सस्ते पैक और ओरिजनल कंटेंट से लुभाने की कोशिश

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट कोशिश बाजार की मांग खूब है।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 02, 2022 21:09 IST

OTT Platform - India TV Hindi News

Photo:FILE OTT Platform

OTT (ओवर द टॉप) कंटेंट की डिमांड देश में तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक से बढ़कर एक वेबसीरीज और धमाकेदार शो ने हर वर्ग के दर्शकों को अपनी ओर खींचा है। दर्शकों की मांग कोशिश बाजार को देखते हुए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग तरह के कंटेंट पेश किए जा रहे हैं। कई नई फिल्म सिनेमाघर के बाजाय हाल के दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सब्सक्रिप्शन से होने वाली कुल कमाई साल 2025 तक बढ़कर 102 अरब रुपये हो जाएगी। तेजी से बढ़ते ओटीटी कोशिश बाजार मार्केट को देखते हुए कंपनियों के बीच बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग शुरू हो गई है। अब ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि कौन ओटीटी प्लेटफॉर्म इस जंग में बाजी मरता है। ट्रेड पंडितों का कहना है कि जो प्लेटफॉर्म सस्ते पैक के साथ ओरिजनल कंटेंट परोसेंगे, वही बाजार में टिके रहेंगे।

वीडियो और ऑडियो दोनों की डिमांड

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट की मांग खूब है। हालांकि, वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की बात करें तो इसमें हर साल जबरदस्त ग्रोथ देखी जा रही है और आने वाले समय में और तेजी आने की उम्मीद है। देश में डिज्नी प्लस, हॉटस्टार, अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स के अलावा अब कई स्थानीय ओटटी कंपनियां अपनी जगह बनाने में लगी हैं। इसमें सोनी लिव, वूट, जी5, एरोस नाउ, ऑल्ट बालाजी, और अड्डा टाइम्स आदि शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2025 तक ओटीटी ग्रोथ 4 बिलियन डॉलर यानि करीब 3 लाख करोड़ पहुंच सकती है, जो कि अभी लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है। वहीं आने वालें पांच सालों में यह ग्रोथ 12.5 बिलियन डॉलर यानि 10 लाख करोड़ रुपये तक होने की संभावना है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म क्या

ओटीटी प्लेटफॉर्म का मतलब है– ओवर- द-टॉप प्लेटफॉर्म है, जोकि इंटरनेट के माध्यम से विडियो या अन्य तरह के कंटेंट देखने की सुविधा देते हैं। बहुत सारे ओटीटी अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए सब्स्क्रिप्शन देते हैं। वहीं, कई मुफ्त में देखने की सुविधा भी मुहैया करा रहे हैं। आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत अमेरिका से हुई थी।

कंपनियों के बीच तगड़ी टक्‍कर

ओटीटी बाजार पर कब्जा करने के लिए ओटीटी कंपनियों के बीच तगड़ी जंग चल रही है। देश में करीब 60 ओटीटी प्लेटफॉर्म बाजार हिस्सेदरी बढ़ाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। कंपिनयां नई-नई वेबसीरीज पर मुहमंगा पैसा लगा रही हैं। कंपनियां अपने कंटेंट पर निवेश को लगातार बढ़ा रही है। कई ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई फिल्म निर्माताओं से साझेदारी की है। वो अपने फिल्म को ओटीटी पर ही रिलीजकरेंगे। हालांकि, इस तगड़ी प्रतिस्पर्धा से कई कंपनियों को नुकसान भी हो रहा है। कैलिफोर्निया की स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स भारत में ग्राहकों को जोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। हाल ही में नेटफ्लिक्स ने पैक रेट में कटौती की है।

लश्कर में तो ट्रैफिक सुधार की कोशिश, मुरार और हजीरा पर नहीं ध्यान

लश्कर में तो ट्रैफिक सुधार की कोशिश, मुरार और हजीरा पर नहीं ध्यान

ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर की बदहाल ट्रैफिक को सुधारने के लिए लश्कर क्षेत्र के बाजारों में ट्रैफिक पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। यहां वन वे का पालन कराने से लेकर सड़क पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियां हटवाए जा रही है। कोशिश बाजार लेकिन शहर के मुरार और हजीरा में हालात जस के तस हैं, यहां आम जनता जाम से त्राहि-त्राहि कर रही है। नई दुनिया टीम ने शहर के तीनों उपनगर ओं का जायजा लिया, जिसमें यह हकीकत सामने आई।

लश्कर: यहां पर ट्रैफिक पुलिस ने एकांकी मार्ग का पालन कराने के लिए लोहिया बाजार और मैना वाली गली से इंदरगंज चौराहा, सराफा बाजार से महाराज बाड़ा, छप्परवाला पुल से राम मंदिर, महाराज बाड़े से सराफा बाजार, महाराज बाड़े छे दौलतगंज, दौलत गंज स्थित सूर्यनारायण किराए से पाटणकर चौराहे की ओर जाने वाले रास्ते पर एक दीवार का पालन कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात किया है। दोपहर 1:00 बजे से रात 8:00 बजे तक यहां रोज कार्रवाई चल रही है। ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा रही है जो गलत दिशा में बान चला रहे हैं।

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इसी के साथ लश्कर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में शामिल इंदरगंज चौराहे पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियां जो जाम की सबसे बड़ी वजह थी, इन्हें हटाया जा रहा है साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी भी की जा रही है।

मुरार: मुरार के सदर बाजार से लेकर सिंहपुर रोड बारादरी चौराहा 7 नंबर चौराहा तक जगह जगह जाम के हालात है। यहां ना तो एकांकी मार का पालन हो रहा है ना ही सड़क से अवैध पार्किंग में खड़ी गाड़ियां हटाई जा रही है। सड़क पर ही हाथ ठेले और होकर लगे हुए हैं।

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हजीरा: हजीरा स्थित चौराहा से लेकर किला गेट रोड तक ना तो एकांकी मार का पालन हो रहा है, नहीं सड़क से अवैध रूप से लगने वाला बाजार हटाया गया है। जिसके कारण यहां सुबह से रात तक कोशिश बाजार जाम लगता है।

OTT कंटेंट की डिमांड बढ़ने के साथ बढ़ी बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग, सस्ते पैक और ओरिजनल कंटेंट से लुभाने की कोशिश

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट की मांग खूब है।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 02, 2022 21:09 IST

OTT Platform - India TV Hindi News

Photo:FILE OTT Platform

OTT (ओवर द टॉप) कंटेंट की डिमांड देश में तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक से बढ़कर एक कोशिश बाजार वेबसीरीज और धमाकेदार शो ने हर वर्ग के दर्शकों को अपनी ओर खींचा है। दर्शकों की मांग को देखते हुए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग तरह के कंटेंट पेश किए जा रहे हैं। कई नई फिल्म सिनेमाघर के बाजाय हाल के दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सब्सक्रिप्शन से होने वाली कुल कमाई साल 2025 तक बढ़कर 102 अरब रुपये हो जाएगी। तेजी से बढ़ते ओटीटी मार्केट को देखते हुए कंपनियों के बीच बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग शुरू हो गई है। अब ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि कौन ओटीटी प्लेटफॉर्म इस जंग में बाजी मरता है। ट्रेड पंडितों का कहना है कि जो प्लेटफॉर्म सस्ते पैक के साथ ओरिजनल कंटेंट परोसेंगे, वही बाजार में टिके रहेंगे।

वीडियो और ऑडियो दोनों की डिमांड

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच कोशिश बाजार OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट की मांग खूब है। हालांकि, वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की बात करें तो इसमें हर साल जबरदस्त ग्रोथ देखी जा रही है और आने वाले समय में और तेजी आने कोशिश बाजार की उम्मीद है। देश में डिज्नी प्लस, हॉटस्टार, अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स के अलावा अब कई स्थानीय ओटटी कंपनियां अपनी जगह बनाने में लगी हैं। इसमें सोनी लिव, वूट, जी5, एरोस नाउ, ऑल्ट बालाजी, और अड्डा टाइम्स आदि शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2025 तक ओटीटी ग्रोथ 4 बिलियन डॉलर यानि करीब 3 लाख करोड़ पहुंच सकती है, जो कि अभी लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है। वहीं आने वालें पांच सालों में यह ग्रोथ 12.5 बिलियन डॉलर यानि 10 लाख करोड़ रुपये तक होने की संभावना है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म क्या

ओटीटी प्लेटफॉर्म का मतलब है– ओवर- द-टॉप प्लेटफॉर्म है, जोकि इंटरनेट के माध्यम से विडियो या अन्य तरह के कंटेंट देखने की सुविधा देते हैं। बहुत सारे ओटीटी अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए सब्स्क्रिप्शन देते हैं। वहीं, कई मुफ्त में देखने की सुविधा भी मुहैया करा रहे हैं। आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत अमेरिका से हुई थी।

कंपनियों के कोशिश बाजार बीच तगड़ी टक्‍कर

ओटीटी बाजार पर कब्जा करने के लिए ओटीटी कंपनियों के बीच तगड़ी जंग चल रही है। देश में करीब 60 ओटीटी प्लेटफॉर्म बाजार हिस्सेदरी बढ़ाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। कंपिनयां नई-नई वेबसीरीज पर मुहमंगा पैसा लगा रही हैं। कंपनियां अपने कंटेंट पर निवेश को लगातार बढ़ा रही है। कई ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई फिल्म निर्माताओं से साझेदारी की है। वो अपने फिल्म को ओटीटी पर ही रिलीजकरेंगे। हालांकि, इस तगड़ी प्रतिस्पर्धा से कई कंपनियों को नुकसान भी हो रहा है। कैलिफोर्निया की स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स भारत में ग्राहकों को जोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। हाल ही में नेटफ्लिक्स ने पैक रेट में कटौती की है।

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