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क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध

क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध
Dr. Mulla Adam Ali

…क्‍या कभी हम प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से रोजगार के विषय पर राष्‍ट्र के नाम संदेश सुनेंगे

भोपाल. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कभी देश के युवाओं की आवाज थे. युवा जो सोचते थे, प्रधानमंत्री वो बात बोल देते थे. आज हालात बिल्‍कुल उलट है. युवा लंबे समय क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध से प्रधानमंत्री से उम्‍मीद कर रहे है कि वह एक दिन रोजगार के विषय पर राष्‍ट्र के नाम संदेश जारी करेंगे. युवाओं के भविष्‍य को लेकर उनके दिल की बात कहेंगे. नरेन्‍द्र मोदी को प्रधानमंत्री बने करीब 6 साल होने को आ गए है. लेकिन एक बार भी प्रधानमंत्री मोदी ने बेरोजगार और सरकारी भर्तियों पर एक शब्‍द नहीं बोला है. यह बात युवाओं को निराश कर रही है.देश के करोड़ों युवा चाहते है कि प्रधानमंत्री इस विषय पर बोले और जरूर बोले. युवा सोशल मीडिया पर अपील भी कर रहे है, लेकिन पीएम इस पर मौन है.

गंभीर बात यह है कि बीते दो सालों से युवा विभिन्‍न मंचों पर जाकर अपनी बात रख रहे है. विपक्ष भी लगातार इस विषय को सोशल मीडिया पर उठा रहा है. सारा देश देश में घटते रोजगार संसाधन और रिक्‍त सरकारी पदों पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की राय को सुनना चाहता है, लेकिन पीएम सहित उनकी सरकार का कोई भी मंत्री इस विषय पर बात ही नहीं करता है.

देश का युवा सोशल मीडिया पर एक तरफा जबरदस्‍ती के कटेंट पर बहस नहीं करना चाहता है. वह सरकारी नौकरी की चाहत रखता है, वह प्रायवेट नौकरी में बढ़े हुए पैकेज की मांग करता है, वह अपना और अपने परिवार के रहन सहन के स्‍तर को बढ़ाना चाहता है. युवाओं की इस सोच को दूसरे गैर जरूरी मुददों की आड़ में दबा दिया जा रहा है.

एक बात गौर करने वाली है कि कोविड-।9 के कारण लगे लॉक डाउन में करोड़ों लोगों की नौकरियां गई है. लाखों लोगों के रोजगार ठप हुए है. जबकि इन लोगों के उपर होमलोन, कार लोन, पर्सनल लोन सहित कई तरह के लोन है. नौकरी जाने के बाद ये लोग अपनी ईएमआई तक नहीं भर पा क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध रहे है. जब‍कि निजी या सरकारी बैंक लोन जमा करने के लिए रोज रोज तकादा कर रहे है. ऐसे में लाखों करोड़ों लोग जिनके पास नौकरी नहीं है, वो निराशा में जाते जा रहे है.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को कम से कम युवाओं की मांग को ध्‍यान में रखते क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध हुए रिक्‍त पदों पर जल्‍द से जल्‍द सरकारी भर्ती निकालना चाहिये. कोविड-।9 के कारण माता पिता के पास सैलरी नहीं आने के कारण बच्‍चों की स्‍कूल कॉलेज की फीस जमा नहीं हो पा रही है. सरकार को इस बारे में राहत देना चाहिये. छोटे धंधे करने वाले और क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों के लिए कुछ करना चाहिये. अगर ये हालात नहीं सुधरे तो देश में आत्‍महत्‍याओं की संख्‍या बढ़ जायेगी.

Cryptocurrency Apps : Users Beware तुरंत डिलीट करें ये 8 ऐप्स

Dr. Mulla Adam Ali

Cryptocurrency Apps : क्या आपके फोन में हैं ये 8 ऐप्स.. तुरंत क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध करें डिलीट.. गूगल ने यूजर्स को क्रिप्टो ऐप्स से किया आगाह.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक होने के बाद से क्रिप्टोकरंसी एक बार फिर चर्चा में है। 11 दिसंबर को दोपहर 2.14 बजे प्रधानमंत्री के ट्विटर अकाउंट से एक Twitt आया। इसमें 'भारत ने आखिरकार बिटकॉइन (Bitcoin) को लीगल टेंडर के तौर पर स्वीकार कर लिया है। सरकार ने आधिकारिक तौर पर 500 बिटकॉइन खरीदे हैं। यह उन्हें देश के सभी नागरिकों को वितरित कर रहा है। इस ट्वीट के साथ स्कैम लिंक भी शेयर किया गया था।

पिछले महीने, प्रधान मंत्री मोदी ने कहा था कि सभी लोकतंत्रों को यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन से भटक न जाएं क्योंकि इसका हमारे युवाओं क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध पर गलत प्रभाव पड़ेगा। देश में क्रिप्टोकरेंसी के 100 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। कुल मिलाकर रु. 6 लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा । कुछ ऐप्स लोगों के निवेश का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इन ऐप्स के जरिए लोगों के पैसे लूटे जा रहे हैं।

सिक्योरिटी रिसर्च फर्म ट्रेंड माइक्रो का कहना है कि Google Play Store पर ऐसे कई ऐप हैं जो उपभोक्ताओं को धोखा देने का काम करते हैं। ये 8 ऐप विज्ञापन और सब्सक्रिप्शन सेवाओं के जरिए ग्राहकों से हर महीने औसतन 15 डॉलर (करीब 1,100 रुपये) कमाते हैं। उस ने कहा, ये ऐप ग्राहकों को अधिक पैसा बनाने के लिए आकर्षित करके अतिरिक्त भुगतान कर रहे हैं।

Google ने इनमें से 8 ऐप को अपने क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध ऐप स्टोर से हटा दिया है। इसके बाद कई यूजर्स इन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आपके स्मार्टफोन में ये क्रिप्टोकरेंसी ऐप हैं क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध या आपने इन्हें एपीके (APK file) की मदद से इंस्टॉल किया है, तो उन्हें तुरंत हटा दें। नहीं तो बहुत सारा पैसा गंवाना पड़ेगा।

क्रिप्टो से जुड़े इन 8 ऐप में दो पेमेंट ऐप भी शामिल हैं। क्रिप्टो हॉलिक और बिटकॉइन क्लाउड माइनिंग ऐप 12.99 डॉलर (लगभग 965 रुपये) और डेली बिटकॉइन रिवॉर्ड ऐप 5.99 डॉलर (लगभग 445 रुपये) की कीमत वाले प्लान पेश करते हैं।

जो ऐप्स गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) में उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें एपीके फाइल (Android Package file) की मदद से फोन में इंस्टॉल किया जा सकता है। हालांकि ऐसे ऐप्स को फोन में नहीं रखना चाहिए। क्योंकि गूगल भी इनकी permission नहीं देता है। Google का दावा है कि अगर ये Apps आपके फोन को नुकसान पहुंचाते हैं, तो इसकी जिम्मेदारी आपकी है। दरअसल, मिलते-जुलते कई ऐप्स में से एक का नाम सामने आता है। दूसरा ऐप इंस्टॉल करने के बाद आयेग। ऐसे ऐप्स फोन पर ट्रोजन को एक्सेस करने की सुविधा भी देते हैं। Google चेतावनी देता है कि इससे आपका डेटा चोरी हो सकता है।

हालांकि, क्रिब्को ग्लोबल के संस्थापक और सीईओ सिद्धार्थ सोगनी ने कहा कि उन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना उन्हें नियंत्रित करने का आसान तरीका नहीं था। "क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल पूरी दुनिया में किया जाता है। यह इंटरनेट की दुनिया है। ऐसे में किसी लोकतांत्रिक देश में इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाना संभव नहीं है. इसे नियंत्रित करने का सही तरीका। क्रिप्टोकरेंसी में पहले से ही यूके, ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इटली, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और अधिकांश अमेरिकी राज्यों में इन ऐप्स को विनियमित किया गया है।

Happy Children’s Day 2022 : ऐसे दें बाल दिवस पर हिंदी में भाषण, ऐतिहासिक दिन है

Happy Children’s Day 2022 : भारत में बच्चों के लिए एक विशेष दिन क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध है। जिसे बाल दिवस कहा जाता है। देश में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन पूरी तरह से हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को समर्पित है क्योंकि 14 नवंबर उनका जन्मदिन है। पंडित जवाहरलाल नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से बच्चों के बीच लोकप्रियता मिली । इन्हें नेता जी भी कहा जाता है। नेहरू जी को बच्चों से विशेष लगाव था। वे बच्चें को देश का क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध भविष्य मानते थे। इसलिए उनके जन्मदिन को देश में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। बाल दिवस के दिन देश में देशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिसमें बाल दिवस पर भाषण (Children’s Day Speech In Hindi) के जरिए वक्तागण अपने विचार व्यक्त करते हैं। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म वर्ष 1889 में 14 नवंबर को ही हुआ था और वे बच्चों से बेहद लगाव रखते थे।

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बाल दिवस पर निबंध प्रतियोगिता
स्कूलों में बाल दिवस पर हिंदी में भाषण, बाल दिवस पर हिंदी निबंध की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। बच्चे बाल दिवस पर भाषण (Children’s Day Speech In Hindi) या बाल दिवस पर निबंध प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। बाल दिवस पर निबंध (Children’s Day essay In Hindi), बाल दिवस गीत, कविता पाठ, चित्रकला, खेलकूद आदि से जुड़ी कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।

ऐसे करें भाषण की शुरुआत
आदरणीय मुख्य अतिथि, प्रिंसिपल, शिक्षकों और मेरे प्यारे दोस्तों के लिए सुप्रभात। मैं आप सभी को बाल दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। आज, मुझे बाल दिवस पर कुछ बोलने का मौका मिला है इसमें मैं अपने आपको सम्मानित महसूस करता हूं। बाल दिवस एक ऐतिहासिक दिन है, इसी दिन देश के पहले प्रधानमंत्री और बच्चों के चाचा कहे जाने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म हुआ था। बाल दिवस जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ बच्चों के अधिकारों के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन बच्चों की सामाजिक स्थिति को सुधारने, उनके अधिकार और पढ़ाई को लेकर विशेष चिंतन किया जाता है।

चाचा नेहरू का बच्चों के प्रति प्रेम
देश में 1959 से बाल दिवस मनाया जा रहा है पर तब बाल दिवस 20 नवंबर को ही मनाया जाता था। लेकिन 27 मई, 1964 को पं. जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु होने के बाद इनकी स्मृति में इनके जन्म दिवस यानि 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाए जाने की शुरुआत हुई। पंडित नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाना चाचा नेहरू का बच्चों के प्रति प्रेम और उनके प्रति बच्चों के लगाव को चिह्नित करने का एक प्रयास है।

UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में निबंध लेखन की तैयारी कैसे करें?

UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में निबंध लेखन की तैयारी कैसे करें?

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के नौ पेपरों में से एक निबंध लेखन का भी पेपर है। अगर आप UPSC की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि इस पेपर को किस प्रकार लिखा जाए ताकि आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। आइए अब जानते हैं कि यह पेपर कितने अंक का होता है और इसे किस प्रकार लिखना चाहिए।

बता दें कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में निबंध लेखन के पेपर में आपको कुल दो निबंध लिखने होंगे। इसमें प्रत्येक निबंध की शब्द संख्या 1,000 से लेकर 1,200 के बीच होनी चाहिए। पेपर में आपको हर एक भाग के चार विषयों में से एक विषय का चयन करना होगा।। निबंध का पेपर कुल 250 अंकों का होता है, जिसमें एक निबंध 125 अंकों का होता है। इसके लिए आपको तीन घंटे का समय मिलेगा।

निबंध लेखन में अच्छे अंक लाने के लिए आपका लिख-लिख कर अभ्यास करना सबसे जरूरी है। अपने इस अभ्यास के दौरान आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आपकी लेखनी तो अच्छी होनी ही चाहिए, इसके साथ ही साथ आपको व्याकरण, पुल्लिंग-स्त्रीलिंग और वर्तनी पर अच्छी पकड़ बनानी होगी। कोशिश करें कि आप निबंध लेखन के अभ्यास की कॉपी किसी ऐसे व्यक्ति को पढ़ाएं जिसे भाषा की समझ अच्छी हो। इससे वो आपको आपकी गलतियों के बारे में बता सकेगा।

सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को बता दें कि अपना विषय चुनते समय यह सुनिश्चित करें कि आप दिए गए विषयों में से उस विषय के बारे में सबसे अधिक जानते हैं। इस दौरान आप यह ध्यान रखें कि दिए गए किसी संवेदनशील या विवादास्पद विषय को न चुनें। इसके अलावा आपको ऐसा विषय नहीं चुनना चाहिए जिसके बारे में आप बहुत भावुक हैं क्योंकि हो सकता है कि आप संतुलित निबंध लिखने में असफल हो जाएं।

अपना विषय चुनने के बाद आपको तुरंत लिखना शुरू नहीं करना चाहिए। क्योंकि 1,000-2,000 शब्दों का निबंध लिखने के लिए प्लानिंग होनी जरूरी है ताकि आप सभी चीजें एक लह में लिख सकें। इस लिए कुछ समय सोचना और अपने विचार एकत्रित करना ही समझदारी है। इसके लिए बेहतर होगा कि आप पेंसिल में उन बिंदुओं को लिखें जिन्हें आप लिखना चाहते हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि तभी आप अपनी बातों को सही क्रम में लिख सकते हैं।

एक बार जब आप निबंध के बिंदु तैयार कर लें, तो आप निबंध लिखना शुरू करें। लिखते समय आपको एक अच्छी संरचना का पालन करना चाहिए। एक अच्छे निबंध की संरचना के लिए पहले परिचय लिखें, इसके बाद ऐतिहासिक, मुख्य मुद्दा, समस्या या विषय के बारे में लिखें। फिर विषय से संबंधित वर्तमान परिदृश्य या वर्तमान समाचार के बारे में जानकारी दें और सकारात्मक और नकारात्मक पहलू बताएं और अन्त में बाधाएं और उसमें सुधार या आगे का रास्ता बताएं।

हिन्दी वार्ता

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क्रिप्टो करेंसी के नए बिल में मल्टी लेवल मार्केटिंग और चिट फ़ंड पर कसी जाएगी नकेल

New Crypto Currency Bill in India to stop MLM and Chit Fund in Crypto coin market

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) सहित नियामकों ने एक संसदीय पैनल के सामने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि कैसे कुछ व्यक्तिगत निवेशक छोटे शहरों में क्रिप्टो संपत्ति (Crypto) में निवेश (Invest) के लिए चिट फंड से मिलते-जुलते बिजनेस मॉडल के साथ पैसा इकट्ठा कर रहे हैं।

भारत में RBI और SEBI ने उन व्यक्तियों और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों द्वारा शुरू की गई कई निवेश योजनाओं को लाल झंडी दिखाने की तैयारी कर ली है जो चिट फंड, बहु-स्तरीय विपणन (MLM Multi level marketing) और व्यवस्थित निवेश योजनाओं (SIP) क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध के समान हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जोखिम भरी क्रिप्टो संपत्ति (Crypto Assets) खरीदने वाली आबादी की सुरक्षा के लिए RBI और SEBI यह कदम उठाने जा रहे हैं।

New Crypto Currency Bill in India to stop MLM and Chit Fund in Crypto coin market

आरबीआई ने बताया है कि कैसे कुछ भारतीयों ने निर्यात सेवाओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी भुगतान स्वीकार करना शुरू कर दिया है जो एक व्यापक प्रणालीगत जोखिम (systematic risk) पैदा कर रहा है।

केंद्रीय सांसदों के रिपोर्ट से परिचित एक व्यक्ति ने कहा, “यह देखा गया है कि कुछ व्यक्ति छोटे शहरों में जा रहे हैं और क्रिप्टोकरेंसी में शानदार रिटर्न के वादे के साथ मुख्य रूप से नकदी में लोगों से पैसे जुटा रहे हैं। यह बिना किसी ढांचे या नियमों के बिल्कुल चिट फंड की तरह है।”

नियामकों ने विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध उत्तर प्रदेश और बिहार के आंतरिक इलाकों में ऐसे मामलों को चिह्नित किया है जहां क्रिप्टोकरेंसी में कथित निवेश के लिए सामूहिक निवेश योजनाएं या चिट फंड जारी किए गए हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज ने भी केंद्रीय सांसदों के पैनल में प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि इस मामले में सेबी और आरबीआई के अधिकारियों से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका है।

चिट फंड के अलावा, कुछ अनियमित संस्थाओं द्वारा MLM जैसी योजनाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसी रिसर्च फर्म क्रेबाको (CREBACO) के संस्थापक सिद्धार्थ सोगनी ने कहा, “भारत में, बहुत सारे घोटाले स्मार्ट अनुबंधों द्वारा संचालित होते हैं क्योंकि कोई भी अपना सिक्का लॉन्च कर सकता है और धन जुटा सकता है।”

“भारत में हर हफ्ते एक घोटाला होता है जहां धोखेबाज लोगों को एक ऐसी बहु-स्तरीय-विपणन (MLM multi level marketing scheme ) या सामूहिक निवेश योजना (collective Investment) में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं जो लोगों को बहुत ज्यादा रिटर्न का वादा करता है।”

इसके अलावा, सरकार एक प्रारंभिक सिक्का पेशकश (Initial Coin Offering – ICO) के माध्यम से धन जुटाने का सिस्टम भी तैयार कर सकती हैं। ICO क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में IPO के समान ही है। CREBACO के सोगनी ने कहा, “अगर भारत में cryptocurrency को अनुमति मिलती है तो SEBI को ICO यानि Initial Coin Offering ) को भी रेगुलेट करना चाहिए।

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